शुक्र गोचर विशेष : इन दस प्रभावशाली उपायों से खत्म होंगे शुक्र के नकारात्मक प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में शुक्र को भौतिक सुखों का दाता और वैवाहिक जीवन कारक माना जाता है। यही वजह है कि शुक्र गोचर का प्रभाव न सिर्फ जातकों के आर्थिक जीवन, भोग विलास व सुख-सुविधाओं पर पड़ता है बल्कि वैवाहिक जीवन पर भी इस ग्रह के गोचर का गहरा प्रभाव पड़ता है। अब चूंकि जल्द ही शुक्र ग्रह का सिंह राशि में गोचर होने जा रहा है ऐसे में जाहिर है कि इस गोचर का कई राशियों पर सकारात्मक और कई राशियों पर नकारात्मक असर होगा।

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ऐसे में आज हम आपको इस लेख में शुक्र गोचर के दौरान अपनाए जाने वाले दस अत्यंत प्रभावी उपाय बताने जा रहे हैं जिसका इस्तेमाल कर आप न सिर्फ इस गोचर के नकारात्मक प्रभाव को ख़त्म कर सकते हैं बल्कि गोचर से मिलने वाले शुभ फल के प्रभाव को और भी बढ़ा सकते हैं लेकिन उससे पहले शुक्र गोचर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा कर देते हैं।

कब हो रहा है शुक्र गोचर?

शुक्र एक राशि में लगभग 23 दिनों के लिए गोचर करता है। साल 2021 के जुलाई महीने में 17 तारीख को शनिवार की सुबह 09 बजकर 13 मिनट पर शुक्र ग्रह का सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह गोचर करने जा रहा है। शुक्र सिंह राशि में 11 अगस्त 2021 को बुधवार की सुबह 11 बजकर 20 मिनट तक मौजूद रहने वाला है। इसके बाद यह बुध के स्वामित्व वाली राशि कन्या में गोचर कर जाएगा।

आइये अब आपको शुक्र शांति के उपाय बता देते हैं।

शुक्र शांति के दस उपाय

  • शुक्रवार का दिन शुक्र देवता को समर्पित होता है। ऐसे में शुक्र शांति के लिए जातकों को शुक्रवार के दिन व्रत रखना चाहिए। इस दिन आप फलाहार पर रहें। अन्न व नमक का सेवन न करें।
  • शुक्र देवता को सफेद व गुलाबी रंग अत्यंत प्रिय है। ऐसे में वे जातक जो शुक्र के नकारात्मक प्रभाव को कम करना चाहते हैं या फिर उनके सकारात्मक प्रभावों को और बढ़ाना चाहते हैं वे शुक्रवार के दिन सफेद या फिर गुलाबी रंग के कपड़े ज्यादा से ज्यादा पहनें। 
  • प्रत्येक दिन सुबह में माता जगदंबा और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। इसके साथ-साथ भगवान परशुराम की पूजा करने से भी शुक्र देवता अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
  • वे जातक जो शुक्र की स्थिति को अपने जीवन में और भी मजबूत करना चाहते हैं, वे हीरा रत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि कोई भी रत्न धारण करने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी की सलाह जरूर ले लें।
  • सनातन धर्म में दान का बड़ा महत्व है। ऐसे में शुक्र शांति के लिए आप दही, दूध, चावल, चांदी, रंग-बिरंगे कपड़े इत्यादि का दान कर सकते हैं। इससे शुक्र देवता की आप पर विशेष कृपा होगी।
  • शुक्र ऐसे जातकों पर बेहद कुपित होते हैं जो महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं। ऐसे में शुक्र को मजबूत करने के लिए अपने घर की महिलाओं का सम्मान करें। यदि पुरुष हैं तो पत्नी का सम्मान करें। शुक्र देवता विशेष लाभ देंगे।
  • शुक्र के शुभ फल को पाने के लिए जातक 06 मुखी या 13 मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रुद्राक्ष को धारण करने से जीवन पर कोई नकारात्मक प्रभाव तो नहीं पड़ता है लेकिन इसे धारण करने के कुछ  नियम जरूर हैं जिनका पालन करना महत्वपूर्ण माना जाता है।  
  • श्री सूक्तं का पाठ करें। इससे शुक्र के नकारात्मक प्रभाव कम होंगे।
  • शुक्रवार के दिन अरंड अथवा सरपंखा मूल धारण करें। इससे शुक्र देवता आपको शुभ फल देंगे।
  • ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः अथवा ॐ शुं शुक्राय नमः मंत्र का जाप करें। शुक्र देवता की विशेष कृपा होगी।

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