शुक्र ग्रह 8 दिसंबर 2021 बुधवार को सुबह 12 बजकर 56 मिनट पर मकर राशि में कर्म ग्रह शनि के साथ युति करेगा। यह 30 दिसंबर 2021 सुबह 9 बजकर 57 मिनट तक रहेगा।
इन दोनों ही ग्रहों की बात करें तो इन दोनों ग्रहों की प्रकृति बेहद ही अनुकूल होती है और शुक्र ग्रह मकर राशि के लिए बेहद ही परोपकारी ग्रह साबित होता है। अपनी ही राशि में शुक्र ग्रह की शनि ग्रह के साथ यह युति मुख्य तौर पर मकर राशि के जातकों के लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगी।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों से फोन/चैट के माध्यम से जुड़कर जानें शुक्र-शनि की युति का राशिनुसार प्रभाव
शुक्र-शनि की युति का प्रभाव
मकर एक पृथ्वी तत्व की राशि है और यह राशि चक्र में 10वें क्रम पर आती है। जहाँ एक तरफ शनि पहले और दूसरे भाव को नियंत्रित करता है वहीं शुक्र ग्रह पांचवें और दसवें भाव पर नियंत्रण करता है। इस स्थिति में यह दोनों ही ग्रह यानि शुक्र ग्रह और शनि ग्रह करियर और भाग्य के संबंध में राज योग का निर्माण करेंगे। मकर राशि में इन ग्रहों की युति के संयोग से इस राशि के जातकों के लिए व्यवसाय में वृद्धि होगी और उनके विदेश जाने की संभावना भी प्रबल होगी।
इसके विपरीत इस दौरान आपको पीठ दर्द, आंखों में संक्रमण, आदि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा हो सकता है। इसके अलावा व्यक्तिगत संबंधों और कुछ संवेदनशील मुद्दों में आपको कुछ निराशाओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
8 दिसंबर को शुक्र-शनि की युति का विश्व्यापी प्रभाव
सामान्य रूप से शुक्र और शनि की युति अर्थव्यवस्था, व्यापार में वृद्धि, और नौकरी के लिहाज से अनुकूल साबित होगी। आमतौर पर समृद्धि के संबंध में यह एक शुभ संयोग है। शेयर बाजार में अच्छी उछाल देखने को मिलेगी। तेज़ी की स्थिति देखने को मिल सकती है। बारिश ज्यादा होगी जिससे भरपूर मात्रा में पानी उपलब्ध होगा। चांदी और हीरे की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। विश्व स्तर पर आशावाद प्रबल होगा और लोगों में खुशियों की भावना बनी रहेगी।
शेयर बाजार में लोगों की जागरूकता और रुचि ज्यादा रहने वाली है। दुनिया भर के लोग स्टॉक में लिप्त होंगे और इससे मोटा मुनाफा भी कमाएंगे। प्रबल संभावना है कि इस दौरान शादियाँ ज्यादा होंगी। दो महत्वपूर्ण ग्रहों की यह युति पूरी दुनिया और विभिन्न सरकारों के लिए अनुकूल साबित होगी। सरकारों द्वारा लोगों के विकास के लिए नई योजनाएं और नीतियां बनाई जाएंगी।
शुक्र-शनि की युति का राशिनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष एक अग्नि तत्व की और पुरुष राशि है। इस राशि में जन्म लेने वाले लोगों को काम करने में ज्यादा रूचि होती है और वो स्वाभाव में शराबी हो सकते हैं। उच्च कार्यों और सफलता प्राप्त करने के लिए मेष राशि के तहत जन्मे लोगों के अंदर दृढ़ संकल्प देखने को मिलता है।
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है और इस समय शनि के साथ दसवें भाव में स्थित है। ग्रहों की स्थिति के चलते आपके जीवन में समृद्धि की संभावना प्रबल है।
व्यवसायिक पक्ष के लिहाज से इस दौरान कार्यस्थल पर वातावरण सौहार्दपूर्ण रहने वाला है। आपकी कड़ी मेहनत के लिए वरिष्ठ अधिकारी आपकी सराहना करेंगे। साथ ही इस दौरान आपको प्रोत्साहन और मेहनत के लिए पदोन्नति भी प्राप्त हो सकती है।
