शुक्र गोचर 2024: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही शुक्र के गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग।
इस ब्लॉग में हम आपको शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने के बारे में बता रहे हैं जो कि 28 दिसंबर, 2024 को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर होने जा रहा है। इसके साथ ही यह भी बताएंगे कि शुक्र के इस गोचर का राशियों, देश-दुनिया, स्टॉक मार्केट और मनोरंजन के क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, सुख और आनंद का कारक माना गया है। ये ग्रह व्यक्ति के मूल्यों, रिश्तों और सौंदर्य से संबंधित प्राथमिकताओं को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाता है। हम स्नेह, आकर्षण और इच्छा का अनुभव किस तरह से करते हैं और इन्हें कैसे व्यक्त करते हैं एवं किन चीज़ों से हमें खुशी और संतुष्टि मिलती है, यह सब कुंडली में शुक्र की स्थिति पर ही निर्भर करता है।
शुक्र का रोमांस और जीवनसाथी से गहरा संबंध होता है। दूसरों के साथ हमारा कैसा रिश्ता है, हमें क्या आकर्षक लगता है और हम प्रेम संबंध को किस तरह से देखते हैं, यह सब शुक्र पर निर्भर करता है। कुंडली में शुक्र की स्थिति से पता चल सकता है कि किसी व्यक्ति को किस तरह का साथी आकर्षक लगता है और वह अपने प्यार और इच्छा को किस तरह से व्यक्त करता है। किसी व्यक्ति का धन, संपत्ति और सुख-सुविधाओं को लेकर क्या नज़रिया होगा, इसमें शुक्र की अहम भूमिका होती है। यह हमारी संपत्ति को आकर्षित करने और भोतिक सुखों का आनंद लेने की क्षमता को दर्शाता है। हम खुद को कितना महत्व देते हैं और भोग-विलास एवं सुख को लेकर हमारा क्या दृष्टिकोण है, इसके बारे में भी शुक्र ग्रह बताता है।
कुंभ राशि में शुक्र: विशेषताएं
शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य और रिश्तों के लिए जाना जाता है जबकि कुंभ राशि आत्मनिर्भरता, नवीनता और स्थिर ऊर्जा के लिए जानी जाती है। कुंभ राशि में शुक्र, हमारे स्नेह को दिखाने, रोमांस की तलाश करने और सुंदरता की सराहना करने को प्रभावित करता है।
प्रेम जीवन में
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कुंभ राशि में होते हैं, वे जातक खुले विचारों वाले होते हैं और स्वच्छंद रिश्तों का आनंद लेते हैं। ये लोग ऐसे पार्टनर के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जो दूसरों से अलग और हटके हों और बुद्धिमान हों।
ये रिश्तों में अपने पार्टनर के व्यक्तित्व और स्वतंत्रता को महत्व देते हैं। ये ओपन रिलेशनशिप या अपने पार्टनर से दूर रहकर अपने रिश्ते को निभाना पसंद करते हैं।
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बुद्धि और स्वयं के साथ आपके संबंध
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कुंभ राशि में बैठे होते हैं, वे जातक अपने रिश्तों में मानसिक उत्तेजनाओं को अधिक प्राथमिकता देते हैं। इन्हें ऐसा जीवनसाथी चाहिए होता है जो इनके साथ गहरी और बौद्धिक बातें कर सके।
ये उन लोगों के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जिनके पास मूल योजनाएं, प्रगतिशील विचार और नई सोच होती है। शुक्र की इस स्थिति में व्यक्ति केवल आकर्षण के बजाय विचारों को साझा करने और बौद्धिक स्तर पर एक-दूसरे से मेल खाने को महत्व देता है।
कुंभ राशि में शुक्र के होने पर व्यक्ति अक्सर विचित्र, विलक्षण या असामान्य सौंदर्य की ओर आकर्षित हो सकता है। ये लोगों के व्यक्तित्व की सराहना करते हैं और ऐसी चीज़ों में सुंदरता ढूंढ सकते हैं जिन्हें दूसरे नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इनकी पसंद बहुत अलग और सुंदर होती है और यही बात इन्हें दूसरों से अलग दिखाती है। कभी-कभी ये जातक अपने पार्टनर से भावनात्मक रूप से दूर या अलग-थलग हो सकते हैं।
रिश्ते में स्वतंत्रता और अपने पार्टनर के साथ बौद्धिक संबंध रखने की इच्छा की वजह इन्हें अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने में दिक्कत आ सकती है। इन्हें प्यार और रिश्तों के पारंपरिक तरीकों या समाज की अपेक्षाओं की वजह से घुटन महसूस हो सकती है।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
होटल व्यवसायी और व्यापारी
- शुक्र के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर होटल और रिज़ॉर्ट के मालिकों को अपने बिज़नेस में उछाल देखने को मिल सकता है।
- जो लोग बिज़नेस या होटल शुरू करने की सोच रहे हैं, उनके लिए यह समय बहुत अनुकूल रहने वाला है।
- डायमंड के व्यापारी और जौहरी इस समय अपने व्यापारिक क्षेत्र में तेजी का अनुभव करेंगे।
दूध और अन्य डेयरी उत्पाद
