सूर्य के गोचर अर्थात एक राशि से दूसरी राशि में जानें को संक्रांति कहते हैं। ऐसे में अब जब सूर्य मेष से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेगा तो इसे वृषभ संक्रांति के नाम से जाना और मनाया जाएगा। आज अपने इस ब्लॉग में हम आपको वृषभ संक्रांति से जुड़ी हर महत्वपूर्ण बात, इस दिन का महत्व, इस दिन किए जाने वाले उपायों आदि की जानकारी प्रदान करेंगे।
सबसे पहले जान लेते हैं किस दिन पड़ रही है वृषभ संक्रांति। इस वर्ष वृषभ संक्रांति 15 मई को मनाई जाएगी जब सूर्यदेव अपनी उच्च राशि मेष से निकलकर राशि चक्र की दूसरी राशि वृषभ में प्रवेश कर जाएंगे।
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वृषभ संक्रांति 2023 दिन और पुण्य काल
वृषभ संक्रांति तिथि 15 मई, 2023
पुण्य काल सुबह 5 बजकर 31 मिनट से लेकर 11 बजकर 48 मिनट तक ‘
महापुण्य काल सुबह 9 बजकर 42 मिनट से 11 बजकर 48 तक
आगे आने वाले वर्षों में कब-कब पड़ेगी वृषभ संक्रांति
आने वाले वर्षों की वृषभ संक्रांति की एक छोटी सी सूची हम नीचे प्रदान कर रहे हैं।
वर्ष | दिन और तिथि |
2023 | 15 मई, 2023 सोमवार |
2024 | 14 मई, 2024 मंगलवार |
2025 | 15 मई, 2025 गुरुवार |
2026 | 15 मई, 2026 शुक्रवार |
2027 | 15 मई, 2027 शनिवार |
2028 | 14 मई, 2028 रविवार |
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वृषभ संक्रांति का महत्व
सबसे पहले बात करें संक्रांति की तो हिंदू धर्म में संक्रांति का बेहद ही महत्व माना गया है। कहते हैं इस दिन यदि पितरों के लिए तर्पण, दान, धर्म, स्नान, आदि किया जाए तो व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को जगत की आत्मा का कारक माना गया है। सरल शब्दों में कहें तो बिना सूर्य के इस धरती पर जीवन की कल्पना भी करना नामुमकिन है।
जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य अनुकूल स्थिति में होता है उन्हें समाज में मान सम्मान और जीवन में तमाम तरह के सुखों की प्राप्ति होती है।
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वृषभ संक्रांति पूजन विधि
वृषभ संक्रांति के दिन व्रत और पूजा का विशेष नियम बताएं गया है। इस दिन पूजा पाठ करें, अपनी यथाशक्ति अनुसार व्रत, दान, पुण्य, करें। ऐसा करने से जीवन में यश और वैभव की प्राप्ति होती है। वृषभ संक्रांति के दिन भगवान शिव के रूद्र रूप और सूर्य देवता की पूजा का विधान बताया गया है। सुबह जल्दी उठकर सूर्य देवता को अर्घ्य अवश्य दें। ऐसा करने से सूर्यनारायण भगवान की कृपा आपके जीवन में हमेशा बनी रहेगी साथ ही कुंडली में मौजूद सूर्य से उत्पन्न दोष भी दूर होंगे।
बात करें वृषभ संक्रांति के महत्व की तो, कहते हैं इस दिन सूर्य देवता अपनी उच्च राशि मेष से निकलकर वृषभ में प्रवेश करते हैं। साथ ही इस दिन सूर्य देवता 15 दिनों के लिए रोहिणी नक्षत्र में भी होते हैं और शुरुआती 9 दिनों में तेज गर्मी की वजह बनते हैं।
यही वजह है कि 9 दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है। सूर्य की परिक्रमा के चलते 9 दिनों को नवतपा भी कहा जाता है और यही वजह है कि इस दौरान जल दान करने का विशेष महत्व होता है। ऐसे में आप चाहें तो इस समय घर के बाहर प्याऊ लगवा सकते हैं, जरूरतमंद लोगों के लिए जल की व्यवस्था कर सकते हैं, ऐसा करना बेहद ही पुण्य कारी होता है।
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वृषभ संक्रांति पर दान का महत्व
संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व बताया गया है। आप चाहें तो वृषभ संक्रांति के दिन गाय का दान, भूमि, तिल, सोने, कपड़े, गुड, चांदी, नमक, शहद, मटकी, खरबूजा आदि का दान कर सकते हैं। इनके अलावा आप इस दौरान गर्मी में राहत दिलाने वाली चीजों का भी जरूरतमंदों को दान कर सकते हैं। जैसे, छाते, पानी की बोतल, मटके, आदि। आप चाहे तो कहीं पर प्याऊ भी लगवा सकते हैं। ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा आप पर बनी रहेगी और आपके जीवन से दुख दूर होंगे।
क्या यह जानते हैं आप?