यदि आप अपने व्यवसाय में विस्तार करना चाहते हैं या अपना नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए यह समय अनुकूल है। आप इस दिशा में कदम आगे बढ़ा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ यदि आप साझेदारी के व्यवसाय से संबंधित हैं तो कोई भी निवेश या बड़ा फैसला लेने से बचने की सलाह दी जाती है।
धन पक्ष के लिहाज़ से बात करें तो इस दौरान आपके जीवन में धन प्रवाह अच्छा रहने वाला है और आप अपनी दैनिक प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में सफल रहेंगे।
व्यक्तिगत मोर्चे पर शुक्र शनि की यह युति आमतौर पर आपकी आपके पार्टनर के साथ एकता और सद्भाव पैदा करने में सहायक साबित होगी। वहीं दूसरी तरफ आपको बातचीत करते समय ज्यादा स्पष्ट रहने की आवश्यकता पड़ सकती है।
स्वास्थ्य पक्ष के लिहाज से बात करें तो इस दौरान आपको आंखों से संबंधित परेशानियां, पैरों में दर्द, आदि की दिक्कत हो सकती है।
उपाय: हर शुक्रवार को ललिता सहस्रनाम का जाप करें और शनिवार के दिन विकलांगों को भोजन कराएं।
वृषभ राशि
वृषभ एक पृथ्वी और स्त्री राशि है। इस राशि के तहत पैदा हुए लोगों में कला और संगीत के प्रति अधिक रुचि देखने को मिलती है। अनोखी चीजों को प्राप्त करने की महत्वकांक्षा वृषभ जातकों में ज्यादा होती है।
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव का स्वामी है और इस दौरान शनि के साथ नौवें भाव में स्थित है। इस स्थिति के चलते आप अपनी कोशिशों में सफल रहने वाले हैं। करियर के संबंध में आपको विदेश यात्रा का कोई सुनहरा मौका प्राप्त हो सकता है।
पेशेवर जीवन के संदर्भ में भी आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। मुमकिन है कि आपको नौकरी के नए मौके भी मिलें और ऐसे मौके आपकी इच्छाएं पूरी करेंगे।
यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस दौरान आपको लाभ प्राप्त होगा। यदि आप कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं या कई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए भी समय अनुकूल है। जो लोग पार्टनरशिप में व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें अपने पार्टनर से समर्थन और सहयोग प्राप्त होगा। इस समय के दौरान आप अपने व्यवसाय के संबंध में नए निवेश की योजना बना सकते हैं और इससे आपको अच्छा लाभ मिलेगा।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से आपको भाग्य का साथ प्राप्त होगा। आपकी नौकरी में पदोन्नति होने की प्रबल संभावना है। प्रमोशन के कारण आपको धन में वृद्धि देखने को मिलेगी।
पारिवारिक जीवन के लिहाज से बात करें तो आप अपने पार्टनर के साथ सहज संबंध बनाए रखने में सफल रहेंगे। आपका आपकी लाइफ पार्टनर के साथ रिश्ता इस समय अवधि में मजबूत होगा।
स्वास्थ्य मोर्चे के लिहाज से बात करें तो शुक्र शनि की यह युति आपको आपके पिता के स्वास्थ्य के लिए धन खर्च करने की स्थिति बनाएगी। जिससे आपके जीवन में चिंता थोड़ी बढ़ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मिथुन राशि
मिथुन एक स्त्री और वायु राशि है। राशि चक्र में मिथुन तीसरे स्थान पर आती है। मिथुन राशि के तहत पैदा हुए लोग स्वाभाव में ज्यादा लचीले नहीं होते हैं यही वजह है कि एक समय में एक से ज्यादा मुद्दों पर ये सोचने में विफल रहते हैं।
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें घर का स्वामी है और इस दौरान शनि के साथ आठवें भाव में स्थित है। जिसके प्रभाव से आप समृद्धि प्राप्त करने में विफल हो सकते हैं। मुमकिन है कि आप अपने भविष्य को लेकर असुरक्षा की भावना से भी घिरे रह सकते हैं।
