वक्री बुध गोचर : जानिए सभी 12 राशियों पर कैसा होगा प्रभाव

वैदिक ज्योतिष की दुनिया में, वक्री स्थिति में बुध के गोचर का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ता है, फिर भी वक्री बुध का प्रभाव अन्य ग्रहों के साथ अपने संबंधों के आलोक में देखा जाता है। यह भी देखा गया है कि बुध की वक्री स्थिति का और भी अधिक प्रभाव पड़ता है। हालांकि बुध एक शुभ ग्रह है, लेकिन अशुभ ग्रहों के संपर्क में आने पर यह अशुभ फल देता है। सरल शब्दों में कहें तो बुध वक्री होने का प्रभाव अन्य ग्रहों के साथ इसके संबंध से जुड़ा है।

ज्योतिष में बुध को विपणन, कौशल, व्यवसाय, प्रबंधन, सकारात्मक विचारों, संचार, विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण, वक्तृत्व आदि का कारक माना गया है। बुध की अनुकूल स्थिति व्यक्ति को बुद्धिमानी से निर्णय लेने, तार्किक रूप से सोचने, दूसरों पर आसानी से जीत हासिल करने आदि में सक्षम बनाती है।

बुध ग्रह अपनी गति के आधार पर लगभग 14 से 30 दिनों तक एक विशेष राशि में गोचर करता है। जाहिर है इसका असर सभी 12 राशियों के जातकों पर दिखेगा।

वृषभ राशि में बुध की वक्री गति 3 जून, 2021 को सुबह 3 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी। यह इस राशि में 7 जुलाई, 2021 की सुबह 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगा और उसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएगा।

यह बात तो स्वाभाविक है कि वक्री बुध का वृषभ राशि में  गोचर आपके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। तो जानते है सभी 12 राशियों का राशि अनुसार क्या होगा गोचर-फल।

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बुध गोचर: मेष राशि

राशि चक्र की प्रथम राशि मेष के जातकों के लिए बुध उनके तृतीय और अष्टम भाव का स्वामी है। वक्री बुध आपके द्वितीय भाव में गोचर करेगा जोकि धन ….विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: वृषभ राशि

इस राशि के जातकों के लिए बुध द्वितीय और पंचम भाव का स्वामी है और यह आपके प्रथम भाव यानि कि लग्न भाव में वक्री गोचर करेगा। प्रथम भाव…विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध उनके प्रथम और तृतीय भाव का स्वामी है। यह ग्रह आपके द्वादश भाव में वक्री गोचर करेगा। द्वादश भाव विदेशो से आपके….विस्तार से पढ़ें

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बुध गोचर: कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध उनके तृतीय और द्वादश भाव का स्वामी है। बुध का वक्री गोचर आपके लाभ और इच्छाओं के एकादश भाव में होगा। बुध का यह…..विस्तार से पढ़ें

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बुध गोचर: सिंह राशि

जिन जातकों की चंद्र राशि सिंह है उनके लिए बुध द्वितीय और एकादश भाव का स्वामी है। अपने इस वक्री गति के दौरान बुध आपके करियर और प्रतिष्ठा के दशम भाव….विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध उनके प्रथम और दशम भाव का स्वामी है। वर्तमान गोचर की स्थिति में यह आपके नवम भाव में विराजमान होगा….विस्तार से पढ़ें

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बुध गोचर: तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और द्वादश भाव का स्वामी है और यह आपके गूढ़ विद्याओं, अचानक होने वाले लाभ, ससुराल पक्ष के अष्टम भाव….विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: वृश्चिक राशि

मंगल के स्वामित्व वाली वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध उनके अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है जोकि वक्री गति करते हुए उनके पार्टनरशिप, विवाह…..विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है जो कि आपके दुश्मनों, नौकरी, प्रतियोगिताओं आदि के छठे भाव में वक्री….विस्तार से पढ़ें

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बुध गोचर: मकर राशि

बुध ग्रह आपके छठे और नवम भाव का स्वामी है और यह आपके प्रेम, बुद्धि, संतान आदि के पंचम भाव में वक्री गोचर कर रहा है। बुध का यह गोचर ….विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: कुम्भ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और यह वक्री करते हुए आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। चतुर्थ भाव आपकी….विस्तार से पढ़ें

बुध गोचर: मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध उनके चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है। वर्तमान अवस्था में बुध आपके साहस-पराक्रम, यात्राओं और छोटे भाई बहनों…विस्तार से पढ़ें

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