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर डेयरी उद्योग और डेयरी व्यापारियों की बहुत मदद करेगा।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेयरी उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे डेयरी उत्पादों की मांग और आपूर्ति बढ़ेगी और इनके व्यापार में वृद्धि होगी।
- डेयरी उत्पादों और इससे संबंधित नीतियों और सुधार करने के मामले में कुछ सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
फैशन, कला और मूर्तिकार
- शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से कला और फैशन डिज़ाइनिंग के क्षेत्रों में काम करने वाले जातकों को लाभ होगा।
- इससे डिज़ाइनिंग उद्योग को भी फायदा होने के आसार हैं।
- शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से फैशन इंडस्टी को भी लाभ होने की उम्मीद है।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट पर असर
28 दिसंबर को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर शुक्र ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शेयर बाज़ार भविष्यवाणी के अनुसार सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह शुक्र स्टॉक मार्केट में अहम भूमिका निभाते हैं। आगे जानिए कि शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने का स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
- कुंभ राशि में शुक्र का गोचर वस्त्र उद्योग और इस क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
- इस गोचर काल में फैशन एक्सेसरीज़, कपड़े और परफ्यूम के उद्योगों में उछाल देखने को मिल सकता है।
- प्रकाशन, दूरसंचार और प्रसारण उद्योग के नामचीन ब्रांड और बिज़नेस से संबंधित सलाह देने वाले, लेखन, मीडिया विज्ञापन या पीआर से संबंधित सेवाएं देने वाले व्यवसायों को अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: रिलीज़ होने वाली फिल्में
फिल्म का नाम | स्टार कास्ट | रिलीज़ की तारीख |
कल्पना चावला बायोपिक | प्रियंका चोपड़ा | 29-12-2024 |
राउडी राठौड़ 2 | अक्षय कुमार | 8-1-2025 |
मालामाल वीकली 2 | परेश रावल, राजपाल यादव | 12-1-2025 |
कुंभ राशि में शुक्र के गोचर का प्रभाव फिल्मों के बिज़नेस पर भी पड़ेगा। मनोरंजन और फिल्म इंडस्ट्री पर शासन करने वाला शुक्र प्रमुख ग्रह है। शुक्र के इस गोचर का कल्पना चावला बायोपिक और मालामाल वीकली 2 पर सकारात्मक असर पड़ेगा लेकिन राउडी राठौड़ 2 के लिए यह गोचर ज्यादा अनुकूल दिखाई नहीं दे रहा है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के नौवें भाव में शुक्र गोचर करने जा रहे हैं। यह भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थयात्रा और भाग्य को दर्शाता है। शुक्र मिथुन राशि के पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। इस समय मिथुन राशि के जातक छुट्टी ले सकते हैं या शिक्षा से संबंधित लंबी दूरी की यात्रा और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा कर सकते हैं। जो जातक अपने प्रेम संबंध को विवाह के रिश्ते में बदलना चाहते हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है। आपको अपने पिता, गुरु या सलाहकार का सहयोग मिलेगा।
शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान तीर्थयात्रा के लिए भी यह समयावधि बहुत अनुकूल रहने वाली है। इस समय आप धार्मिक मार्ग पर चल सकते हैं और दान एवं अन्य कार्यों से अपने अच्छे कर्मों को बढ़ाने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा आपका नौवा भाव, तीसरे भाव को प्रभावित कर रहा है इसलिए आपको इस भाव से संबंधित सभी विशेषताओं का लाभ मिलने वाला है। आपको अपने छोटे भाई-बहन का सहयोग मिलेगा और आपकी वाणी में आत्मविश्वास झलकेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके विवाह, जीवनसाथी और पार्टनरशिप के भाव यानी सातवें घर में गोचर करने जा रहे हैं। सिंह राशि के लोगों के लिए शुक्र उनके दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सप्तम भाव प्रेम, विवाह और जीवनसाथी एवं पार्टनरशिप का कारक है। यह समय फाइनेंसर या बिज़नेस पार्टनर ढूंढने के लिए लिए अच्छा है।
सिंह राशि के जो जातक सिंगल हैं और शादी करने की सोच रहे हैं, उनके लिए शुक्र का कुंभ राशि में गोचर फायदेमंद साबित होगा। इन्हें अपने ही किसी करीबी व्यक्ति से प्यार हो सकता है। विवाहित जातकों को भी कुछ रोमांटिक समय बिताने का मौका मिलेगा। शुक्र की आपके लग्न भाव पर दृष्टि होने की वजह से आप अधिक आकर्षक और स्नेहमय बनेंगे। आप एक ऐसे व्यक्ति बनेंगे, जो अपने रंग-रूप को लेकर सजग रहता हो।
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तुला राशि
तुला राशि के नौवें और लग्न भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। पंचम भाव शिक्षा, प्रेम और संतान का कारक होता है इसलिए शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान तुला राशि वाले लोगों का सारा ध्यान पांचवे भाव से संबंधित मामलों जैसे कि शिक्षा, रोमांटिक संबंध या बच्चों पर रहने वाला है।