पेशेवर जीवन की बात करें तो, इस दौरान आपको नौकरी में ज्यादा सफलता नहीं प्राप्त होगी। नौकरी में दबाव के चलते आपके जीवन में परेशानी और चिंता भी बढ़ सकती है। इसके अलावा इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके संबंध भी कुछ खास अनुकूल नहीं रहने वाले हैं।
यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस दौरान आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है और इस समय आपके लाभ प्राप्त करने की गुंजाइश बेहद ही कम नजर आ रही है। जो लोग साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं उनका उनके पार्टनर के साथ संबंध कुछ खास अच्छा नहीं रहेगा और मुमकिन है कि आपको उनसे निश्चित समर्थन ना प्राप्त हो।
आर्थिक मोर्चे पर बात करें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आप ऋण/लोन आदि ले सकते हैं। नियमित रूप से आय प्राप्त करना आपके लिए आसान नहीं होगा। हालांकि विरासत और किसी छुपे स्त्रोत के माध्यम से धन प्राप्त करने में आप कामयाब रहने वाले हैं। इस समय अवधि में आपके खर्चे हद से ज्यादा रहने की आशंका बन रही है।
व्यक्तिगत मोर्चे पर बात करें तो समझ की कमी के चलते आपके जीवन साथी के साथ आपका मतभेद होने की आशंका है। जिसके चलते आपको अपने लाइफ पार्टनर के साथ समझौता करने की जरूरत पड़ सकती है।
आर्थिक मुद्दे पर बात करें तो शनि और शुक्र के इस संयोजन या युति से आंखों से संबंधित समस्याएं, पैरों में दर्द, आदि दिक्कतें होने की आशंका है। ऐसे में आपको ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार “ॐ महा भैरवाय नमः” का जाप करें।
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कर्क राशि
कर्क एक स्त्री और जलीय राशि है। आमतौर पर इस राशि के तहत जन्म लेने वाले लोग सुख और सुविधाओं के शौकीन होते हैं और अपने जीवन में सुख सुविधाओं का भरपूर आनंद लेते हैं। राशि चक्र में कर्क का चौथा स्थान होता है।
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस दौरान शनि के साथ सातवें भाव में स्थित है। इस कारण से आपके जीवन में समृद्धि और विकास में बाधा देखने को मिल सकती है।
पेशेवर जीवन के लिहाज से बात करें तो इस दौरान आप अपने लक्ष्यों को और टारगेट को समय सीमा पर पूरा करने में असफल रहेंगे। साथ ही काम के प्रति आपके संतुष्टि भी ना के बराबर रहने वाली है। आप को अपने सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने रिश्तों में समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
कर्क राशि के जो जातक व्यवसाय से संबंधित हैं उन्हें सफलता प्राप्त करने के लिए भी इंतजार करना पड़ सकता है। इस दौरान ना ही आपको मुनाफा होगा और ना ही घाटा होगा। यदि आप साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं तो भविष्य में समस्याओं को रोकने के लिए आपको उनसे बचने की आवश्यकता पड़ सकती है।
आर्थिक पक्ष के लिहाज से बात करें तो आपको धन हानि होने की आशंका है। यदि आपके पास संपत्ति है तो आपको उसको बेचना पड़ सकता है। इस दौरान आप धन संचय करने में भी विफल रहने वाले हैं।
व्यक्तिगत मोर्चे पर आपको अपने जीवन साथी के साथ समझौता करने की या उनसे दूरी बनाए रखने की आवश्यकता पढ़ सकती है। इस दौरान आप दोनों के बीच का तालमेल कुछ खास अच्छा नहीं रहने वाला है।
स्वास्थ पक्ष के लिहाज़ से बात करें तो शुक्र शनि का यह संयोग आपके जीवन साथी की सेहत के लिए ज्यादा पैसे खर्च कराने वाला साबित होगा।
उपाय: “ॐ दुर्गाय नमः” का जाप करें और प्रतिदिन 108 बार “ॐ हनुमते नमः” का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह पुरुष तत्व की उग्र राशि मानी जाती है। इस राशि के तहत पैदा हुए लोग दृढ़ संकल्प वाले और अपने सिद्धांतों के प्रति बेहद ही उसूलों वाले होते हैं।
