धार्मिक महत्व के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है तुलसी का पौधा, जानें कुछ रोचक बातें

हिंदू धर्म में तुलसी के पेड़ का विशेष महत्व बताया जाता है। तुलसी के पेड़ की पूजा होती है, बहुत से लोग शाम के समय तुलसी के पेड़ पर दीपक जलाते हैं। इसके अलावा पूजा पाठ में भी तुलसी के पत्ते को शामिल किया जाता है, इत्यादि। आज अपने इस विशेष आर्टिकल में जानते हैं तुलसी के पेड़ का धार्मिक महत्व क्या होता है और साथ ही जानते हैं तुलसी के पेड़ से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां।

घर में तुलसी का पेड़ लगाने के फायदे

जैसा की हमने पहले भी बताया कि हिंदू धर्म में तुलसी के पेड़ का विशेष महत्व बताया जाता है। कहा जाता है कि तुलसी का पौधा यदि घर में हो तो इससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता आती है। हिंदू पौराणिक ग्रंथों में तुलसी को पूजनीय, पवित्र, और देवी माना गया है और यही वजह है कि हम में से अधिकतर लोगों के घर में तुलसी का यह पौधा मौजूद होता है। घर में तुलसी का पेड़ लगाने से जुड़ी मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, जिस घर में तुलसी का पेड़ मौजूद होता है उस घर में सुख शांति और धन संपत्ति बनी रहती है। साथ ही ऐसे घरों का वातावरण शुद्ध और सुखमय बना रहता है। 

तुलसी के पौधे से जुड़ी एक अन्य मान्यता के अनुसार यह भी कहा जाता है कि, जिस घर में तुलसी का पौधा होता है और हरा भरा होता है यानी कि उसकी सही तरह से देखभाल की जाती है उस घर में लोगों के आपस में रिश्ते बेहद ही मजबूत बने रहते हैं। इसके अलावा यदि आपके घर में तुलसी का पौधा मौजूद है तो उसकी नियमित रूप से पूजा-पाठ और देखभाल करने की सलाह दी जाती है। कहते हैं जिन लोगों के घर में तुलसी का पौधा हो उन्हें इस पौधे का विशेष ध्यान रखना चाहिए। तुलसी का पौधा कभी भी मुरझाना नहीं चाहिए।

तुलसी के पेड़ से जुड़े धार्मिक महत्व

  • अब तुलसी के पौधे के धार्मिक महत्व की बात करें तो भगवान श्री हरि और श्री कृष्ण की पूजा बिना तुलसी के अधूरी मानी जाती है। इसके अलावा जब भी भगवान हनुमान को भोग लगाया जाता है उसमें तुलसी अवश्य होनी चाहिए। कहते हैं बिना तुलसी के हनुमान भगवान भोग न ही स्वीकार करते हैं और ना ही उनकी प्रसन्नता हासिल होती है। 
  • इसके अलावा सनातन धर्म में तुलसी के पत्ते का विशेष महत्व बताते हुए कहा गया है कि, मृत व्यक्ति के मुंह में तुलसी के पत्ते और गंगाजल रखने से व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है। 
  • इसके अलावा तुलसी के पौधे या तुलसी के पत्ते को कभी भी गंगाजल की ही तरह अपवित्र और बासी नहीं माना जाता है। 
  • ग्रहण लगने पर भोजन और खाने पीने की वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डालने की सलाह दी जाती है। इसके पीछे का तर्क यही है कि तुलसी के पत्तों में इतनी शक्ति होती है कि वह ग्रहण के दौरान वातावरण में फैली नकारात्मकता और गलत ऊर्जा को अपने अंदर खींचकर भोजन को इससे सुरक्षित रखते हैं। 
  • इसके अलावा शास्त्रों में कहा गया है कि जिन व्यक्तियों के घर में तुलसी का पौधा होता है और जो लोग तुलसी के पौधे की सेवा करते हैं उनके इस जन्म के साथ-साथ पिछले जन्म के भी पाप मिट जाते हैं। 
  • तुलसी का पौधा अगर नियमित रूप से पूजा में शामिल किया जाए तो इससे स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है, अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता, और जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।

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