हर ग्रहण चाहे वो सूर्यग्रहण का हो या चंद्रग्रहण का, उसका वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दोनों ही दृष्टि से महत्व विशेष होता है। धार्मिक दृष्टि से देखें तो ग्रहण लगने की घटना बेहद अशुभ फलदायी मानी जाती है, जिसका नकारात्मक प्रभाव समस्त जन-जाति के साथ-साथ वातावरण पर भी दिखाई देता है।
इसी क्रम में इस साल का पहला ग्रहण घटित होगा, जो एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। ये ग्रहण शनिवार के दिन, 30 अप्रैल 2022 की रात्रि में घटित होगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार ये पहला सूर्य ग्रहण वैशाख अमावस्या में मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगेगा। ऐसे में आइये अब जानते हैं भरणी नक्षत्र से जुड़े कुछ रोचक व ज्योतिषीय तथ्य….
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भरणी नक्षत्र में लगेगा साल का प्रथम सूर्य ग्रहण
ज्योतिष विज्ञान में ग्रहों और राशियों की तरह ही नक्षत्रों का महत्व भी अधिक होता है। जिनकी कुल संख्या 27 बताई गई है। जातक के व्यक्तित्व और उसके स्वभाव के बारे में विशेषज्ञ नक्षत्रों की गणना से ही पता लगाते हैं। इतना ही नहीं स्वयं हिन्दू पंचांग की गणना में भी नक्षत्र की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जिसकी मदद से ज्योतिषी किसी भी विषय का सूक्ष्म अध्यनन कर, सटीक और स्पष्ट भविष्ववाणियां करने में सफल रहते हैं। नक्षत्र का प्रभाव ही जातक के जीवन में काफी परिवर्तन लेकर आता है। क्योंकि प्रत्येक नक्षत्र की अपनी अलग-अलग विशेषताएं होती है। ऐसे में सूर्यग्रहण जैसी बड़ी घटना का किसी विशेष नक्षत्र में घटित होना, उस नक्षत्र के जातकों के लिए बहुत महत्व रखता है।
चूंकि हाल ही में 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्यग्रहण भरणी नक्षत्र में ही लगेगा, इसलिए आज हम भरणी नक्षत्र के बारे में आपको इस लेख के माध्यम से कई छोटी-बड़ी जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
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भरणी नक्षत्र से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- भरणी नक्षण के स्वामी शुक्र ग्रह होते है।
- इस नक्षत्र के देवता यमराज को माना गया है।
- भरणी नक्षत्र में जन्मे जातकों का स्वभाव और व्यक्तित्व सामान्य से अधिक आकर्षक होता है।
- इस नक्षत्र में जन्में जातक बेहद साहसी और रोमांचक होते हैं, जो जोखिम व साहसिक कदम उठाने से कभी पीछे नहीं हटते।
- ऐसे जातकों में ईमानदारी और अभिमान दोनों का बराबर मेल देखने को मिलता है।
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- ये जातक धन-संग्रह करने की अपनी विशेष रुचि के चलते धन संचय करने में अक्सर सफल रहते हैं।
- इस नक्षत्र की महिलाएं भाग्यवान होती है। इस कारण शादी के बाद इन महिलाओं के पतियों की किस्मत चमक जाती है।
- शुक्र ग्रह के आधिपत्य के कारण भरणी नक्षत्र के जातक भौतिक सुखों और इच्छाओं की पूर्ति करने में सक्षम रहते हैं।
- ये हमेशा सामान्य लोगों से अधिक लक्ज़री, आरामदायक और आलीशान जीवन जीना पसंद करते हैं।
- इनका स्वभाव व्यवहारिक और मिलनसार होता है, जिसकी मदद से ये लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होते हैं।
- स्वभाव से ये जातक कुछ हठी प्रतीत हो सकते हैं। क्योंकि एक बार ये जो ठान लेते हैं फिर उस कार्य को पूरा करके ही दम लेते हैं।
- इन्हें सामाजिक प्रतिष्ठा और अपने मान-सम्मान की काफी चिंता होती है।
- इनके साथ लोग कार्य करना पसंद करते हैं, क्योंकि ये दूसरों से प्रेम और सद्भाव के साथ पेश आते हैं।
- इन जातकों का रुझान धर्म की ओर भी अधिक देखने को मिलता है।
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