माना जाता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। रुद्राक्ष को धारण करके शिव भक्त भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा तो दिखाते ही हैं साथ ही रुद्राक्ष धारण करने से कई रोगों से भी निजात मिलती है। रुद्राक्ष को धारण करने से आपमें सकारात्मकता बढ़ती है और आपके मन में शांति का वास होता है। यूं तो रुद्राक्ष को शुभ मुहूर्त देखकर कभी भी पहना जा सकता है लेकिन सावन के महीने में इसे धारण करने से विशेष लाभों की प्राप्ति होती है। जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
रुद्राक्ष भगवान शंकर को प्रिय है और माना जाता है कि सावन के माह में शिवजी धरती पर आते हैं तो ऐसे में यदि कोई भक्त पूरी
- श्रद्धा से रुद्राक्ष धारण करता है तो उसे शुभ फलों की प्राप्ति अवश्य होती है।
- सावन के महीने में रुद्राक्ष की पूजा करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है।
- गृहस्थ जीवन का सुख पाने के लिए रुद्राक्ष को सावन के महीने में धारण करना शुभ माना गया है।
- ऐसा माना गया है कि रुद्राक्ष को धारण करके कोई भी जातक दुखों से मुक्ति पा सकता है।
- हृदय रोगों से मुक्त होने के लिए भी रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए।
- सावन में यदि आप रुद्राक्ष को धारण करते हैं तो मानसिक व्याधियों से भी आपको मुक्ति मिल जाती है।
- रुद्राक्ष धारण करने से आपके तेज में भी वृद्धि होती है। यदि आप इसे शिव के प्रिय माह सावन में धारण करते हैं तो आपका तेज अवश्य बढ़ाता है।
- इसके साथ ही यदि आपकी कुंडली में क्रूर ग्रहों का प्रभाव अधिक है तो आप रुद्राक्ष धारण करके इन प्रभावों से बच सकते हैं।
यदि आप भी अपने जीवन में खुशहाली लाना चाहते हैं तो इस सावन आप भी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। इससे आपके घर परिवार में तो खुशहाली आएगी ही साथ ही आपका स्वास्थ्य भी दुरुस्त रहेगा।