सिंह राशि के जातकों के लिए, शुक्र तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है और शुक्र के साथ छठे भाव में स्थित है। सामान्य रूप से देखा जाये तो इसका प्रभाव शुभ और साकारात्मक देखने को मिलेगा।
पेशेवर जीवन के लिहाज़ से बात करें तो, नौकरी में सफलता पाने के लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है। इस समय नई नौकरी मिलने के भी प्रबल आसार हैं और इस नौकरी से आप बेहतर और ज्यादा खुशहाल जगह पर महसूस करेंगे। हालाँकि इसके साथ ही इस दौरान आपको ज्यादा कठिन और चुनौतीपूर्ण काम मिल सकते हैं। साथ ही इस दौरान काम का बोझ भी ज्यादा होगा।
आर्थिक पक्ष के लिहाज से बात करें तो, आपको आर्थिक लाभ मिलेगा लेकिन साथ के साथ आपके खर्चे भी अधिक रहने वाले हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, अपने खर्चों पर विशेष नियंत्रण रखें।
यदि आप व्यवसाय करते हैं तो, इस समय में आपको मिश्रित परिणाम हासिल होने की संभावना है। कभी आपको लाभ मिलेगा तो कभी हानि होने की भी आशंका बनती नज़र आ रही है। ऐसे में आपको सतर्क रहने और योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। यदि आप साझेदारी के व्यवसाय में हैं तो मुमकिन है कि आपको मनोवांछित रिटर्न न प्राप्त हो।
व्यक्तिगत मोर्चे के लिहाज़ से बात करें तो, आपका आपके जीवनसाथी के साथ संबंध कुछ ख़ास अच्छे नहीं रहने वाले हैं। इस दौरान आपका आपके साथी के साथ कुछ वैचारिक मतभेद हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको धैर्य और समझदारी से काम लेने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा चीज़ों को सुगम और सौहार्दपूर्ण बनाये रखने के लिए स्वाभाव शांत और नर्म रखने की सलाह दी जाती है।
जहाँ तक आर्थिक पक्ष की बात है तो, शुक्र-शनि की युति के चलते आपको अपने भाई बहनों के स्वास्थ्य के चलते आपको कुछ खर्चे उठाने पड़ सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है।
उपाय: शुक्रवार के दिन घर में शुक्र होम कराएं।
कन्या राशि
कन्या पृथ्वी तत्व का स्त्री राशि है। इस राशि के तहत पैदा हुए लोग ज्यादा कलात्मक स्वाभाव के और शानदार आईडिया वाले होते हैं।
कन्या राशि के लिए, शुक्र दूसरे और नवम भाव का स्वामी है और शनि के साथ पंचम भाव में स्थित है। इस समय अवधि में आपको प्रगति और खुशियाँ दोनों हासिल होंगी। इस दौरान आपका ध्यान और दिमाग रचनात्मक चीज़ों के प्रति ज्यादा रहने वाला है।
पेशेवर जीवन के लिहाज से इस दौरान आप अनुकूल स्थिति में रहने वाले हैं इस समयावधि में आपको नौकरी के ऐसे अवसर प्राप्त होंगे जिनसे आपको खुशियां मिलेंगी। इसके अलावा इस समय अवधि में आपको प्रमोशन और नौकरी से संबंधित अन्य लाभ आदि मिलने की भी प्रबल संभावना बन रही है।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से, आपको आर्थिक लाभ प्राप्त होगा जिससे आप खुश और संतुष्ट महसूस करेंगे। इसके अलावा इस समय में आपको सट्टे और अन्य स्त्रोतों से भी लाभ मिलने के पूरे-पूरे आसार हैं। कुलमिलाकर देखा जाये तो इस समय में आप आर्थिक मोर्चे पर खुशहाल समय व्यतीत करेंगे।
यदि आप व्यवसाय करते हैं तो शुक्र शनि की युति के दौरान आपको अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। इस लाभ से आपको संतुष्टि भी प्राप्त होगी। इसके अलावा इस समय अवधि में आपको कोई नए व्यवसाय से जुड़ने का मौका भी मिल सकता है जो आपकी उम्मीदों को पूरा करेगा। यदि आप साझेदारी के व्यवसाय से जुड़ना चाहते हैं तो उसके लिए यह समय अनुकूल साबित होगा।