डिज़ाइनिंग, कला या रचनात्मक विषय या कविता सीख रहे लोग नए विचारों से परिपूर्ण रहेंगे और इस वजह से इस गोचर के दौरान उन्हें सफलता प्राप्त होगी। कपल एकसाथ रोमांटिक समय बिता सकते हैं और इस समय उनका रिश्ता मज़बूत होगा। हालांकि, आप अपने रिश्ते को छिपाने की कोशिश भी कर सकते हैं। शुक्र प्रजनन क्षमता का कारक हैं और शुक्र के आपके पंचम भाव में गोचर करने की वजह से संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहे जातकों को सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र एक योगकारक ग्रह हैं। शुक्र आपके पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान वह आपके परिवार, संचित धन और संचार के भाव यानी दूसरे घर में रहेंगे। इस दौरान आप देहाती भाषा का प्रयोग कर सकते हैं और आप बहुत आराम से एवं प्यार से बात करेंगे। आपको किसी बड़े मंच पर खेलने का मौका मिल सकता है।
कुंडली का दूसरा भाव बचत का भी होता है और शुक्र ग्रह धन का कारक हैं। चूंकि, शुक्र इस राशि के दसवें भाव के स्वामी हैं इसलिए इस दौरान मकर राशि के जातकों की आय और धन में वृद्धि देखने को मिलेगी। जो छात्र आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं, वे शुक्र की कृपा से अब अपने पैसों को अच्छे से प्रबंधित कर पाएंगे और अपने मार्ग में आ रही अड़चनों को पार कर पाएंगे। शुक्र की आपके नौवें भाव से आपके दूसरे भाव पर दृष्टि पड़ रही है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के दूसरे भाव और सातवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। कुंडली का दूसरा घर वाणी, परिवार और धन को दर्शाता है। वहीं सातवां भाव जीवनसाथी और विवाह का कारक है। कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान शुक्र आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे जो कि सोशल नेटवर्क, बड़े भाई-बहन और लाभ आदि का कारक है। शुक्र ग्रह सुख-सुविधाओं और धन का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने की समयावधि पैसा कमाने के लिए बहुत अनुकूल रहने वाली है। चूंकि, इस गोचर के दौरान शुक्र धन से संबंधित दोनों भावों से संबंध बना रहे हैं, इसलिए इस समय मेष राशि के जातकों को पैसों के मामले में बड़ा लाभ होने की उम्मीद है।
कुंभ राशि में गोचर करने के दौरान शुक्र आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे जो कि दोस्तों और सोशल लाइफ का कारक है। इस समय समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आप अपने दोस्तों के साथ बिताए समय का आनंद लेंगे। शुक्र ग्यारहवें भाव से पांचवे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जो कि शिक्षा और रोमांटिक पार्टनर का भाव है।
मीन राशि
मीन राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी शुक्र इस गोचर के दौरान आपके बारहवें भाव में रहेंगे। कुंडली का बारहवां भाव विदेशी लागत और भूमि को दर्शाता है। शुभ ग्रह होने के बावजूद शुक्र का बृहस्पति के साथ शत्रु संबंध है। इसलिए शुक्र ग्रह के आपके बारहवें भाव में प्रवेश करने पर मीन राशि के जातकों को अपनी सेहत को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपको इस समय अप्रत्याशित स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। इनकी वजह से आपकी समृद्धि और स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है और आपको इलाज पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
चूंकि, बारहवां भाव नुकसान को दर्शाता है इसलिए इस गोचर के दौरान आप अपनी जीवनशैली को बेहतर करने के लिए पैसे खर्च कर सकते हैं। हालांकि, आपको इस समय सुख-सुविधाओं और मौज-मस्ती पर बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने से बचना चाहिए। शुक्र के कुंभ राशि में गोचर के दौरान आप अपने खर्चों की योजना बनाकर चलें और फिजूलखर्चों से बचने की कोशिश करें। इसके साथ ही आपातकाल स्थितियों से निपटने के लिए आपके पास पर्याप्त धन होना चाहिए।
शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने पर करें ये उपाय
- आप श्रीयंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा करें।
- आप नियमित रूप से कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
- आप मां लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें लाल, गुलाबी या सफेद रंग के पुष्प चढ़ाएं।
- गरीब लोगों को चीनी या खीर दान करें।
- हर शुक्रवार को व्रत रखें और मां वैभव लक्ष्मी की पूजा करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. शुक्र मीन राशि में उच्च के होते हैं।
उत्तर. चौथा भाव।
उत्तर. कन्या राशि में शुक्र नीच का होता है।