कुंडली में ग्रहों की इन स्थितियों के कारण हो सकता है तलाक, पति-पत्‍नी के बीच रहता है क्‍लेश

कुंडली में ग्रहों की इन स्थितियों के कारण हो सकता है तलाक, पति-पत्‍नी के बीच रहता है क्‍लेश

हमारे जीवन और संबंधों पर ग्रह-नक्षत्रों का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। ग्रहों के प्रभाव के कारण कुछ लोगों को अपने जीवन में आसानी से सफलता मिल जाती है, तो वहीं कुछ लोगों को कड़ी मेहनत करने के बाद भी अपने लक्ष्‍य तक पहुंचने में दिक्‍कत आती है। ग्रहों के शुभ प्रभाव देने पर आपके अधिकतर फैसले सही साबित होते हैं लेकिन जब यही ग्रह कुंडली में कमज़ोर स्थिति में बैठे हों, तो व्‍यक्‍ति का सही निर्णय भी गलत साबित हो सकता है।

ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार कुछ ग्रह दोषों के कारण आपको अपने प्रेम जीवन में असफलताओं या अपने पार्टनर से अलगाव का सामना करना पड़ सकता है। एस्‍ट्रोसेज के इस विशेष ब्‍लॉग में आगे बताया गया है कि किन ग्रहों और ग्रहीय स्थिति के कारण ब्रेकअप, वैवाहिक जीवन या प्रेम संबंध में मनमुटाव या तलाक की स्थिति उत्‍पन्‍न हो सकती है।

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कुंडली में तलाक की स्थिति कब बनती है?

जन्‍मकुंडली में ग्रहों की निम्‍न स्थितियों के कारण पति-पत्‍नी के बीच अलगाव या तलाक होने की आशंका रहती है:

  • सप्‍तमेश के छठे या आठवें भाव में होने पर पति-पत्‍नी का तलाक हो सकता है।
  • छठे आठवें भाव के स्‍वामी ग्रह का सातवें भाव में सप्‍तमेश के साथ होना भी वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है। यदि इस पर किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो, तो समस्‍याएं और ज्‍यादा बढ़ सकती हैं।
  • मंगल का पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव के साथ किसी अन्‍य अशुभ ग्रह के साथ संबंध हो, तो इसकी वजह से तलाक और अलगाव हो सकता है।
  • सप्‍तमेश के छठे भाव में होने पर इसके ऊपर मंगल की दृष्टि पड़ रही है, तो पति-पत्‍नी अचानक से अलग हो सकते हैं।
  • लड़के की कुंडली में पहले और सातवें भाव में शनि और मंगल की एक-दूसरे पर दृष्टि होने  और लड़कियों की कुंडली में पांचवे और ग्‍यारहवें भाव में इन दो ग्रहों की एक-दूसरे पर दृष्टि होने पर शादीशुदा जिंदगी में परेशानियां आने का खतरा रहता है।
  • शनि और मंगल दोनों की सातवें या आठवें भाव पर दृष्टि पड़ रही हो, तो वैवाहिक जीवन खराब हो सकता है।

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शुक्र दोष बनता है पति-पत्‍नी के अलगाव का कारण

ज्‍योतिषशास्‍त्र में शुक्र ग्रह को प्रेम का कारक माना गया है और अगर किसी व्‍यक्‍ति की कुंडली में शुक्र दोष हो या शुक्र कमज़ोर हो, तो उस व्‍यक्‍ति को शुक्र से संबंधित क्षेत्रों में अच्‍छे परिणाम नहीं मिल पाते हैं जिनमें से एक प्रेम भी है। शुक्र दोष के कारण जातक के विवाह में अड़चनें और रुकावटें आती हैं। उसे प्रेम संबंध में बार-बार असफलता देखने को मिलती है। इनके कई रिश्‍ते बनकर टूट जाते हैं। अगर किसी तरह से बात शादी तक पहुंच भी जाए और विवाह संपन्‍न हो जाए, तो जीवनसाथी के साथ मतभेद रहते हैं और पति-पत्‍नी के बीच झगड़ा होता रहता है। इस स्थिति में जीवनसाथी का किसी अन्‍य व्‍यक्‍ति के साथ भी संबंध बन सकता है।

