सूर्य ग्रहण 2025: शनि गोचर और सूर्य ग्रहण एक साथ, देश-दुनिया को कैसे करेंगे प्रभावित?

सूर्य ग्रहण 2025: शनि गोचर और सूर्य ग्रहण एक साथ, देश-दुनिया को कैसे करेंगे प्रभावित?सूर्य ग्रहण 2025: शनि गोचर और सूर्य ग्रहण एक साथ, देश-दुनिया को कैसे करेंगे प्रभावित?

सूर्य ग्रहण 2025: शनि गोचर और सूर्य ग्रहण एक साथ, देश-दुनिया को कैसे करेंगे प्रभावित?

सूर्य ग्रहण 2025: एस्ट्रोसेज एआई समय-समय पर अपने पाठकों को ज्योतिष की दुनिया में होने वाले बदलावों के बारे में जानकारी देता रहा है। आज के इस विशेष ब्लॉग में हम साल 2025 के पहले सूर्य ग्रहण के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। बता दें कि इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगने जा रहा है और इस दिन ज्योतिष की दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण गोचर माने जाने वाला शनि का मीन राशि में गोचर भी होने जा रहा है। अगर आप भी जानना चाहते हैं सूर्य ग्रहण 2025 के बारे में सब कुछ,  तो इस लेख को अंत तक पढ़ना जारी रखें। 

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सूर्य ग्रहण को महत्वपूर्ण ज्योतिषीय और खगोलीय घटना के रूप में जाना जाता है। जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्र एक सीधी रेखा में आ जाते हैं, तब इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती हुए सूर्य की परिक्रमा करते हैं। इसी क्रम में, चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह होने के कारण पृथ्वी की परिक्रमा करता है। हम सभी जानते हैं कि धरती पर जीवन सिर्फ सूर्य देव की रोशनी से संभव है और सूर्य का प्रकाश ही पृथ्वी और चंद्रमा पर पड़ता है। पृथ्वी और चंद्रमा अपने परिक्रमा पथ पर चलते हैं और ऐसे में, कभी-कभी चंद्रमा पृथ्वी के इतने नज़दीक आ जाता है कि सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाती है, तो इस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहा जाता है जो कि पूर्ण या आंशिक हो सकता है। 

सूर्य ग्रहण 2025: ज्योतिष की दृष्टि में

ज्योतिष में सूर्य ग्रहण को एक विशेष घटना माना जाता है। यह एक ऐसी अवधि को दर्शाता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। ऐसे में, पृथ्वी एवं सूर्य के बीच चंद्रमा आकर कुछ देर के लिए सूर्य के प्रकाश को धरती तक पहुंचने से रोक देता है और इस घटना को परिवर्तनकारी माना जाता है। मान्यता है कि सूर्य ग्रहण संसार में नई शुरुआत लेकर आता है और इसका प्रभाव किसी व्यक्ति के जीवन में बड़े बदलाव लेकर आने में सक्षम होता है। सूर्य ग्रहण संकेत करता है कि आप अपने जीवन में जो भी कुछ पाना चाहते हैं, उसे पाने पर अपना ध्यान केंद्रित करें क्योंकि आपके सामने नए अवसर आ सकते हैं। बता दें कि सूर्य ग्रहण का प्रभाव मनुष्य जीवन और संसार पर कई महीनों तक बना रहता है। साथ ही, इसके प्रभावों को महसूस किया जा सकता है।

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सूर्य ग्रहण 2025: दृश्यता और समय 

साल का पहला सूर्य ग्रहण जो 29 मार्च 2025 को लग रहा है वह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा

