सूर्य का कन्या राशि में गोचर: जानें सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव व आसान उपाय!

ज्योतिष शास्त्र में ग्रह गोचर को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक ग्रह एक नियमित अंतराल पर अपनी राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा सभी ग्रह अपनी चाल में भी समय-समय में बदलाव करते हैं जिसका प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है। ऐसे में, आने वाला सितंबर का महीना काफ़ी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौरान कई ग्रह अपनी राशि व चाल में परिवर्तन करेंगे। इसी क्रम में सूर्य भी अपनी राशि में परिवर्तन करने जा रहे हैं। हर ग्रह के राशि परिवर्तन का समय अलग-अलग होता है, जैसे सूर्य 30 दिन में राशि परिवर्तन करते हैं। सूर्य के गोचर से सभी 12 राशियों में सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। आइए एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं सूर्य का कन्या राशि में गोचर सभी राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगा।

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सूर्य का कन्या राशि में गोचर: तिथि और समय

आत्मा, जीवन, और ऊर्जा के कारक ग्रह सूर्य 17 सितंबर, 2023 की दोपहर 01 बजकर 20 मिनट पर अपनी सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कन्या राशि पृथ्वी तत्व की राशि मानी जाती है। ऐसे में, सूर्य का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रकार से देखने को मिलेगा। अब आगे जानते हैं ज्योतिष में सूर्य का महत्व।

ज्योतिष में सूर्य ग्रह का महत्व

वैदिक ज्योतिष में सूर्य को पूजनीय माना गया है और ये ग्रहों का राजा कहलाते हैं। यह पिता तुल्य व्यक्तित्व का भी प्रतिनिधित्व करते हैं और माना जाता है कि इनका व्यक्ति के जीवन और चरित्र पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सूर्य व्यक्ति के अहंकार, आत्मविश्वास और सफलता प्राप्त करने की इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है। यह नेतृत्व, दृढ़ संकल्प और निर्णय लेने की क्षमता को भी नियंत्रित करता है। सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं और मेष राशि में यह उच्च के होते हैं, जबकि तुला इनकी नीच राशि है। चंद्रमा, मंगल और गुरु सूर्य के मित्र ग्रह हैं जबकि शुक्र और शनि से इनकी शत्रुता है व बुध सम हैं।

ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में मौजूद हो तो ये जातक को अच्छी शारीरिक शक्ति, ऊर्जा और मजबूत स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। वहीं इसके विपरीत यदि कुंडली में सूर्य पीड़ित या कमज़ोर स्थिति में मौजूद हो तो ऐसे जातकों को कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है, खासतौर पर हृदय से संबंधित समस्या से व्यक्ति ग्रस्त हो सकता है क्योंकि जातक के शरीर में सूर्य हृदय को दर्शाता है। 

वहीं किसी भी महिला की कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति को पति की सफलता के लिए भी देखा जाता है। यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य लग्न भाव में विराजमान होते हैं तो ऐसे व्यक्ति का चेहरा बड़ा और गोल तथा आंखों का रंग सोने के समान होता है।

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सिंह राशि में सूर्य का प्रभाव

सिंह राशि में सूर्य के प्रभाव से जातक को समाज में मान-सम्मान व प्रतिष्ठा प्राप्त होती है और ये दान व उदारता के कार्य में सबसे आगे होते हैं। इन जातकों के सपने काफ़ी बड़े-बड़े होते हैं और वे इन्हें पूरा करने की पूरी कोशिश करते हैं, इसके लिए वे जी-जान से मेहनत करते हैं। साथ ही, ये जातक अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करते हैं। प्रेम जीवन की बात करें तो सिंह राशि में सूर्य के प्रभाव से जातक रिश्ते में ईमानदार होते हैं और कोई भी रिश्ता आसानी से नहीं तोड़ते। ये लोग लंबे समय तक अपने प्‍यार का इंतज़ार कर सकते हैं और प्यार में न धोखा देते हैं और न धोखा देने वाले लोग इन्हें पसंद होते हैं। इनके दिल से जो एक बार उतर जाता है वह दोबारा दिल में जगह नहीं बना पता।

