Amitabh Bachchan, जिन्हे वर्ष 2019 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है, हिंदी सिनेमा में “एंग्री यंग मैन” के नाम से मशहूर सदी के महानायक हैं। अभी अभी उन्होंने एक ऑफिसियल ब्लॉग लिखा है, जिसमें उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से अपने रिटायरमेंट की संभावना का जिक्र किया है। इसके अतिरिक्त अब जबकि कौन बनेगा करोड़पति का सीजन 11 भी अब अपने समापन के कगार पर है, तो यह जानना रोचक होगा कि अपनी इस रिटायरमेंट की इच्छा को जाहिर करने के बाद क्या वो दोबारा वापिस रुपहले परदे की दुनिया में लौटेंगे अथवा नहीं।
पद्म भूषण तथा अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर उन्होंने अपनी सशक्त अभिनय क्षमता के बल पर बॉलीवुड में जमकर नाम कमाया है। अभी 11 अक्टूबर को उन्होंने 77 वर्ष पूर्ण किए हैं और भारतीय फिल्म जगत में ऊँचाइयों पर काबिज हैं। अभी हाल ही में उन्हें मुंबई के नानावती हॉस्पिटल जाना पड़ा, जहाँ लीवर में समस्या की शिकायत के कारण उनका उपचार किया गया है। हालांकि निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा गया कि उन्हें किस समस्या के चलते हॉस्पिटल जाना पड़ा, लेकिन एक निजी टीवी चैनल को दिए गए बयान के अनुसार उन्हें ट्यूबरकोलोसिस (टीबी) और हेपेटाइटिस बी जैसी समस्याएं हैं और उनके लीवर का लगभग 75 फ़ीसदी हिस्सा खराब है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे महान कलाकारों में शुमार बिग बी अर्थात Amitabh Bachchan के लाखों की संख्या में फैन और टि्वटर पर फॉलोअर्स हैं, जो उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करते हैं। इसी क्रम में हमने श्री अमिताभ बच्चन की जन्म कुंडली का अध्ययन करने के उपरांत यह जानने का प्रयास किया है कि उनके लिए आने वाला समय कैसा रहने वाला है।
Amitabh Bachchan (अमिताभ बच्चन) की जन्म कुंडली का विश्लेषण
हमें प्राप्त जानकारी के अनुसार अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को सायंकाल 4:00 बजे इलाहाबाद में हुआ था। इनके पिता प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हरिवंश राय बच्चन और माता का नाम तेजी बच्चन है। इनके बचपन का नाम इंकलाब था, जिसे बाद में सुप्रसिद्ध हिंदी कवि सुमित्रानंदन पंत ने बदल कर अमिताभ रखा। इनका विवाह भारतीय फिल्म जगत की मशहूर अभिनेत्री जया भादुड़ी से हुआ। इनकी दो संताने श्वेता नंदा और अभिषेक बच्चन हैं। अभिषेक बच्चन का विवाह सुप्रसिद्ध अभिनेत्री और पूर्व विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय के साथ हुआ। ‘बिग बी’ एक अभिनेता होने के साथ-साथ फिल्म निर्माता भी रहे। ये पार्श्वगायक भी हैं और टीवी प्रस्तोता भी हैं तथा वर्ष 1984 से 1987 के बीच संसद के निर्वाचित सदस्य भी रह चुके हैं। टीवी के लोकप्रिय शो KBC में इन्होंने होस्ट की शानदार पहचान बनाई है। अपने अभिनय करियर की शुरुआत फिल्म सात हिंदुस्तानी के सात कलाकारों में एक कलाकार के रूप में की थी और देखते ही देखते सुपरस्टार बन गए। आनंद, परवाना, रेशमा और शेरा, जंजीर, रोटी कपड़ा और मकान, त्रिशूल, शक्ति, अमर अकबर एंथनी, हम, मुकद्दर का सिकंदर, शोले, सिलसिला, मिस्टर नटवरलाल, लावारिस, कुली, कभी खुशी कभी गम, मोहब्बतें, बागबान, खाकी, चीनी कम, ब्लैक, पिंक, पीकू, जैसी अनेकों लाजवाब फिल्मों में काम किया है और अपने अभिनय का लोहा मनवाया है।