यहाँ यह भी जानना आवश्यक है कि, वृषभ संक्रांति को भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे, दक्षिण भारत में वृषभ संक्रमन, तमिल कैलेंडर के अनुसार इसे वैगसी मासुम का आगमन कहा जाता है, सौर कैलेंडर के अनुसार इसे नए मौसम की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है, मलयालम कैलेंडर में एदाम मसम, बंगाली कैलेंडर में इसे ज्योत्तो मश कहते हैं तो ओडिशा में इसे ब्रश संक्रांति के नाम से जानते हैं।
वृषभ संक्रांति के उपाय दिलाएंगे सूर्य देव की कृपा
- इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें और जितना हो सके इस दौरान जमीन पर ही सोएँ।
- ज़रूरतमंद लोगों को दान करें।
- भगवान सूर्य, विष्णु और शिव जी की पूजा करें।
- पितरों की आत्मा शांति के लिए तर्पण करें।
- गाय माता का दान करें या फिर किसी गौशाला में गायों के लिए जरूरी सामान का दान करें।
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वृषभ संक्रांति से लगता है नौतपा
जैसे पहले बताया कि वृषभ संक्रांति के दौरान 15 दिनों के लिए सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में आते हैं और इस नक्षत्र में 15 दिनों की अवधि के लिए रहते हैं। इसमें शुरुआती 9 दिनों तक भीषण गर्मी पड़ती है और इसे ही नौतपा कहा जाता है। इन 9 दिनों में अगर बारिश ना हो और ठंडी हवा ना चले तो कहा जाता है कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश के आसार बनते हैं।
वृषभ संक्रांति से देश दुनिया में आते हैं यह बड़े बदलाव
- वृषभ संक्रांति के दौरान सरकारों को फायदा होता है।
- देश और आम जनजीवन में स्थिरता और धन आता है।
- लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
- अंतरराष्ट्रीय सौहार्द और अनाज के शेयरों में वृद्धि होती है।
वृषभ संक्रांति से इन राशियों को मिलेगा अपार लाभ
- कर्क राशि: वृषभ संक्रांति से सबसे अधिक लाभ कर्क राशि के जातकों को होने वाला है। इस दौरान आपके सभी काम पूरे होंगे, नए लोगों से संपर्क बनेगा जिससे निश्चित तौर पर आपको लाभ मिलेगा, जीवनसाथी से प्रेम बढ़ेगा, कार्यक्षेत्र में लाभ मिलेगा और पदोन्नति भी हो सकती है, आर्थिक लाभ के योग बनेंगे और स्वास्थ्य भी उत्तम रहने वाला है। कुलमिलाकर सूर्य का वृषभ में प्रवेश आपको चौतरफा लाभ प्रदान करेगा।
- सिंह राशि: इसके बाद चूंकि सूर्य सिंह राशि का स्वामी है इसके चलते यह समय आपके लिए भी बेहद ही शुभ फलदायी रहने वाली है। वृषभ संक्रांति से आपके जीवन में मजबूती देखने को मिलेगी, नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो शुभ समाचार मिल सकता है, पहले से जो लोग कार्यक्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें कोई बड़ा पद प्राप्त हो सकता है, सरकार की तरफ से कोई बड़ा लाभ मिलने का प्रबल योग बन रहे हैं, यश और प्रसिद्धि में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, आर्थिक लाभ होगा साथ ही आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है।
- कन्या राशि: वृश्चिक संक्रांति का यह समय कन्या राशि के जातकों के लिए भी शानदार रहने वाला है। आप इस दौरान धर्म और अध्यात्म से जुड़े कामों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे, मान सम्मान में वृद्धि होगी, तीर्थ स्थान पर भी जा सकते हैं। इसके अलावा जो लोग विदेश में रहते हैं उन्हें भी इस दौरान ढेरों शुभ परिणाम प्राप्त करेंगे, कार्य क्षेत्र से जुड़े जातकों को स्थानांतरण मिल सकता है,, इसके अलावा उच्च शिक्षा के लिए भी यह समय बेहद अच्छा रहने वाला है।
- मीन राशि: आखरी जिस राशि के लिए वृश्चिक संक्रांति का यह समय अनुकूल रहने वाला है वह है मीन राशि। इस दौरान कार्य क्षेत्र में आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे, आप में लिखने का नया शौक जाग सकता है, काम के प्रति आप पूरी ईमानदारी दिखाएंगे, धन की वृद्धि होगी, एकाग्रता बढ़ेगी, यात्राओं के योग बनेंगे, व्यापार के लिए की गई यात्राओं से लाभ मिलेगा, विद्यार्थी जातकों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा, साथ ही जीवन साथी से आपके रिश्ते बेहद ही शानदार रहने वाले हैं।
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