सिंह राशि में सूर्य के प्रभाव के नकारात्मक पक्ष की बात करें तो ये लोग व्यवहार में कभी-कभी अहंकारी हो सकते हैं, जिस वजह से इनकी वाणी कठोर हो सकती है और कई बार इसका प्रभाव रिश्ते में भी पड़ सकता है। इनके गलत व्यवहार की वजह से भाई-बहनों से रिश्ता बिगड़ सकता है। इसके अलावा ये लोग आलसी भी हो जाते हैं और इस वजह से हर काम को कल पर टाल देते हैं। जिसका नुकसान भी इन्हें उठाना पड़ सकता है।

कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति पर मिलते हैं ये संकेत

यदि जन्म कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत स्थिति में विराजमान हो तो यह जातक को कई अच्छे परिणाम प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं बली सूर्य के संकेत:

  • बली सूर्य के कारण जातक के सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत होता है और जीवन के प्रति वह आशावादी होता है।
  • सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति अपने जीवन में प्रगति करता है और समाज में उसका मान-सम्मान बढ़ता है।
  • कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होने के परिणामस्वरूप जातक व्यापार में ऊंचे मुकाम को हासिल करता है और उसे नए बिज़नेस में प्रवेश करने का मौका मिलता है। वहीं जो लोग नौकरीपेशा हैं उन्हें कार्यक्षेत्र में पदोन्नति की प्राप्त होती है और वरिष्ठों से मान-सम्मान मिलता है।
  • कुंडली में सूर्य के मजबूत होने पर व्यक्ति को हर सुख-सुविधाएं प्राप्त होती है।
  • इसके अलावा बली सूर्य व्यक्ति को आत्मबल, साहस, पराक्रम और तेजस्वी बनाता है।
  • सूर्य के शुभ प्रभाव से प्रभावित व्यक्ति हष्ट-पुष्ट होता है और सभी रोगों से मुक्त होता है।

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कमज़ोर सूर्य के संकेत

यदि कुंडली में सूर्य कमज़ोर स्थिति में विराजमान होता है तो आपके जीवन में कई समस्याएं आ सकती हैं। आइए जानें पीड़ित सूर्य से मिलने वाले संकेतों के बारे में:

  • अगर आपकी कुंडली में सूर्य पीड़ित है तो आपके अंदर इच्छाशक्ति में कमी हो सकती है और जिसके चलते हो सकता है कि आपका किसी काम में मन न लगे। 
  • यदि आप कोई भी काम करते हैं और आपको उस काम पर भरोसा न हो कि यह काम सही है या गलत तो समझ लें कि सूर्य की स्थिति आपकी कुंडली में कमज़ोर हैं।
  • अगर आप किसी काम को करने का ज्यादा प्रयास ही नहीं करते हैं और सफलता व असफलता से डर जाते हैं तो समझ लें कि आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ नहीं हैं।
  • कुंडली में यदि सूर्य कमज़ोर है तो आपके अंदर आत्मविश्वास की कमी हो सकती है और हो सकता है कि बड़े से बड़े फैसले लेने से पीछे हट जाए।
  • कुंडली में पीड़ित सूर्य के परिणामस्वरूप आपके पिता से आपके संबंध खराब हो सकते हैं और आपका अपने पिता से विवाद होने की आशंका होती है।
  • ज्योतिष के अनुसार यदि किसी जातक का सूर्य कमज़ोर होगा तो उसे कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान की कमी महसूस होगी और व्यापार में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं।
  • इसके अलावा, यदि कुंडली में सूर्य की स्थिति कमज़ोर होगी तो आपको अपने सुसराल पक्ष की तरफ से बदनामी मिल सकती है और आपका तिरस्कार हो सकता है। यहीं नहीं आप पर झूठे आरोप भी लगाए जा सकते हैं।
  • साथ ही, पीड़ित सूर्य स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। इसके परिणामस्वरूप शरीर की त्वचा बेजान रूखी रहती है। हार्मोन्स बहुत ज़्यादा बिगड़ जाते हैं व्यक्ति को थाइरोइड और डिप्रेशन समस्याएं परेशान करने लगती है।