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प्‍यार को टिकने नहीं देता है राहु

ज्‍योतिषशास्‍त्र में राहु को छाया ग्रह की उपाधि दी गई है और इसे पापी ग्रह भी माना जाता है। कहते हैं कि राहु इंसान की बुद्धि को भ्रष्‍ट कर देता है और व्‍यक्‍ति खुद को नुकसान पहुंचाने वाले फैसले लेने लगता है। इंसान के शब्‍द भी कटु हो जाते हैं जिसकी वजह से उसके अपने भी उससे दूर हो जाते हैं। प्रेम जीवन में राहु के कारण हमेशा पति-पत्‍नी के बीच मतभेद और मनमुटाव रहते हैं। लाख कोशिशों के बाद भी इनके जीवन में प्‍यार टिक नहीं पाता है और परिवार के साथ भी इनकी कलह रहती है। राहु दोष के कारण जातक की देर से शादी होती है और शादी हो भी जाए, तो भी पति-पत्‍नी के बीच लड़ाई रहती है। इनका रिश्‍ता तलाक तक भी पहुंच सकता है।

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शनि दोष से होता है नुकसान

यदि किसी व्‍यक्‍ति की कुंडली में शनि दोष बन रहा हो, तो उसका वैवाहिक जीवन प्रभावित होता है। इन लोगों की शादी में देरी और रुकावटें आती हैं। रिश्‍ता बार-बार पक्‍का होकर टूट सकता है। शनि के अशुभ प्रभाव के कारण ये कभी भी अपनी शादी में खुश नहीं रह पाते हैं। हो सकता है कि शनि दोष के कारण ये अपने जीवनसाथी के प्रति समर्पण भाव न रखें।

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वैवाहिक जीवन की समस्‍याओं को दूर करने के ज्‍योतिषीय उपाय

वैदिक ज्‍योतिष में ऐसे कई उपायों का उल्‍लेख किया गया है जिनकी मदद से आप अपने वैवाहिक जीवन में आई किसी भी तरह की परेशानी को दूर कर सकते हैं।

  • रिश्‍ते में सुधार लाने के लिए गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें।
  • वैवाहिक सुख-शांति के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
  • अगर आपको बृहस्‍पति के कारण समस्‍याएं आ रही हैं, तो आप पीले रंग की खाने की चीजें या हल्‍दी, मिठाई या वस्‍त्र आदि का दान करें।
  • मंगल दोष के कारण पति-पत्‍नी के बीच अनबन चल रही है, तो मंगलवार के दिन गुड़ का दान करें।
  • शादीशुदा जिंदगी में चंद्रमा के कारण आए तूफान को शांत करने के लिए चांदी का कोई आभूषण पहनें।
  • सूर्य की वजह से परेशानी हो रही है, तो गरीबों और जरूरतमंद लोगों को गेहूं और गुड़ का दान करें।
  • परिवार में सुख-शांति बनाए रखने एवं पति-पत्‍नी के बीच आपसी तालमेल को बढ़ाने के लिए आप सप्‍ताह में एक दिन नमक के पानी से फर्श पर पोंछा जरूर लगाएं।
  • वैवाहिक संबंध में प्रेम बनाए रखने के लिए स्त्रियां पीले रंग की चूडियां या सोने की चूड़ी पहनें।
  • मंगलवार, बृहस्‍पतिवार और शनिवार के दिन नाखून काटने से बचें।
  • यदि पति-पत्‍नी के परिवारों के बीच कलह और अनबन रहती है, तो सात कच्‍ची हल्‍दी के टुकड़े लें, तीन तांबे के सिक्‍के, गुड़ और केसर लें। इन सभी चीज़ों को एक पीले रंग के कपडे में बांधकर अपने ससुराल पक्ष के घर की ओर फेंक दें।

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