अमिताभ बच्चन
11 अक्टूबर 1942
सायंकाल 4:00 बजे
इलाहाबाद (प्रयागराज), उत्तर प्रदेश
अमिताभ बच्चन की जन्म कुंडली की ख़ास बातें
- अमिताभ बच्चन का जन्म लग्न कुंभ है और उनकी जन्म राशि तुला है।
- उनका जन्म नक्षत्र स्वाति है जिसके दूसरे चरण में उनका जन्म हुआ है।
- जन्म कुंडली में तीन ग्रह मंगल, बुध और शुक्र अस्त अवस्था में विराजमान हैं।
- बुध और शनि ग्रह वक्री अवस्था में स्थित हैं।
- लग्न के स्वामी शनि देव चतुर्थ स्थान में विराजमान हैं।
- द्वितीय और एकादश भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति छठे भाव में कर्क राशि में स्थित हैं।
- जन्म लग्न में केतु और सप्तम भाव में राहु स्थित हैं।
- कुंडली के अष्टम भाव में बुध, शुक्र, सूर्य और मंगल उपस्थित हैं तथा इसी भाव में नीच भंग राजयोग का निर्माण भी हो रहा है।
- वर्तमान समय में वह शुक्र की महादशा और चंद्रमा की अंतर्दशा के प्रभाव में हैं, जो कि 19 जनवरी 2020 तक प्रभावी रहेगी और उसके बाद शुक्र की महादशा में मंगल की अंतर्दशा प्रारंभ होगी।
- इन की कुंडली में बन रहा मंगल, शुक्र और बुध का योग इन्हें एक महान कलाकार बना रहा है तथा द्वितीय स्थान पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि और अन्य ग्रहों का योग इन की वाणी को जबरदस्त आकर्षण से भरपूर बनाता है और इनकी वाणी में गहरा प्रभाव देता है।
- दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी वक्री है तथा वर्गोत्तम है। इस वजह से इनकी आर्थिक स्थिति काफी बढ़िया रहती है और धन संबंधित दिक्कतें इन्हें लंबे समय तक परेशान नहीं करतीं।
- सूर्य और बुध का अष्टम भाव में स्थित होना इन्हें लम्बे समय तक रहने वाला मान सामान दे रहा है।
- वर्तमान समय में चल रही शुक्र की महादशा इन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि जहां एक ओर शुक्र इन की कुंडली के लिए चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी होकर योगकारक की मुख्य भूमिका में है, वहीं अष्टम भाव में नीच भंग राजयोग में सम्मिलित भी है।
- आने वाले समय की बात की जाए तो शुक्र में मंगल की दशा में जनवरी 2020 से प्रारंभ होकर मार्च 2021 तक चलेगी। मंगल इनकी कुंडली के लिए तृतीय और दशम भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में विराजमान है तथा चंद्रमा के नक्षत्र में है। ऐसी स्थिति में इन्हें कार्य क्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त होगी, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कष्ट इन्हें परेशान कर सकते हैं, क्योंकि चन्द्रमा इनकी कुंडली के लिए एक रोगकारक ग्रह है।