तिथिदिन तथा दिनांकसूर्य ग्रहण सूर्य ग्रहण शुरू होने का समय सूर्य ग्रहण समाप्त होने का समयकहाँ-कहाँ दिखाई देगा
चैत्र मास कृष्ण पक्षअमावस्यातिथि29 मार्च 2025,शनिवार
दोपहर 14:21 बजे सेसायंकाल 18:14 तक
बरमूडा, बारबाडोस, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, उत्तरी ब्राज़ील, फिनलैंड, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, आयरलैंड, मोरक्को, ग्रीनलैंड, कनाडा का पूर्वी भाग, लिथुआनिया, हॉलैंड, पुर्तगाल, उत्तरी रूस, स्पेन, सूरीनाम, स्वीडन, पोलैंड, पुर्तगाल, नॉर्वे, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड और अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र(भारत में दृश्यमान नहीं)

नोट: जब बात आती है वर्ष 2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण की, तो ऊपर तालिका में दिया गया सूर्य ग्रहण का समय भारतीय समय के अनुसार है।

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सूर्य ग्रहण 2025: विश्व पर प्रभाव

  • जिन जातकों की कुंडली में सूर्य देव की स्थिति कमज़ोर है, उनमें ऊर्जा की कमी रह सकती है। साथ ही, इस दौरान उन्हें पिछले दिनों की तुलना में नकारात्मक ऊर्जा काफ़ी ज्यादा प्रभावित कर सकती है क्योंकि इस अवधि में सूर्य और राहु मीन राशि में एक साथ विराजमान हैं।
  • बृहस्पति ग्रह की मीन राशि में सूर्य देव और राहु ग्रह की युति जातकों में जीवनशक्ति की कमी और पाचन से जुड़ी समस्याओं की तरफ इशारा करती है। 
  • जैसे कि शनि महाराज 27 नक्षत्रों में से उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी हैं इसलिए इस अवधि में जातकों को गठिया, जोड़ों और हड्डियों से संबंधित समस्याओं के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
  • सूर्य महाराज की अपने पुत्र शनि देव के नक्षत्र में उपस्थिति जातकों को मानसिक समस्याएं देने का काम कर सकती है।
  • हालांकि, सूर्य ग्रहण 2025 के प्रभावों को सिर्फ़ उन्हीं स्थानों पर देखा और महसूस किया जा सकता है जहां पर सूर्य ग्रहण दिखाई देगा, दुनिया के बाकी देशों पर अगले 3 से 5 वर्षों तक धीमा लेकिन दीर्घकालिक प्रभाव बना रह सकता है।
  • विश्व के कुछ देशों में आग और वायु से जुड़ी आपदाएं और दुर्घटनाएं घटित हो सकती हैं क्योंकि साल 2025 के स्वामी मंगल देव है और ऐसी में, मार्च में होने वाला सूर्य ग्रहण सिर्फ समस्याओं को बढ़ाने का काम करेगा।
  • दुनियाभर के कुछ क्षेत्रों में अचानक से आतंकवादी हमले और महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
  • विश्व के कुछ देशों में सरकार गिरना या फिर सरकार बदलना जैसे दृश्य सामने आ सकते हैं।
  • सूर्य ग्रहण की वजह से भारत में बीच-बीच में सर्दी का मौसम आता-जाता रह सकता है।
  • इस अवधि में सोने की कीमत बढ़ सकती है जबकि पीतल की कीमत में कमी आ सकती है। 

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सूर्य ग्रहण 2025: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव 

मेष राशि

मेष राशि के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातकों को सूर्य ग्रहण सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा। इसके अलावा, इन लोगों को निराशा, मूड स्विंग, सिर दर्द, उल्टी और माइग्रेन जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। सूर्य ग्रहण 2025 के प्रभाव से आपके घर-परिवार का माहौल अशांत रह सकता है जिसकी वजह से आप बेचैन नज़र आ सकते हैं। ग्रहण से पहले, ग्रहण के दौरान और ग्रहण के बाद, इस राशि के छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है। साथ ही, इनका अपनी माता के साथ विवाद या मतभेद होने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप, आपके लिए ध्यान करना सर्वोत्तम रहेगा। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य महाराज की स्थिति कमज़ोर हैं, उनके लिए इस समय प्रतियोगी परीक्षा को पार करना आसान नहीं होगा।

