सूर्य का धनु राशि में गोचर: जानें सूर्य के गोचर से किन जातकों की चमकेगी किस्मत!

सूर्य का धनु राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य का धनु राशि में गोचर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेंगे। बता दें कि सूर्य 16 दिसंबर, 2023 को बृहस्पति ग्रह द्वारा शासित राशि धनु में दोपहर 03 बजकर 47 मिनट पर गोचर करने जा रहे हैं। आत्मा के कारक ग्रह सूर्य का धनु राशि में होने वाला गोचर आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव डालेगा। तो आइए जानते हैं सूर्य का गोचर किस राशि के जातकों के लिए शुभ व किस राशि के जातकों के लिए अशुभ साबित होने वाला है। साथ ही, जानेंगे इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के आसान उपायों के बारे में।

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सूर्य का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके पांचवें भाव के स्वामी है और यह आपके धर्म, पिता, गुरु, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य के नौवें भाव में गोचर करेंगे। मेष राशि के जातकों के लिए नौवें भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल साबित होगा। इसके परिणामस्वरूप आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक होगा और आप धर्म-कर्म के कामों में अधिक रुचि लेंगे। आपके रिश्ते सभी से अधिक मजबूत और बेहतर होंगे। साथ ही, आपको अपने पिता, गुरु और अपने जीवनसाथी का प्रेम और भरपूर साथ मिलेगा। यह अवधि उन जातकों को शानदार परिणाम प्रदान करेगी जो धर्म गुरु, राजनेता, प्रेरक वक्ता या परामर्श और शिक्षक के पेशे से जुड़े हैं।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य पहले भाव के स्वामी है और सूर्य आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप सिंह राशि के जो शादीशुदा जातक परिवार को बढ़ाना चाहते हैं या परिवार की योजना बनाने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें इस दौरान कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। सिंह राशि वाले माता-पिता अपनी संतान के साथ इस अवधि गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकते हैं। हालांकि सूर्य एक क्रूर और उग्र ग्रह है और इसके फलस्वरूप सूर्य देव का पांचवें भाव में गोचर आपके प्रेम जीवन के लिए ज्यादा अनुकूल प्रतीत नहीं रहने के संकेत हैं। अहंकार और दूसरे पर जीत हासिल करने की चाहत के कारण आपका अपने साथी के साथ विवाद या मतभेद हो सकते हैं इसलिए प्रेम जीवन के मामले में इस दौरान आपको थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता हो सकती है।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके परिवार, कमाई और वाणी के दूसरे भाव में गोचर करेंगे। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का यह गोचर बेहद अनुकूल रहने वाला है। इस अवधि आपकी वाणी बहुत ही आधिकारिक और आदेश देने वाली रहने वाली है। सूर्य के गोचर के दौरान आपको परिवार का पूरा सहयोग प्राप्त होगा, जिसकी वजह से आपका रिश्ता उनके साथ पहले से ज्यादा मजबूत और गहरा होगा। वृश्चिक राशि के जो जातक काम के सिलसिले से अपने परिवार से दूर रहते हैं, वे इस दौरान अपने घर परिवार से मिलने जा सकते हैं।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य का गोचर आपके पहले भाव में होने जा रहा है। इस गोचर के दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ बहुत अधिक होगा और आप समाज की बेहतरी के लिए काम करते हुए नजर आएंगे। इस दौरान आपको अपने पिता, गुरु और मेंटर का भी पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त होगा। सरकार से जुड़े लोग और उच्च अधिकारी भी आपका सहयोग करते हुए दिखाई देंगे, जो कि आपकी बेहतरीन नेतृत्व क्षमता और सही निर्णय लेने के गुण का परिणाम होगा जिससे लोग जल्द ही आपकी तरफ प्रभावित हो जाएंगे। इस अवधि धनु राशि के जो जातक सरकारी नौकरी करते हैं या सरकार के साथ कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से जुड़े हैं या फिर राजनेता, मेंटर, धर्म गुरु, शिक्षक, प्रोफेसर या काउंसलर के रूप में काम कर रहे हैं, तो सूर्य के गोचर के दौरान उनका पेशवर जीवन बहुत ही शानदार रहेगा और तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ेगा।

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सूर्य का धनु राशि में गोचर: इन राशि के जातकों को रहना होगा सावधान

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव के स्वामी है और यह आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आठवां भाव दीर्घायु और अचानक होने वाली घटनाओं को दर्शाता है। सूर्य का यह गोचर वृषभ राशि के जातकों के घरेलू जीवन को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान आपका घरेलू जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। आपकी माता के साथ आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं। ऐसे में आपको उनके स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत पड़ सकती है। आपको सलाह दी जाती है कि अपनी माता जी की नियमित चिकित्सा जांच करवाते रहें। चौथा भाव वाहन, घर और भौतिक सुख को दर्शाता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि यदि आप कोई घर या वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं तो इसे स्थगित कर दें या आगे के लिए टाल दें क्योंकि यह अवधि आपके लिए अनुकूल साबित नहीं हो रहा है। वहीं वाहन चलाते समय या यात्रा करते समय विशेष ध्यान दें।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे भाव के स्वामी हैं और यह आपके सातवें भाव में गोचर करेंगे। सूर्य आपके मित्र ग्रह है लेकिन फिर भी सातवें भाव में सूर्य का गोचर आपके वैवाहिक जीवन के अनुकूल प्रतीत नहीं होने की संभावना है क्योंकि सूर्य एक उग्र ग्रह है और यह अहंकार का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, इस बात की प्रबल संभावना है कि सूर्य का धनु राशि में गोचर होने से इन जातकों को पार्टनर के साथ रिश्ते में अहंकार के कारण टकराव या विवाद का सामना करना पड़े इसलिए आपको अहंकार की भावना और पार्टनर के साथ किसी भी प्रकार की बहस बाजी से बचने की सलाह दी जाती है। आशंका है कि सूर्य गोचर के दौरान आप दोनों को रिश्ते में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़े।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। यह भाव शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और चाचा के भाव को दर्शाता है। कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य एक मित्र ग्रह है लेकिन छठे भाव में सूर्य का गोचर आपको धन, संपत्ति या पैतृक संपत्ति की वजह से विवादों या कानूनी मामलों में फंसवाने का कारण बन सकता है। इसके अलावा, आपका परिवार वालों के साथ रिश्ते खराब हो सकते हैं। हो सकता है उनसे आपक विवाद हो जाए। बात करें सूर्य देव की दृष्टि की तो यह छठे भाव में बैठकर आपके विदेश और अलगाव के भाव यानी कि बारहवें भाव को देख रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप परिवार के बीच एक दूरी बन सकती है, चाहे वह शारीरिक हो या भावनात्मक या आप विदेश या कहीं दूर नौकरी करने परिवार से दूर जा सकते हैं।

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सूर्य का धनु राशि में गोचर: प्रभावशाली उपाय

  • रविवार को गुड़, गेहूं और तांबे का दान करें।
  • रविवार को छोड़कर प्रतिदिन तुलसी के पौधे को जल दें।
  • प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • यदि संभव हो तो अक्सर लाल और नारंगी रंग के कपड़े पहनें।
  • प्रतिदिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य को जल अर्पित करें।
  • अपने घर और कार्यालयों में सूर्य यंत्र स्थापित करें और विधि विधान से पूजा करें।

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