- उनकी कुंडली में अष्टम भाव सबसे अधिक प्रभावशाली है, क्योंकि अष्टम भाव में चार मुख्य ग्रह बैठे हैं। इसके अलावा नीच भंग राजयोग भी इसी भाव में बन रहा है और लग्न का स्वामी शनि भी चतुर्थ भाव, जो कि एक शुभ भाव है, उसमें वक्री अवस्था में बैठकर इनको अनेक प्रकार के लाभ और प्रशंसा दिलाने में सहायक है, क्योंकि इसी के कारण इन्हें लोकप्रियता प्राप्त होती है। वक्री अवस्था अनुकूल प्रभाव को बढ़ा रही है।
- कर्म भाव पर शनि और बृहस्पति की सम्मिलित दृष्टि होने के कारण यह सामाजिक सरोकार के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और उसी की वजह से इन्हें अत्यधिक मान सम्मान भी प्राप्त होता है। आने वाले समय में ये और भी ज्यादा ऐसे कार्यों में संलग्न रहेंगे।
अमिताभ बच्चन को मिल चुके हैं ये बड़े पुरस्कार
अमिताभ बच्चन ने अपने करियर में अनेक प्रकार के पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें पद्म भूषण और नाम दादा साहब फाल्के पुरस्कार ख़ास हैं और इनके साथ साथ इन्होंने तीन राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते हैं तथा बारह फिल्म फेयर पुरस्कार भी इनके नाम दर्ज है। उन्होंने सबसे अधिक बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर अवार्ड भी प्राप्त किया है। उन्हें अनेक प्रकार के पुरस्कार मिलने से प्रतीत होता है कि उनकी छवि एक बेहतर अभिनेता के होने के साथ-साथ समाज में भी अच्छी छवि रखते हैं, क्योंकि उन्होंने सरकार के साथ मिलकर पोलियो उन्मूलन अभियान के बाद तंबाकू निषेध परियोजना पर भी इनके काम करने की बात चल रही है। इसके अतिरिक्त एचआईवी और एड्स तथा पोलियो अभियान के लिए उन्हें यूनिसेफ़ का सद्भावना राजदूत भी नियुक्त किया गया। इतनी बड़ी उपलब्धियों के बाद यह मांग उठने लगी है कि उन्हें भारत रत्न जैसा सम्माननीय पुरस्कार भी दिया जाए। हालांकि ग्रहों की स्थिति को देखते हुए यह कोई बड़ी बात तो नहीं है, फिर भी उन्हें इस क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि इस सम्मान को प्राप्त होने से पहले उन के दावेदार अनेक लोग तैयार बैठे हैं। हम यह ज़रूर कह सकते हैं कि उनकी ग्रहण बताएं इतनी मजबूत हैं कि आने वाले समय में उन्हें कोई बड़ा नेशनल अवार्ड ज़रूर मिल सकता है। यदि भारत रत्न की बात की जाए तो उसके मिलने की संभावना पचास प्रतिशत तक है।
अमिताभ बच्चन का स्वास्थ्य
अगर वर्तमान ग्रह स्थिति पर नजर दौड़ाई जाए तो शुक्र में चंद्रमा का अंतर जनवरी 2020 तक चल रहा है और इनकी राशि से शनि का गोचर तीसरे स्थान में चल रहा है, जो कि 24 जनवरी 2020 को राशि से चौथे स्थान तथा लग्न से 12 स्थान पर होगा, जिसकी वजह से इन्हें शारीरिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इसलिए इन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति काफी सतर्क और सावधान रहना होगा क्योंकि इसका असर इनके काम पर भी पड़ेगा।
अमिताभ बच्चन की फिल्म
