तुला राशि में शुक्र का गोचर (06 सितंबर 2021): पढ़ें अपना गोचरफल

वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह का विशेष महत्व बताया गया है। इसे “लाभदायक” ग्रह माना जाता है और इसे बेहद ही शुभ माना जाता है। प्राचीन रोमन लोगों ने इस ग्रह का नाम धन, प्रेम और सौंदर्य की देवी के नाम पर रखा था और शुक्र ग्रह इन सभी गुणों का प्रतिनिधित्व करता है। शुक्र ग्रह को सुबह के आकाश में उत्तर दिशा में आसानी से दिखाई देता है और इसी के चलते इसे भोर का तारा के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा जानकारी के लिए बता दें कि, शुक्र ग्रह आकाश में दिखाई देने वाला सबसे चमकीला ग्रह भी है।

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शुक्र ग्रह वृष और तुला राशि का स्वामी है। यह कन्या राशि में नीच का और मीन राशि में उच्च का होता है। शुक्र ग्रह एक राशि में 28 दिनों की अवधि के लिए रहता है और फिर ओना राशि परिवर्तन कर लेता है। इसके अलावा शुक्र ग्रह तीन नक्षत्रों अर्थात्- भरनी, पूर्वा आषाढ़ और पूर्वा फाल्गुनी को नियंत्रित करता है।

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शुक्र ग्रह का शुभ-अशुभ प्रभाव 

यदि शुक्र किसी कुंडली में अच्छी तरह या शुभ स्थिति में मौजूद हो, तो यह धन, समृद्धि और सुंदरता ला सकता है, वहीं जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर स्थिति में होता है ऐसे व्यक्तियों के जीवन में आलस्य, विकृत आदतें और अलगाव आदि परेशानियाँ खड़ी हो सकती हैं।

शुक्र ग्रह गोचर: समय और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ 

वहीं इस गोचर की समय अवधि की बात करें तो,  शुक्र का तुला राशि में गोचर 6 सितंबर 2021 को 12:39 पर होगा और यह 2 अक्टूबर 2021 09 बजकर 35 मिनट तक इसी राशि में रहेगा और उसके बाद वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएगा।

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शुक्र गोचरफल 

आइए जानें कि सभी 12 राशियों के लिए शुक्र का यह गोचर क्या परिणाम लेकर आएगा।

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए, शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है और विवाह और भागीदारी के सातवें भाव में मेष राशि वालों के लिए इस ग्रह का गोचर हो रहा है। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए, शुक्र पहले और छठे भाव का स्वामी है और प्रतियोगिता, रोग और आपके शत्रुओं के छठे भाव में ही यह गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

चंद्र राशि मिथुन के जातकों के लिए, शुक्र पांचवें और बारहवें भाव का स्वामी है और आपके प्यार, रोमांस और संतान के पांचवें घर में ही यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए, शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और यह आपके आराम, माँ, संपत्ति, वाहन और सुख के चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए, शुक्र तीसरे और दसवें घर का स्वामी है और शौक, हितों और आपके भाई-बहनों के तीसरे घर में यह गोचर करेगा। आप अपने पेशेवर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए, शुक्र दूसरे और नौवें घर का स्वामी है और परिवार, भाषण और धन के दूसरे भाव में यह गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आपको अपने …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए, शुक्र प्रथम और अष्टम भाव का स्वामी है और यह आपकी आत्मा और व्यक्तित्व के प्रथम भाव में ही गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आपके…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए, शुक्र सातवें और बारहवें भाव का स्वामी है और वर्तमान में शुक्र ग्रह आपके हानि, आध्यात्मिकता, विदेशी लाभ और अस्पताल में भर्ती होने …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए, शुक्र छठे और ग्यारहवें घर के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके आय, लाभ और इच्छा के ग्यारहवें घर में गोचर करेंगे। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है और करियर, नाम और प्रसिद्धि के आपके दशम भाव में ही इसका गोचर होगा। इस गोचर के दौरान …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए, शुक्र चौथे और नौवें घर का स्वामी है और भाग्य, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा और पिता के नौवें घर में इसका गोचर होने जा रहा है। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है और आपके अचानक लाभ / हानि, मृत्यु के आठवें घर में यह गोचर करेगा। इस पारगमन के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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Dharma

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