हिन्दू धर्म में सावन के महीने में काँवर यात्रा का विशेष महत्व है। काँवर यात्रा के दौरान काँवरिये गंगाजल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए निकलते हैं। हिन्दू धर्म में इस परंपरा को ही “काँवड़ यात्रा” कहा जाता है। इस साल काँवर यात्रा की शुरुआत 17 जुलाई से होने वाली है। काँवर यात्रा के लिए विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ख़ास इंतजामात कर रही है। काँवरिये की सुरक्षा से लेकर उनके भव्य स्वागत के लिए भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेष तैयारी की जा रही है। आईये जानते हैं आखिर इस धार्मिक यात्रा के लिए योगी सरकार की क्या है योजना।
काँवर यात्रा के लिए योगी सरकार की ये है तैयारी
आने वाले 17 जुलाई से शुरु होने वाली काँवर यात्रा को लेकर विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कुछ ख़ास दिशा निर्देश दिए हैं। इसके तहत ना केवल कांवरियों की सुरक्षा पर ख़ासा ध्यान दिया जाएगा बल्कि उनके स्वागत के लिए भी विशेष इंतजाम किये जांयेंगे। योगी सरकार काँवर यात्रा के लिए जो ख़ास व्यवस्था करने जा रही है उसका ज़िक्र हम यहाँ करने जा रहे हैं।
- बता दें कि बीते साल काँवड़ यात्रा के दौरान काँवड़ियों द्वारा म्यूज़िक बजाने की परंपरा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दिया था जिसे इस साल हटा लिया गया है। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक जरूर हटा दी गई है लेकिन काँवड़ियों को कुछ दिशा निर्देशों का पालन जरूर करना होगा। इन दिशा निर्देशों में खासतौर से अश्लील और भड़काऊ गाने बजाने पर प्रतिबंध ज्यों का त्यों लगा हुआ है।
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष रूप से यूपी के जिन इलाकों से होकर काँवड़िये गुजरेंगे वहां पर उनके स्वागत के लिए विशाल भव्य द्वार का निर्माण किया जाएगा और हेलीकाप्टर की सहायता से उनपर फूल भी बरसाए जाएंगे।
- योगी सरकार द्वारा विशेष रूप से काँवड़ियों की सुरक्षा, उनके रुकने और खान पान के भी विशेष प्रबंध किये जाएंगे। काँवड़ियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए चिकित्सा सुविधा भी उन्हें मुहैया करवाई जायेगी।
- इसके साथ ही यूपी सरकार द्वारा पीडब्लूडी और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भी ख़ास निर्देश दिए गए हैं कि वो काँवड़ यात्रा शुरू होने से पहले सड़कों को दुरुस्त करवा लें ताकि यात्रा के दौरान काँवड़ियों का रुट डाइवर्ट किया जा सके। योगी सरकार काँवड़ियों के रुट डायवर्जन के प्लान को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी शेयर करेगी ताकि ऐन वक़्त पर किसी प्रकार की कोई हलचल ना मचे।
- मुख्यमंत्री द्वारा विशेष रूप से प्रदेश के अधिकारियों को ख़ास दिशा निर्देश दिए गए हैं जिसके तहत 12 अगस्त को सुरक्षा के विशेष प्रबंध करने के आदेश दिए गए हैं। असल में 12 अगस्त को सोमवार होने के साथ ही मुस्लिमों का बड़ा त्यौहार बकरीद भी है, इसलिए दोनों समुदायों में इस दिन किसी चीज को लेकर कोई हिंसात्मक घटना न हो इसलिए पहले से सुरक्षा के खास प्रबंध किये जांयेंगे।
बता दें कि प्रदेश में काँवड़ यात्रा के दौरन सुरक्षा के मद्देनजर करीबन आठ हज़ार पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा और साथ ही सभी मीट और शराब की दुकानों को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है।