सूर्य ग्रहण के बाद अब सूर्य का गोचर जल्द, जानें गोचर का देश-दुनिया पर प्रभाव

साल के पहले सूर्य ग्रहण का समापन 10 जून को हो चुका है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रहण एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है लेकिन सूर्य ग्रहण के बाद अब सूर्य से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना जल्द ही होने वाली है। दरअसल सूर्य देवता अब मिथुन राशि में 15 जून को गोचर करने वाले हैं। चूंकि वैदिक ज्योतिष मानता है कि हमारा आज और आने वाला कल ग्रहों के गोचर और स्थिति से ही निर्धारित होता है। न सिर्फ मनुष्य बल्कि ग्रहों के गोचर से पूरी दुनिया के जीव-जंतु प्रभावित होते हैं। यही वजह है कि वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। 

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ऐसे में आज हम आपको इस लेख में सूर्य गोचर से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं। साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि सूर्य के इस गोचर का देश दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है लेकिन उससे पहले सूर्य से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बात आपके साथ साझा कर देते हैं।

वैदिक ज्योतिष में सूर्य का महत्व

सूर्य को वैदिक ज्योतिष में सभी ग्रहों का राजा माना जाता है। सूर्य किसी पुरुष की कुंडली में पिता के कारक होते हैं और किसी महिला की कुंडली में पति के कारक माने जाते हैं। सूर्य यदि किसी जातक की कुंडली में बली हों तो उस जातक को समाज में मान-सम्मान और उच्च पद प्राप्त होता है। सूर्य यदि किसी जातक की कुंडली में कमजोर स्थिति में मौजूद हों तो ऐसे जातक स्वभाव से अहंकारी, उदास और आत्म विश्वास की कमी से जूझते रहते हैं। साथ ही कमजोर सूर्य जातक को हृदय संबंधी बीमारी से भी पीड़ित करता है। सभी बारह राशियों में सूर्य का आधिपत्य सिंह राशि पर है। वहीं सूर्य मेष राशि में उच्च और तुला राशि में नीच हो जाते हैं।

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ऐसे में आपको समझ आ गया होगा कि सूर्य का मानव जाति पर कितना अधिक प्रभाव है और इसका गोचर इतना महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है। आइये अब आपको सूर्य गोचर से जुड़ी जरूरी जानकारी दे देते हैं।

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सूर्य का गोचर कब?

सूर्य देवता अब साल 2021 के जून महीने में गोचर कने वाले हैं। सूर्य का यह गोचर 15 जून 2021 को मंगलवार की सुबह 05 बजकर 49 मिनट पर मिथुन राशि में हो रहा है। सूर्य देवता मिथुन राशि में 16 जुलाई, 2021 को शुक्रवार की शाम 04 बजकर 41 मिनट तक रहने वाले हैं। इसके बाद सूर्य देवता कर्क राशि में गोचर कर जाएँगे।

आइये अब आपको बता देते हैं कि मिथुन राशि में सूर्य के गोचर का देश-दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

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देश दुनिया पर सूर्य गोचर का असर

सूर्य का गोचर मिथुन राशि में होने वाला है। मिथुन राशि के स्वामी बुध माने जाते हैं जो कि वैदिक ज्योतिष में एक शुभ ग्रह का दर्जा रखते हैं। सूर्य और बुध के बीच अच्छे सामंजस्य की वजह से इस गोचर की अवधि के दौरान प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। देश-विदेश में विभिन्न राष्ट्र इस गोचर के दौरान प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में कुछ विशेष करार कर सकते हैं जो कि भविष्य के लिए काफी सकारात्मक नतीजे लेकर आ सकता है। वहीं बैंकिंग सेक्टर में इस दौरान तेजी देखने को मिल सकती है।

लेकिन दूसरी तरफ वृषभ राशि में राहु और कर्क राशि में मंगल ग्रह के मौजूद होने से पाप कर्तरी योग का निर्माण हो रहा है जिसकी वजह से विभिन्न देशों के बीच तनाव की स्थिति बनती दिख रही है। इस दौरान राष्ट्रों के मध्य एक दूसरे के लिए तल्ख टिप्पणियों का उपयोग करने से स्थिति तनावपूर्ण रह सकती है। वहीं विश्व के बड़े मंचों पर जैसे कि G7 सम्मेलन में भी विभिन्न देश एक दूसरे के विरोध में बयान देते नजर आ सकते हैं।