पारिवारिक जीवन के लिहाज से बात करें तो इस दौरान आपके जीवन साथी के साथ आपके रिश्ते सौहार्द पूर्ण रहने वाले हैं जिसके दम पर आप उनके साथ मजबूत रिश्ते बनाने में कामयाब रहेंगे। आप दोनों के रिश्ते में आपसी समझ देखने को मिलेगी।
स्वास्थ्य पक्ष के संदर्भ में बात करें तो शुक्र शनि की युति के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहने वाला है। हालांकि वहीं दूसरी तरफ आपको अपने बच्चों के स्वास्थ्य के संदर्भ में पैसे खर्च करने की आवश्यकता पड़ सकती है।
उपाय: हनुमान भगवान की पूजा करें और नियमित रूप से ‘ॐ हनुमते नमः’ मंत्र का जप करें।
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तुला राशि
तुला वायु तत्व की स्त्री राशि है। इस राशि के तहत पैदा हुए लोग अपने ऐश-ओ-आराम के प्रति ज्यादा झुकाव रखते हैं। इसके अलावा इस राशि के तहत पैदा हुए लोगों का रुझान संगीत के प्रति भी देखने को मिलता है।
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम और आठवें भाव का स्वामी है और इस युति के दौरान शनि के साथ चतुर्थ भाव में स्थित होगा। इस युति के प्रभाव से आपको पारिवारिक जीवन में मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। आपके जीवन से आराम कुछ समय के लिए गायब भी हो सकता है।
पेशेवर जीवन के लिहाज़ से बात करें तो, नयी नौकरी प्राप्त करने और इसके प्रति संतुष्टि के लिहाज़ से यह समय आपके लिए शुभ साबित होगा। साथ ही इस दौरान आपकी इच्छाओं की पूर्ति भी होने की संभावना है। सिर्फ इतना ही नहीं, समय अवधि में वरिष्ठों और सह-कर्मियों के साथ आपके रिश्ते भी अनुकूल बने रहने वाले हैं।
यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो अपने व्यापार के विस्तार के लिए यह समय बेहद ही अनुकूल रहने वाला है। इसके अलावा यदि आप कोई नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए भी यह समय अवधि बेहद ही शानदार और शुभ रहने वाली है। सलाह दी जाती है कि इस संदर्भ में आप कदम आगे बढ़ा सकते हैं। व्यवसाय से संबंधित लाभ हासिल करने आप कामयाब रहेंगे।
आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी समय शानदार रहने वाला है। इस दौरान आर्थिक लाभ भी होगा और साथ ही धन संचित करने में भी आप काफी हद तक कामयाब रहेंगे। यदि आप किसी प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए समय उपयुक्त है। इसके अलावा किसी विरासत आदि से लाभ कमाने के लिहाज से भी यह समय आपके लिए शुभ साबित होगा।
पारिवारिक जीवन के लिहाज से बात करें तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहने वाला है और आपके जीवन साथी के साथ यह समय शानदार व्यतीत होगा। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी समझ में वृद्धि देखने को मिलेगी।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर बात करें तो शुक्र और शनि की युति के प्रभाव से स्वास्थ्य में कोई परेशानी नहीं होने वाली है हालांकि, दूसरी तरफ आपको अपनी माँ या जीवन साथी के स्वास्थ्य के लिहाज से पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन घर में शनि होम कराएं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि जल तत्व की स्त्री राशि है। इस राशि के तहत पैदा हुए लोग जीवन के रहस्यों को जानने के लिए ज्यादा इच्छुक रहते हैं और इन्हें घूमना फिरना भी बेहद पसंद होता है।
