अगर लाख कोशिशें करने के बावजूद भी आपके घर में ख़ुशियाँ नहीं आती या आपके घर में आया हुआ पैसा नहीं टिकता है, या आपके घर में कोई इंसान हर वक़्त बीमार रहता है तो ऐसा माना जाता है कि आपके घर का वास्तु-शास्त्र ठीक नहीं है। इसी वजह से कहा जाता है कि कभी भी घर बनाने से पहले हमें वास्तु का ध्यान ज़रूर रखना चाहिए लेकिन मान लीजिए की किन्ही कारणवश आपके घर का वास्तु सही नहीं है तो ऐसे में परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। हम यहाँ कुछ बेहद सरल तरीके लाए हैं जिन्हे अपनाने से आप अपने घर में सुख, समृद्धि, और ख़ुशियाँ वापिस पा सकते हैं।
तरक्की और धन समृद्धि के लिए वास्तु शास्त्र के शानदार उपाय
कहते हैं कि अगर किसी घर का वास्तु ख़राब है तो उस घर में रहने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे घर के मुख्य द्वार से होकर लोग घर के अंदर आते हैं वैसे ही नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जाएं भी घर में प्रवेश करती हैं और बाहर जाती हैं। यहाँ दिए गए कुछ बेहद सरल उपायों को अपना कर आप अपने घर की सकारात्मक ऊर्जा को हमेशा के लिए अपने घर में रख सकते हैं।
पहला उपाय: घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएँ
हिन्दू धर्म में स्वास्तिक को बहुत पावन और पवित्र माना जाता है। वास्तु-शास्त्र में भी स्वास्तिक की महत्वता बताई गयी है। ऐसे में कहा जाता है कि अगर घर के मुख्य द्वार पर सिन्दूर से स्वास्तिक बनाया जाये तो इससे घर में सुख समृद्धि हमेशा बनी रहती है और घर में किसी तरह की नेगेटिव ऊर्जा का प्रवाह नहीं होता है। यहाँ ध्यान रखने वाली बात है कि ये स्वास्तिक नौ अंगुल लंबा और नौ अंगुल चौड़ा होना चाहिए।
दूसरा उपाय: मुख्य द्वार पर तुलसी और केले के पेड़
अगर आपके घर में किसी भी तरह का कोई भी दोष मौजूद है तो आप अपने घर के मुख्य द्वार के एक तरफ तुलसी का पौधा और दूसरी तरफ केले का पेड़ लगा सकते हैं। ऐसा करने से ना ही सिर्फ आपको घर के वास्तु-दोष से छुटकारा मिलेगा बल्कि इससे घर में रहने वाले सदस्यों की तरक्की भी होगी। ये पेड़ घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते हैं।
तीसरा उपाय: अनार का पौधा लगाएँ
अगर आपने कहीं पर प्लॉट लिया है लेकिन आपका घर बनने में बहुत देरी हो रही है तो आप इस खाली प्लॉट में एक अनार का पौधा लगा दीजिये। इसे आपका घर जल्दी बनने लग जायेगा।
चौथा उपाय: आज ही घर से निकालें टूटे बर्तन और टूटी खाट
कई बार घर में कोई बर्तन टूट जाने के बाद भी हम उसे रखे रहते हैं। जबकि ऐसा करना बहुत गलत माना गया है। टूटे बर्तनों और टूटी खाट घर में रखने से दरिद्रता आती है। टूटे बर्तन में खाना परोसने से घर में खाने की कमी हो जाती है और इससे वास्तु दोष भी उत्पन्न होता है।
पांचवा उपाय: मकान की छत पर लगाएँ बड़ा गोल आईना
घर की छत पर एक बड़ा गोल आईना लगाने से भी घर के वास्तु-दोष से छुटकारा पाया जा सकता है। घर की छत पर आईना कुछ इस तरह से होना चाहिए कि उसमें पूरा घर नज़र आना चाहिए। वास्तु शास्त्र में आईने को उत्प्रेरक बताया गया है, जिसके द्वारा भवन में तरंगित ऊर्जा की सृष्टि सुखद अहसास कराती है।
छठा उपाय: रसोई के अग्निकोण में लगाएँ बल्ब
घर की रसोई का सीधा असर घर के वास्तु पर पड़ता है। ऐसे में घर बनाते समय और खासकर की रसोई बनाते समय किचन के वास्तु का बहुत ध्यान रखना चाहिए लेकिन मान लीजिए कि किन्ही कारणवश किचन का वास्तु शास्त्र सही नहीं है तो आप अग्निकोण में एक बल्ब लगा सकते हैं। हर सुबह-शाम इस बल्ब को जलाना मत भूलिए। ऐसा करने से ना सिर्फ घर का वास्तु ठीक होता है बल्कि इससे घर में सुख समृद्धि भी बनी रहती है।
सातवाँ उपाय: घर के द्वार पर टाँगे ये सामान
अपने घर से द्वार दोष या वेध दोष दूर करने के लिए अपने घर के मुख्य द्वार पर शंख, सीप, समुद्री झाग, कौड़ी, लाल कपड़े में या मौली बांधकर लटका दें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा रहती है और साथ ही घर में किसी की भी बुरी नज़र भी नहीं पड़ती।
आठवां उपाय: दीपक जलाएं और शंख बजाएं
अपने घर के मंदिर में घी का दीपक जलाएं और घर में शंख की ध्वनि सुबह शाम ज़रूर बजाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
नौवां उपाय : बासी फूल हटा दें
घर के मंदिर में भगवान को चढ़ाएं गए फूल अगले ही दिन हटा दें। मंदिर में कभी भी बासी फूल नहीं रहना चाहिए। तुलसी, बेल पत्र, नागरवेली पान, कमलगट्टा और अन्य फूल बाबत शास्त्रों में इन्हें जलाभिषेक के बाद उपयोग में लेने का विधान बताया गया है।