इसके अलावा आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाये तो यह गोचर उतना अनुकूल नजर नहीं आ रहा है। इस दौरान बैंक में एनपीए में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। साथ ही कर्ज़ लेने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने की आशंका है। शिक्षा के क्षेत्र में कुछ अहम बदलाव की घोषणा की जा सकती है जिसका असर राष्ट्रीय स्तर पर होने की संभावना है। लोगों के व्यवहार में आवेग बढ़ने की आशंका है जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर वाद-विवाद बढ़ने की आशंका है। सरकार का रवैया इस दौरान काफी सख्त रह सकता है और वो जनहित में कुछ कड़े कदम उठाने को मजबूर हो सकती है।

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आइये अब आपको बता देते हैं कि सूर्य के इस गोचर से किन राशियों को फायदा होने वाला है और किन राशियों को सावधान रहने की जरूरत है।

इन राशियों को होगा गोचर का फायदा और इन्हें रहना होगा सावधान

किसी भी ग्रह के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। जाहिर है कि सूर्य के गोचर का भी प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा लेकिन इन 12 राशियों में चार ऐसी राशियाँ हैं जिन्हें सूर्य गोचर से जबर्दस्त लाभ होने की संभावना है। ये चार राशियाँ हैं, मिथुन, सिंह, कन्या और मकर राशि। आर्थिक, करियर और पारिवारिक जीवन के लिहाज से इन चार राशियों के लिए सूर्य गोचर की यह अवधि शुभ रह सकती है। 

वहीं गोचर के दौरान तुला और मीन राशि के जातकों को विशेष तौर से सावधान रहने की जरूरत है। मानसिक तनाव में इजाफा देखने को मिल सकता है और स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ने की आशंका है। आर्थिक तौर पर भी सतर्क रहने की खास जरूरत है अन्यथा आर्थिक समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।

आइये अब आपको बताते हैं कि सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।

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सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय

  • सूर्य को मजबूत रखने के लिए जातकों को अपने घर की पूर्व दिशा को हमेशा साफ-सूत्र रखना चाहिए। यदि आपके घर की पूर्व दिशा में कचड़े का ढेर या फिर खराब या बेकार समान पड़ा हो तो उसे जल्द से जल्द वहाँ से हटा दें।
  • सूर्य किसी भी पुरुष जातक की कुंडली में पिता के और महिला की कुंडली में पति के कारक माने जाते हैं। ऐसे में सूर्य को प्रसन्न रखने के लिए पुरुष जातकों को अपने पिता और महिला जातकों को अपने पति का सम्मान करना चाहिए। इससे सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं। पुरुष जातक प्रतिदिन सुबह में अपने पिता के चरण स्पर्श करें। 
  • प्रतिदिन सुबह जल्दी उठें और उगते हुए सूर्य के दर्शन करें। इसके साथ ही हर रोज भगवान सूर्य को एक तांबे के पात्र में जल में लाल पुष्प, लाल चन्दन और चावल मिलाकर अर्घ्य दें। इससे भगवान सूर्य की आप पर विशेष कृपा होगी।
  • नहाने के पानी में इलायची, लाल चन्दन, केसर, मुलेठी या फिर लाल पुष्प डालकर स्नान करें। इससे सूर्य देवता के नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन से दूर होंगे।
  • रविवार के दिन व्रत रखें। इस दिन नमक न खाएं। ज्यादा परेशानी होने पर आप सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं लेकिन अन्न न खाएं। फलाहार पर रहें। इससे सूर्य देवता आप पर अति प्रसन्न होंगे।
  • प्रतिदिन भगवान विष्णु की उपासना करने से भी भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं। आदित्यहृदय स्त्रोत और गायत्री मंत्र का पाठ से भी सूर्य देवता शुभ फल देते हैं।
  • प्रतिदिन माथे पर लाल चन्दन लगाएं। यदि प्रतिदिन ऐसा करना संभव न हो तो रविवार के दिन ऐसा जरूर करें। घर के प्रत्येक सदस्य भी अगर रविवार के दिन मस्तक पर लाल चन्दन का तिलक करें तो आपके लिए शुभ होगा। खास कर किसी कार्य के लिए घर से बाहर निकलें तो माथे पर तिलक जरूर धारण करें। कार्य में सफलता मिलेगी।
  • दिनचर्या की शुरुआत कुछ मीठा खा कर करें। सूर्य देवता प्रसन्न होंगे।
  • रविवार के दिन तांबा और गेहूं का दान करें। सूर्य देवता की कृपा होगी।
  • संभव हो तो पहाड़ी गाय, कपिला गाय या फिर बंदर को भोजन कराएं। सूर्य देवता सकारात्मक फल देंगे।

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