बता दें कि इस महीने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भारत दौरे पर आने वाले हैं। इस बीच कल यूएस इंडिया बिजनेस कौंसिल मीट के दौरान उन्होनें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की उत्सुकता जाहिर की। साथ ही उन्होनें इस कौंसिल मीटिंग के दौरान बीजेपी का चुनावी नारा भी लगाया। उन्होनें कहा कि मोदी है तो मुमकिन है “मोदी मेक्स इट पॉसिबल”, उनके इस भाषण से साफ़ जाहिर होता है कि वो प्रधानमंत्री मोदी से कितने प्रभावित हैं और उनसे मिलने के लिए किस प्रकार से उत्साहित हैं।
माइक पोम्पिओ का भारत दौरे पर आने का ये है मकसद
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कल यूएस-इंडिया बिजनेस कौंसिल समिट के दौरान कहा कि वो इस महीने के अंत में दिल्ली दौरे पर जाएंगे। इस दौरान वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के नवनिर्वाचित विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुकालात को लेकर ख़ासा उत्सुक हैं। माइक ने कल ये भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते हुए इस संबंध की मुख्य वजह श्री मोदी ही हैं। उनकी वजह से ही दोनों देशों के रिश्तों में प्रगाढ़ता धीरे-धीरे बढ़ रही है। बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक के भारत दौरे का ख़ास मकसद है भारत और अमेरिका के बीच सामरिक साझेदारी को बढ़ाना और इस महत्वाकांक्षी मुद्दे पर चर्चा करना। माइक इस महीने भारत के साथ ही साथ श्रीलंका, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों की यात्रा पर भी जाएंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जारी किया ये बयान
बीते बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के स्पोकपर्सन मोर्गन ओर्तागस ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के इन चार देशों की यात्रा के बाबत ये बयान जारी किया कि उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य इन देशों के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करना है। इसके साथ ही उन्होनें कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में बहुमत से जीत हासिल कर विश्व मंच पर भारत को एक समृद्ध देश की श्रेणी में शामिल करने का अवसर प्रदान किया है।
माइक के श्रीलंका दौरे पर जाने की है ख़ास वजह
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भारत के साथ ही 24 से 30 जून के बीच श्रीलंका की यात्रा पर भी जांयेंगे। माइक के श्रीलंका दौरे पर जाने की ख़ास वजह है श्रीलंका पर ईस्टर के दिन हुआ आतंकी हमला। इस दौरान श्रीलंका के साथ अपनी एकजुटता का प्रदर्शन कर अमरीका इस आतंकवादी हमले के खिलाफ श्रीलंका के लोगों के समर्थन में सामने आएगा। इन चार देशों की यात्रा के बाद माइक G-20 शिखर सम्मलेन में शामिल होने ओसाका रवाना होंगें। जापान के ओसाका में होने वाले इस सम्मलेन में भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ख़ास मुलाकात हो सकती है।