उमा महेश्वर व्रत आज, जानें पूजा विधि, महत्व एवं लाभ !

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भादो की पूर्णिमा तिथि को उमा महेश्वर व्रत रखने का विधान है। जैसा की नाम से ही स्पष्ट है ये व्रत मुख्य रूप से देवी पार्वती और शिव जी के लिए रखा जाता है। आज के दिन मुख्य रूप से सत्यनारायण पूजा और व्रत रखने का विशेष महत्व माना जाता है। आज शाम के वक़्त विशेष रूप से माता पार्वती और शिव जी की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया जाता है। हम आपको आज उमा महेश्वर व्रत के महत्व, पूजा विधि और कथा के बारे में बताने जा रहे हैं।

उमा महेश्वर व्रत का महत्व 

हिन्दू धर्म के अनुसार भादो माह में आने वाले पूर्णिमा तिथि को बेहद ख़ास माना जाता है। इस दिन मुख्य रूप से सत्यनारायण पूजा और उमा महेश्वर व्रत रखना बेहद ख़ास माना जाता है। शास्त्रों में ऐसा लिखा है कि इस दिन स्वयं विष्णु भगवान् ने व्रत रखा था। चूँकि आज से ही पितृपक्ष का भी आरंभ होता है इसलिए इस दिन को बेहद ख़ास माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन व्रत रखने से माता पार्वती और शिव जी की कृपा आप पर बनी रहती है। लिहाजा जीवन के विभिन्न कष्टों से आपको मुक्ति मिलती है। इसलिए आज के दिन विशेष रूप से उमा महेश्वर व्रत रखकर आप  महादेव और पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। 

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उमा महेश्वर व्रत विधि 

आज भाद्रपद पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से सबसे पहले सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें। इस क्रिया के बाद स्वछता के साथ अपने पूजा स्थल की सफाई करें और शिव पार्वती की मूर्ति स्थापित करें। आज सुबह और शाम दोनों वक़्त शिव और पार्वती की पूजा का विधान है। सबसे पहले शिव जी की पूजा शुरू करें और उन्हें बेलपत्र और सफ़ेद फूल अर्पित करें। इसके बाद माता पार्वती की पूजा लाल रंग के फूलों से करें। इसके बाद दोनों को समतुल्य रूप से धुप, दीप दिखाएं और नैवेध चढ़ाएं। पूरे दिन बिना कुछ खाये पिये व्रत रखें और शाम के वक़्त इसी विधि से पूजा करते हुए व्रत का समापन करें। चूँकि इस दिन सत्यनारायण पूजा का भी विधान है लिहाजा आज आप भगवान् सत्यनारायण की मूर्ति स्थापित कर उनकी भी पूजा कर सकते हैं। 

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उमा महेश्वर व्रत का लाभ 

आज भाद्रपद पूर्णिमा और उमा महेश्वर व्रत को रखने के हमारे धार्मिक शास्त्रों में बहुत से लाभ बताये गए हैं, जिनमें से प्रमुख है मान सम्मान में वृद्धि और अविवाहितों का विवाह। जी हाँ आपको बता दें कि, इस दिन व्रत रखने से मुख्य रूप से उन लोगों को विशेष लाभ मिल सकता है जिनके विवाह में किसी ना किसी कारणवश देरी हो रही है। इसके अलावा आज व्रत रखने से व्यक्ति को धन लाभ के साथ ही समाज में मान सम्मान में भी वृद्धि होती है।