नवंबर के महीने में एक बार फिर शुक्र ग्रह का गोचर होने वाला है। जहां पहले शुक्र ग्रह ने 3 नवंबर को कन्या राशि में गोचर किया था वहीं अब 30 नवंबर को शुक्र का तुला राशि में गोचर होने वाला है। ऐसे में अपने इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे शुक्र के तुला राशि में गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर क्या कुछ प्रभाव पड़ने की आशंका बन रही है।
इसके अलावा शुक्र ग्रह से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों की जानकारी, तुला राशि में शुक्र के प्रभाव से संबंधित जानकारी, और शुक्र ग्रह को कुंडली में मजबूत बनाने से जुड़ी जानकारियां भी आपको इस ब्लॉग के माध्यम से हम प्रदान करेंगे। तो लिए सबसे पहले आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं शुक्र का तुला राशि में यह गोचर कब होने वाला है।
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शुक्र का तुला राशि में गोचर समय
जहां नवंबर की शुरुआत में अर्थात 3 नवंबर को शुक्र ने कन्या राशि अर्थात अपनी नीच राशि में गोचर किया था वहीं अब 30 नवंबर को शुक्र देव अपने स्वामित्व वाली तुला राशि में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र सिर्फ तुला राशि के स्वामी ही नहीं बल्कि यह इनकी मूल त्रिकोण राशि भी है। बात करें समय की तो शुक्र का यह गोचर रात 12 बजकर 05 मिनट पर होने जा रहा है। इस दौरान प्रेम का कारक ग्रह शुक्र स्वराशि में गोचर कर जाएगा। ऐसे में शुक्र का यह गोचर बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
माना जाता है कि कोई भी ग्रह जब अपनी राशि अर्थात स्वराशि में गोचर करता है तो वह बेहद ही शुभ परिणाम प्रदान करता है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि शुक्र ग्रह का तुला राशि में यह गोचर किन राशियों को लाभ कराएगा और किन राशियों की किस्मत इस गोचर से चमकने वाली है।
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तुला राशि में शुक्र गोचर का प्रभाव
सबसे पहले बात करें तुला राशि में शुक्र गोचर के प्रभाव के बारे में तो, तुला राशि में शुक्र गोचर का प्रभाव अक्सर देखा गया है कि, जब तुला राशि अर्थात स्वराशि में शुक्र का गोचर होता है तो यह जातकों के जीवन में संतुलन लेकर आता है। शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष में प्रेम, सौंदर्यता, सद्भाव, सुख, विलासिता, आदि का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में इस गोचर के प्रभाव स्वरूप रिश्तों और साझेदारी में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। अगर जातक पहले से किसी रिश्ते में है तो मुमकिन है कि शुक्र के स्वराशि में गोचर के दौरान उनके रिश्ते में सद्भाव और संचार की वृद्धि देखने को मिलेगी जिससे आपका रिश्ता मजबूत हो सकता है। इसके अलावा रिश्तों में चल रही परेशानियों और दिक्कतों को हल करने के लिए भी यह समय बेहद ही अनुकूल साबित हो सकता है।
अविवाहित लोगों के लिए यह समय रोमांटिक अवसर लेकर आ सकता है। इसके अलावा शुक्र का स्वराशि में गोचर पेशेवर जीवन और व्यक्तिगत जीवन सहित सभी क्षेत्रों में संतुलन और सामंजस्य की वजह बन सकता है। यह जातकों को आत्म देखभाल और कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा। तुला राशि में शुक्र का गोचर जातकों के अंदर रचनात्मकता और कलात्मकता बढ़ाने वाला साबित होगा ऐसी प्रबल संभावना है। साथ ही रचनात्मकता के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपनी प्रतिभा को और ज्यादा उजागर करने और उसे निखारने में भी शुक्र के इस गोचर का समर्थन प्राप्त होगा।
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शुक्र का तुला राशि में होना
शुक्र जब तुला राशि में होता है तो इसे बेहद ही शुभ एवं सकारात्मक माना गया है। जैसा कि हम बार-बार बता रहे हैं कि तुला शुक्र की अपनी राशि है। ऐसे में जब कोई भी ग्रह अपने ही घर में या अपनी ही राशि में होता है तो वह बेहद ही अनुकूल स्थिति में मौजूद होता है और शुभ परिणाम प्रदान करने में सहायक साबित होता है। शुक्र का स्वराशि में होना व्यक्ति को आर्थिक उन्नत, प्रसन्न, रोमांटिक, विलासिता से परिपूर्ण जीवन जीने में मददगार साबित होगा।
कुंडली में शुक्र की तुला राशि में स्थिति काफी मजबूत मानी जाती है। इसके अलावा तुला राशि शुक्र की मूल त्रिकोण राशि भी है इसी के चलते यह एक उत्तम स्थिति का निर्माण करेगी। इस दौरान व्यक्ति के सौंदर्य में आकर्षण होगा। जातकों को अच्छी सुंदर चीजों के प्रति ज्यादा लगाव होगा। जातकों को अपने जीवन में भव्यता ज्यादा पसंद आएगी और आप मौज मस्ती और वैभव का आनंद लेंगे।