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए शुक्र सातवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस युति के दौरान शनि के साथ तीसरे भाव में स्थित होगा। जिसके प्रभाव से आपको मिश्रित परिणाम हासिल होने की संभावना है। इस दौरान आपको काम में देरी और साथ ही भाई-बहनों के साथ कमज़ोर रिश्ते का दुष्प्रभाव झेलना पड़ सकता है।
पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो, इस दौरान कार्यक्षेत्र का माहौल ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। आपके वरिष्ठ लोग और सह-कर्मी आप पर काम का ज्यादा बोझ डाल सकते हैं जिससे आप परेशान हो सकते हैं।
यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो, इस दौरान अपने व्यवसाय में मनोवांछित लाभ नहीं मिलेगा। सरल शब्दों में कहें तो, इस दौरान न ही आपको लाभ मिलेगा और न ही घाटा होगा। नये व्यवसाय के बारे में विचार कर रहे हैं तो यह समय अनुकूल नही है। अभी रुकने की सलाह दी जाती है।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से भी समय ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। इस दौरान आपके खर्चे ज्यादा रहने की आशंका है। साथ ही धन संचय करने में भी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपको धन हानि होने की भी स्थिति बनती नज़र आ रही है।
पारिवारिक मोर्चे पर बात की जाये तो, इस दौरान आपके जीवनसाथी के साथ समझ की कमी के चलते बेवजह के तनाव आदि होने की प्रबल आशंका है।
स्वास्थ्य मोर्चे पर बात करें तो, शुक्र-शनि की युति के प्रभाव से आपके पैर में दर्द या फिर भाई-बहनों के स्वास्थ्य के सन्दर्भ में ज्यादा खर्चे की तरफ इशारा कर रहा है।
उपाय: प्रतिदिन ललिता सहस्रनाम का जप करें।
धनु राशि
धनु अग्नि तत्व की पुरुष राशि है। इस राशि के तहत जन्मे लोग अपनी समृद्धि बढ़ाने में उत्सुक रहते हैं। वे भगवान के प्रति ज्यादा समर्पित भी होते हैं।
धनु राशि के जातकों के लिए, शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस दौरान शनि के साथ दूसरे भाव में स्थित है। जिसके फलस्वरूप इस समय में आपके जीवन में समृद्धि की कमी देखने को मिल सकती है। सरल शब्दों में कहें तो यह समय ऐसा समय साबित होगा जब आप अपना कमाया हुआ कुछ भी संचित करने में सफल नहीं रह सकेंगे।
पेशेवर जीवन के लिहाज़ से बात करें तो, कार्यक्षेत्र में आपके समक्ष चुनौतियाँ आने की आशंका है। मुमकिन है कि इस समय में आपने सह-कर्मियों के साथ आपके वैचारिक मतभेद हो सकते हैं।
यदि आप व्यापार में हैं तो, इस दौरान आप ज्यादा लाभ अर्जित करने में असफल रहने वाले हैं। इसके अलावा यदि आप कोई नया व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहें हैं तो अभी आपको रुकने की सलाह दी जाती है। अन्यथा आपको घाटा होने की आशंका है।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से बात करें तो, एक तरफ तो आपको धन लाभ होने की आशंका है लेकिन वहीं दूसरी तरफ कमाया हुआ धन आपको संचित करने में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय अवधि में आपको खर्चों और प्रतिबद्धताओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
जहाँ तक बात पारिवारिक जीवन की आती है तो, विवाद, ग़लतफ़हमी और कुछ कड़वाहट के चलते अपने जीवनसाथी के साथ सामंजस्य बनाये रखने में आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य मोर्चे के लिहाज़ से बात करें तो, शनि-शुक्र की युति के प्रभावस्वरूप आपके पैरों में दर्द और जोड़ों में तकलीफ उठानी पड़ सकती है। साथ ही आपको आपके दांतों के प्रति ज्यादा सावधान रहने की सलाह भी दी जाती है।
उपाय: ‘ॐ गुरुवे नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। प्रतिदिन 108 बार ‘ॐ भार्गवाय नमः’ मंत्र का भी जाप करें।
