हिन्दू धर्म में मान्यता प्राप्त प्रमुख तीजों में हरतालिका तीज को विशेष महत्व दिया जाता है। हरतालिका तीज खासतौर से उत्तर भारत के मुख्य राज्यों में मनाया जाता है। इसके अलावा इस त्यौहार को राजस्थान के भी कुछ क्षेत्रों में विशेष धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न विधि विधानों को करने के साथ ही महिलाओं को सोलह श्रृंगार करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन शायद आपको सभी सोलह श्रृंगार की समाग्रियों के बारे में नहीं मालूम होगा। आइये जानते हैं सोलह श्रृंगार में शामिल सभी चीज़ों के बारे में जिनका इस्तेमाल आज के दिन विशेष रूप से महिलाओं को जरूर करना चाहिए।
आज के दिन सोलह श्रृंगार के इन सभी चीजों का करें इस्तेमाल
सिन्दूर : सुहागिन महिलाओं के लिए इसका प्रयोग अहम माना जाता है। आज के दिन विशेष रूप से सिंदूर से अपनी मांग भरें। इसे माता पार्वती और सती का प्रतीक माना जाता है।
बिंदी : हमारे धर्मग्रंथों में ऐसा लिखा है की महिलाओं को अपने मस्तक के बीच में बिंदी जरूर लगानी चाहिए। ऐसा करने से तीसरी आँख हमेशा खुली रहती है। सोलह श्रृंगार में बिंदी को भी प्रमुख माना जाता है।
गजरा : सोलह श्रृंगार की वस्तुओं में गजरा को भी अहम माना जाता है। इसे सुहाग की निशानी माना जाता है। आज के दिन महिलाओं को अपने बालों में गजरा जरूर लगाना चाहिए।
मांगटीका : हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मांग टीका सुहागिन स्त्रियों को विशेष रूप से अपने सिंदूर की रक्षा के लिए इस्तेमाल करनी चाहिए। इसलिए सोलह श्रृंगार में इसे भी ख़ास माना जाता है।
मंगलसूत्र : सुहागिन महिलाओं के लिए मंगल सूत्र उनके सुहाग की निशानी माना जाता है। इसे वैसे तो हमेशा ही धारण करना चाहिए लेकिन विशेष रूप से इसे आज के दिन जरूर पहनें।
चूड़ियां : सभी सोलह श्रृंगार के सामानों में चूड़ियों को अहम माना जाता है। इसे सभी सुहागिन महिअलों को जरूर पहनना चाहिए।
बालियां/ झुमका : कानों में पहनी जाने वाले बालियों या झुमकों के बिना सोलह श्रृंगार पूरा नहीं माना जाता। इसलिए आज के दिन कानों में झुमके पहनना भी जरूरी माना जाता है।
बाजूबंद : वैसे तो आजकल इस गहने का इस्तेमाल काफी कम हो गया है लेकिन इसके वाबजूद भी इस गहने के बिना सोलह श्रृंगार पूरा नहीं माना जाता है। इसलिए आज के दिन इसे भी जरूर धारण करें।
नथ : नाक में पहने जाने वाले नथ को भी सोलह श्रृंगार का एक अहम हिस्सा माना जाता है। इस दिन खास करके नथ जरूर पहनें।
कमरबंद : कमर में पहनें जाने वाले कमरबंद को भी सोलह श्रृंगार का एक हिस्सा माना जाता है। इसे भी आज विशेष रूप से पहनें।
अंगूठी : हाथों की उँगलियों में पहनी जाने वाली अंगूठी को भी सोलह श्रृंगार का एक अहम हिस्सा माना जाता है।
मेहँदी : सोलह श्रृंगार की सभी समाग्रियों में मेहँदी को भी बेहद ख़ास माना जाता है। इसलिए आज के दिन हाथों में मेहँदी भी जरूर लगाएं।