हिन्दू धर्मशास्त्र में अंकित सभी 16 संस्कारों में पुंसवन संस्कार को दूसरा संस्कार माना जाता है। हिन्दू कर्मकांड के अनुसार

हिन्दू धर्मशास्त्र में अंकित सभी 16 संस्कारों में पुंसवन संस्कार को दूसरा संस्कार माना जाता है। हिन्दू कर्मकांड के अनुसार
भारतीय संस्कृति की महानता इसकी जीवन पद्धति है और इसी जीवन पद्धति में ही 16 संस्कार आते हैं। हालाँकि कई
हिंदू धर्म में 16 संस्कारों का विशेष महत्व बताया गया है। ये सभी संस्कार अपना एक ख़ास महत्व रखते है।