तुला राशि

तुला राशि वालों की कुंडली में सूर्य देव आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके छठे भाव में राहु के साथ बैठकर युति का निर्माण कर रहे हैं जो कि रोग एवं बीमारी का भाव है।  आपको बता दें कि कुंडली का छठा भाव सरकार को भी दर्शाता है और ऐसे में, सरकारी नौकरी करने वाले जातकों को पूछताछ या फिर बॉस के साथ कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में आपके सामाजिक जीवन में, परिवार के सदस्यों या सहकर्मियों के साथ कुछ मतभेदों से जूझना पड़ सकता है जिसकी वजह से आप दूसरों के साथ कठोर या फिर उनको नियंत्रित करने वाले बन सकते हैं। ऐसे में, आपके व्यक्तिगत प्रगति के मार्ग में समस्याएं पैदा हो सकती हैं जिसके चलते आप रचनात्मक रूप से सोचने और कार्यों को बेहतर तरीके से करने में नाकाम रह सकते हैं। सूर्य ग्रहण की अवधि अपने शब्दों, कार्यों और खुद को जानने-समझने की अवधि होगी। 

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वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों को सूर्य ग्रहण 2025 की अवधि में बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि इस दौरान आपको अज्ञात शत्रुओं, रोग, कर्ज़ या फिर चोरी आदि का भय रह सकता है। सूर्य आपके दसवें भाव के स्वामी है और ऐसे में, आपको निश्चित रूप से किस्मत का साथ नहीं मिलने की आशंका है। इन जातकों के कर्ज़ में लगातार वृद्धि हो सकती है जिसके चलते आप आर्थिक समस्याओं से परेशान नज़र आ सकते हैं। करियर के क्षेत्र में सहकर्मियों या प्रतिद्वंदी आपकी परेशानी बढ़ाने का काम कर सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, वृश्चिक राशि वालों की सूर्य ग्रहण 2025 के दौरान अपने पिता, टीचर या मेंटर के साथ बहस होने की आशंका है इसलिए आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। 

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सूर्य ग्रहण 2025 के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय

  • ग्रहण शुरू होने से पहले और बाद में शरीर और आत्मा की शुद्धि के लिए स्नान करें। 
  • दैवीय ऊर्जा के आह्वान के लिए गायत्री मंत्र या आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करें।
  • इस अवधि में मंदिर में या किसी ब्राह्मण को गुड़, गेहूं, तांबा और घी का दान करें। 
  • देवी दुर्गा के मंदिर में चावल दान करें। 
  • जातक सात्विक भोजन के रूप में फल, मेवा, बीज और डेयरी से बने पदार्थों आदि का सेवन करें। 
  • मांस-मदिरा के सेवन से बचें। 
  • आप ध्यान का अभ्यास करें, विशेष रूप से मंत्र जाप के माध्यम से। 
  • आप “ॐ” या “सोहम” मंत्र का जाप करें। 
  • परिवार से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कोयला जलाएं। 
  • घर के शुद्धिकरण के लिए सिंगिंग बाउल, चाइम्स या शांति देने वाले संगीत का प्रयोग करें। 
  • आप रेकी जैसी हीलिंग उपचार पद्धति पर विचार कर सकते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सूर्य ग्रहण कब लगता है?

जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है और इस प्रकार, यह तीनों ग्रहों एक रेखा में आ जाते हैं। ऐसे में, पृथ्वी पर सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है और इसे ही, सूर्य ग्रहण कहते हैं।

29 मार्च 2025 को कौन सी ज्योतिषीय घटना होने जा रही है?

शनि का मीन राशि में गोचर 29 मार्च 2025 को होगा।

सूर्य ग्रहण किस पक्ष में लगने जा रहा है?

कृष्ण पक्ष। 

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