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मकर राशि
मकर पृथ्वी तत्व की पुरुष राशि मानी जाती है। इस राशि के तहत पैदा होने वाले लोग अपने काम को लेकर बेहद ही प्रतिबद्ध होते हैं। हालाँकि मुमकिन है कि वो स्वाभाव में आलसी भी हों और नाज़ुक स्वाभाव के भी हों।
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है और इस युति के दौरान शनि के साथ प्रथम भाव में स्थित होगा। जिसके फलस्वरूप कड़ी मेहनत करने वाले जातकों को सफलता प्राप्त होगी। मकर राशि के जातक इस समय अवधि में आरामदायक पल व्यतीत करेंगे।
पेशेवर मोर्चे पर, आपको नौकरी के सन्दर्भ में शुभ परिणाम हासिल होने के साथ-साथ अच्छे अवसर भी प्राप्त होंगे जिससे आप खुशनुमा समय व्यतीत करने में कामयाब रहेंगे। इसके अलावा प्रबल संभावना बन रही है कि, इस दौरान आपको प्रमोशन भी प्राप्त हो। इसके अलावा नौकरी से जुड़ी आपको कुछ विदेश यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। इन यात्राओं से आपको संतोष प्राप्त होगा।
यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस दौरान आपको व्यापार में ज्यादा संतुष्टि और मुनाफा प्राप्त होने की प्रबल संभावना है। बिजनेस के संदर्भ में आप अपने लचीले और शानदार आईडिया के दम पर अपनी स्थिति मार्केट में बरकरार रखने में भी कामयाब रहेंगे।
जहाँ तक बात आर्थिक पक्ष की है तो, आपका भाग्य इस समय अवधि में आपका समर्थन करेगा साथ ही अच्छा धन अर्जित करने में भी आप कामयाब रहने वाले हैं। इसके अलावा प्रमोशन आदि की वजह से और अधिक धन प्राप्ति भी योग बन रहे हैं। आपको प्रोत्साहन और अन्य उपलब्धियां भी हासिल हो सकती हैं। आप व्यवसाय का विस्तार करने में सक्षम होंगे और इसमें स्थिरता प्राप्त करने की पूरी कोशिश करेंगे।
पारिवारिक जीवन की बात करें तो, अपने जीवनसाथी के साथ अच्छे और मज़बूत रिश्ते को बनाये रखने और उसका आनंद लेने में आप कामयाब रहेंगे। आप अपने पार्टनर के साथ यादगार और खुशनुमा पल व्यतीत करने के सन्दर्भ में किसी सुदूर यात्रा पर भी निकल सकते हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से शुक्र-शनि की यह युति आपके अन्दर शानदार ऊर्जा के साथ अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्रदान करने में सहायक रहेगी। इस समय अवधि में आप बेहद उत्साही रहने वाले हैं।
उपाय: ‘ॐ मन्दाय नमः’ मंत्र का 44 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ वायु तत्व की स्त्री राशि है। इस राशि के तहत पैदा हुए लोग रिसर्च/खोजबीन करने में ज्यादा उत्सुक रहते हैं और इसलिए इनका झुकाव गूढ़ विद्या में ज्यादा रहता है।
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और नवम भाव का स्वामी है और इस दौरान शुक्र के साथ बारहवें भाव में स्थित है। जिसके चलते इस समय आपके जीवन में निराशावाद के बादल कुछ समय के लिए छा सकते हैं। इसके अलावा इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलना थोड़ा मुश्किल प्रतीत हो रहा है जिसके चलते आपके आत्मविश्वास में कमी देखने को मिलेगी।
पेशेवर जीवन के लिहाज से बात करें तो, आपको आपने काम में कुछ अवरोधों या काम के दबाव में भी कुछ कमी देखने को मिलेगी। इसके अलावा आप अपने सहकर्मी और वरिष्ठों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने में भी विफल रहेंगे।
यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस दौरान आपको लाभ ना के बराबर मिलेगा और साथ ही व्यवसाय में तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है। इस राशि के जो लोग साझेदारी के व्यवसाय में जुड़े हुए हैं उन्हें अपने साझीदार के साथ कुछ विवाद आदि होने की आशंका है।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से बात करें तो इस दौरान आपके खर्चें हद से ज्यादा रहने वाले हैं जिसकी वजह से आपके जीवन में तनाव बढ़ सकता है। आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण करके और सुनियोजित तरीके से खर्च करने की सलाह दी जाती है अन्यथा आपके जीवन में कोई बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है। इस दौरान धन संचित करने की आप की कामना ज्यादा कारगर नहीं रहने वाले हैं।
व्यक्तिगत मोर्चे पर आपसी समझ की कमी के चलते आपका आपके जीवन साथी के साथ रिश्ता कुछ खास अच्छा नहीं रहने वाला है। जिसकी वजह से आपको परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। रिश्ता सही से और सुचारू रूप से चलता रहे इसके लिए आपको कुछ समझौता करने की नौबत भी आ सकती है।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर शुक्र शनि की युति कुछ खास अनुकूल नहीं रहने वाली है। इस दौरान आपको पैरों और जोड़ों में दर्द की समस्या परेशान कर सकती है। इसके अलावा आपको अपनी आंखों का भी ध्यान रखना पड़ेगा। साथ ही आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य के संदर्भ में अत्यधिक खर्च करने की आवश्यकता भी पड़ सकती है।
उपाय: ‘ॐ मन्दाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
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मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है और शुक्र के साथ ग्यारहवें भाव में स्थित है। जिसके प्रभाव से यह समय आपके लिए शुभ और अनुकूल रहने वाला है और आप ऐसी स्थिति में रहेंगे जिससे अपनी सारी ज़रूरतों को पूरा कर सकें। अपने जीवन में आपको अच्छी बढ़त भी देखने को मिलेगी।
पेशेवर जीवन के लिहाज़, आपको अपनी नौकरी में अच्छी बढ़त और सफलता नसीब होगी, साथ ही इस समय अवधि में आप विदेश यात्रा भी करेंगे। इन सभी चीज़ों से आपको संतुष्टि प्राप्त होगी। आपको इस दौरान कोई नई नौकरी भी हासिल हो सकती है जिससे आपको खुशियाँ प्राप्त होंगी।
यदि आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं तो, आपके व्यापार में सफलता और लाभ मिलने का शुभ संयोग बनता नज़र आ रहा है। आप किसी नए व्यवसाय में कदम या पुराने व्यवसाय के विस्तार की योजना बना सकते हैं। जो लोग साझेदारी के व्यवसाय में हैं उनका व्यवसाय सुचारू रूप से चलेगा और आपके साथी के साथ आपके रिश्ते भी अनुकूल रहेंगे।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से बात करें तो, आपको विरासत आदि के रूप में लाभ मिलने की उच्च संभावना बनती नज़र आ रही है। इसके अलावा बोनस और अन्य प्रोत्साहन के रूप में भी आपको धन लाभ होने की संभावना है। जिसका स्पष्ट रूप से अर्थ है कि, इस दौरान आप अधिक धन संचित करने में कामयाब रहने वाले हैं।
पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से बात करें तो, जीवनसाथी के साथ निष्ठा और सामंजस्य से भरपूर अपने रिश्ते का आनंद उठाएंगे। इसके साथ ही आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ दोस्ताना संबंध स्थापित करने में सफल रहेंगे।
स्वास्थ्य मोर्चे पर बात करें तो, शुक्र-शनि की इस युति के प्रभावस्वरूप आपको अपने भाई-बहनों के स्वास्थ्य पर धन खर्च करना पड़ सकता है। हालाँकि आपके अंदर ऊर्जा भरपूर मात्रा में देखने को मिलेगी।
उपाय: शुक्रवार के दिन लक्ष्मी होम करें।
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