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तुला राशि में शुक्र का गोचर जातकों को करियर एवं व्यवसाय में आगे बढ़ाने के अवसर प्रदान करने वाला साबित होगा। इस अवधि में जातक एक से ज्यादा काम में रुचि रखते भी नजर आएंगे। आप काम में बेहतर संभावनाओं की तलाश कर सकते हैं। शुक्र के तुला राशि में होने पर व्यक्ति के अंदर कला के प्रति झुकाव देखने को मिलेगा। ऐसे में यह समय अवधि विशेष रूप से होटल, फूड, फैशन उद्योग, महंगी वस्तुओं, साज सज्जा, डिज़ाइनिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, वेब डिजाइनिंग, फाइन आर्ट से जुड़े जातकों के लिए अनुकूल साबित होगी। चूंकि शुक्र प्रेम का भी प्रतिनिधित्व करता है ऐसे में तुला राशि में उसका गोचर रिश्तों में मजबूती लेकर आएगा। आपके और आपके पार्टनर के बीच जबरदस्त आकर्षण बढ़ेगा, प्रेम में वृद्धि होगी, रिश्ता मजबूत होगा, प्रेम विवाह की संभावनाएं प्रबल बनेगी।
तुला राशि में शुक्र सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव
सकारात्मक प्रभाव: तुला राशि में शुक्र जातकों को प्रेम जीवन में अनुकूल परिणाम प्रदान करता है। ऐसे जातक अपने परिवारजनों के बीच उचित संतुलन बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं और कठिन परिस्थिति में भी अनुकूलता से काम करते हैं।
नकारात्मक पहलू: ऐसे जातकों के हाथ से अगर चीज निकल जाती हैं तो यह घृणित हो सकते हैं। ऐसे जातक अपने स्वभाव में अनिश्चित होते हैं, निराशाजनक हो सकते हैं और अगर जल्दी से फैसला लेना हो तो उसमें संशय में पड़ सकते हैं।
शुक्र को मजबूत बनाएँगे ये सरल ज्योतिषीय उपाय
यानी कि, कहना गलत नहीं होगा कि हर माने में शुक्र ग्रह एक बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रह है और यही वजह है की कुंडली में इस ग्रह का मजबूत होना बेहद ही आवश्यक होता है। हालांकि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत नहीं है या उसके जीवन में बुध ग्रह के प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में जातकों को बुध ग्रह से संबंधित कुछ उपाय करने की सलाह दी जाती है। जैसे कि,
- आपको भोजन में दूध, दही, घी, और चावल, चीनी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए और मुमकिन हो तो इन चीजों का दान भी करना चाहिए।
- शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए हीरा धारण करना सबसे ज्यादा उत्तम रहता है। हालांकि कोई भी रत्न हमेशा विद्वान ज्योतिषों से परामर्श करने के बाद ही धारण करें।
- शुक्रवार के दिन व्रत करें।
- शुक्र के बीज मंत्र का जाप करें।
- शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए आप अपनी श्रद्धा अनुसार 21 या 31 शुक्रवार का व्रत रखें।
- अपने आसपास साफ सफाई रखें।
- इत्र का प्रयोग करें।
- अपने जीवन में महिलाओं का हमेशा सम्मान करें। भूल से भी उनका अनादर न करें।
- शुक्रवार के दिन भगवान शिव की पूजा करें। उन्हें सफेद फूलों की माला अर्पित करें।
- इसके अलावा सफेद स्फटिक की माला पहनने से भी शुक्र ग्रह मजबूत होता है और उसके शुभ फल प्राप्त होते हैं।
- शुक्रवार के दिन खटाई का सेवन भूल से भी ना करें।
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शुक्र का तुला राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो 30 नवंबर 2023 को आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में यह…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र देव आपके लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। कुंडली में छठा…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके बारहवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 30 नवंबर 2023 को आपके पांचवें भाव में गोचर करेंगे जो कि….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपके ग्यारहवें और चौथे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में चौथा …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सिंह राशि
सिंह राशि वालों की कुंडली में शुक्र ग्रह आपके दसवें भाव और तीसरे भाव के स्वामी हैं और यह अब 30 नवंबर को आपके तीसरे भाव में गोचर …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके नौवें और दूसरे भाव के स्वामी हैं जो अब 30 नवंबर 2023 को आपके परिवार, बचत…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 30 नवंबर 2023 को आपके लग्न…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र महाराज आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 30 नवंबर 2023 को…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपके छठे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके ग्यारहवें भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र को योगकारक ग्रह माना गया है और यह आपकी कुंडली में दसवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कुम्भ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपके लिए योगकारक ग्रह हैं और यह आपके नौवें भाव (त्रिकोण भाव) और चौथे भाव (केंद्र भाव) के स्वामी भी हैं। अब यह 30 नवंबर 2023 को…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब 30 नवंबर 2023 को आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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