शुक्र की स्थिति के कारण अभी यह लंबे समय तक भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में छाए रह सकते हैं और सबसे ज्यादा काम करने वाले कलाकार के रूप में भी जाने जाएंगे। शुक्र, बुध और मंगल का योग इन एक बेहतर कलाकार बनाता है तथा शनि की स्थिति इनके काम में वृद्धि बनाये रहती है तथा जनता से इन्हें प्रशंसा मिलती है। वहीं देव गुरु बृहस्पति इन की आवाज़ में आकर्षण बढ़ाते हैं। यह सभी चीजें मिलकर और लग्न में उपस्थित केतु इन के रहस्यमयी व्यक्तित्व को और मजबूत बनाता है, जिसकी वजह से इन फिल्म इंडस्ट्री में काफी हद तक सफलता मिलती है। उनकी आने वाले कुछ फिल्में ब्रह्मास्त्र, गुलाबो सिताबो, झुंड, चेहरे और हेरा फेरी 3 हैं। शुक्र की दशा के कारण इन फिल्मों में भी उनके अभिनय को अच्छी खासी तारीफ मिलेगी। शुक्र जो कि अभिनय का मुख्य कारक ग्रह है, साथ में बुध जोकि नीच भंग राजयोग भी बना रहा है और मंगल तथा सूर्य, जो कि इस क्षेत्र में काम करने के लिए इन्हें मजबूत और दृढ़ इच्छा शक्ति प्रदान करते हैं, उनके कारण यह अपने हर काम को बेहतर तरीके से अंजाम देने में सफल रहते हैं और यही इन्हें एक बेहतर कलाकार बनाती है। शुक्र की दशा का अनुकूल फल इन्हें अवश्य मिलेगा और इन्हें अभी फिल्म इंडस्ट्री में और भी अच्छा काम करते हुए देखा जा सकता है।
KBC में अमिताभ बच्चन
कौन बनेगा करोड़पति की शुरुआत भारत में अमिताभ बच्चन के होस्ट के रूप में की गई थी, जो कि इनके मुख्य संवाद “देवियों और सज्जनों” से काफी प्रसिद्ध हुआ। इस वर्ष भी इन्हें इस में काम करने का मौका मिला और यह पूर्व की भांति ही काफी अच्छा प्रदर्शन जारी रख सका। यदि वर्ष 2020 की बात की जाए तो एक बात ध्यान देने योग्य है कि निर्माताओं की पहली पसंद अमिताभ बच्चन ही होंगे, हालांकि इनका स्वास्थ्य इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और यदि ये अपने स्वास्थ्य पर पूरी तरह से पकड़ बना पाए तो अगले सीजन में भी केबीसी की हॉट सीट पर अमिताभ बच्चन के सामने बैठने का मौका भारत वासियों को मिल सकता है। 24 जनवरी 2020 से इन्हें कंटक शनि की ढैया लगेगी और यह समय काफी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इस दौरान इनको स्वस्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है और इसका असर इनके काम पर भी देखने को मिलेगा। हालाँकि अभी हाल ही के अपने एक ब्लॉग में उन्होंने अपने रिटायरमेंट लेने की बात कही है, जिसके पीछे उन्होंने अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थितियों को वजह बताया है।
इन्हें जीवन में अभी और भी कुछ ख़ास उपलब्धियाँ मिलने की संभावनाएं हैं। अनुकूल ग्रह दशाएं जीवन में कितनी तरक्की दे सकती हैं, इसके लिए Amitabh Bachchan की जन्म कुंडली सबसे सटीक उदाहरण है। पूर्व में भी इन्हें राजनीति से ज्यादा सुकून दायक परिणाम नहीं मिले हैं, ऐसे में इस क्षेत्र से दूरी ही इनके लिए बेहतर रहेगी। वास्तव में इन्हें आने वाले समय में ज्यादा गाने गाने चाहिएं और अपनी अदाकारी के जलवे दिखने चाहिएं, क्योंकि ग्रह दशा इसी क्षेत्र में और अधिक सफलता दिखा रही है। ईश्वर इन्हें उत्तम स्वस्थ्य देकर और भी बेहतरीन बनाएं।
अमिताभ बच्चन हिंदी सिनेमा के महानायक हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह अपने क्षेत्र में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन जारी रखें और उनका स्वास्थ्य अनुकूल रहे तथा वे दीर्घायु हों, ताकि भारतीय फिल्म जगत का महानतम सितारा अपना श्रेष्ठ मनोरंजन प्रदान कर सके।