सूर्य को मजबूत करने के आसान उपाय

सूर्य को मजबूत करने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताया जा रहा है। इन उपायों को अपनाने से पीड़ित सूर्य को मजबूत किया जा सकता है।

रविवार को रखें व्रत

कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए कम से कम 12 या 21 रविवार का व्रत रखें और प्रतिदिन उगते सूर्य को जल चढ़ाएं। ऐसा करने से सूर्य देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

रविवार के दिन लाल वस्त्र पहनें

सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन स्नान करने के बाद लाल वस्त्र धारण करें और सूर्य के मंत्र ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: का 108 बार जाप करें।

सूर्यदेव को अर्पित करें जल

इसके अलावा, रविवार के दिन स्नान के बाद तांबे के लोटे में साफ जल लें और इसमें लाल चंदन, लाल फूल, अक्षत और दूर्वा मिला कर सूर्यदेव को अर्पित करें।

न करें नमक का सेवन

पीड़ित सूर्य को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन नमक का सेवन न करें। खाने में साबूदाना, दूध, दही, घी, चीनी, गेहूं की रोटी आदि का सेवन करें लेकिन नमक का इस्तेमाल न करें।

इन चीज़ों का करें दान

कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन दान-पुण्य जरूर करें। इस दिन लाल और पीले रंग के वस्त्र, गुड़, सोना, तांबा, गेहूं, लाल कमल, मसूर दाल, गाय आदि का दान विशेष फलदायी माना जाता है।

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सूर्य का कन्या राशि में गोचर: जानें सभी राशियों पर शुभ व अशुभ प्रभाव!

मेष राशि

सूर्य का कन्या राशि में गोचर छठे भाव में होने जा रहा है जो दुश्मनों, बीमारियों, प्रतिस्पर्धा, और मामा से जुड़ा है। आपके छठे घर में कन्या राशि में सूर्य के इस गोचर से…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

वृषभ राशि के छात्र विशेष रूप से जो राजनीति विज्ञान या उच्च डिग्री हासिल करने वाले हैं उनके लिए यह समय ज्यादा अनुकूल रहने वाला है। यहां तक कि…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

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कर्क राशि

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सिंह राशि

सूर्य के कन्या राशि में गोचर के दौरान आपका पूरा ध्यान अपने परिवार और उन मूल्यों पर रहने वाला है जिन्हें आप सबसे ज्यादा तवज्जो देते हैं। इसके अलावा अगर आपके…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि

सूर्य की दृष्टि रहने वाली है जो विवाह का प्रतिनिधित्व करता है। यह स्थिति विशेष रूप सेयह आपके लिए अनुकूल नहीं रहने वाला है क्योंकि…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

इस अवधि में आपके जीवन में ढेरों स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं जिसके लिए आपको…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि

कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर आपके पेशेवर जीवन में उन्नति लेकर आएगा। जो लोग पदोन्नति या वेतन वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं उनकी…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

कन्या राशि में दशम भाव में सूर्य का यह महत्वपूर्ण गोचर आपके लिए बेहद ही शुभ है क्योंकि सूर्य को सरकारी नौकरी और पेशेवर जीवन…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर मिश्रित परिणाम लेकर आने वाला है। यह आपके भाग्य में वृद्धि करेगा और आपको…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

अपने स्वास्थ्य का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें, सुरक्षित रूप से गाड़ी चलाएं, और यात्रा करते समय विशेष तौर पर सतर्क रहें…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं रहने वाला है। सूर्य एक उग्र और गर्म ग्रह है जिसके चलते सूर्य को वैवाहिक जीवन के लिहाज से शुभ… (विस्तार से पढ़ें)

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