मंगल के बाद अब शुक्र का सिंह में गोचर: आपके लिए रहेगा कितना अनुकूल?

बात करें जुलाई महीने के दूसरे गोचर की तो यह होने वाला है शुक्र का गोचर। शुक्र को ज्योतिष में सुख-सुविधाओं, विलासिता की वस्तुओं, आदि का कारक ग्रह माना जाता है। यानी कि शुक्र भी ज्योतिष में महत्वपूर्ण दर्जा रखता है। ऐसे में स्वाभाविक है कि शुक्र का गोचर भी है बेहद ही खास रहने वाला है। शुक्र का यह महत्वपूर्ण गोचर होगा 7 जुलाई 2023 को।

ऐसे में अपने इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे शुक्र के इस गोचर का समय अवधि, इसका सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव, और उपायों की संपूर्ण जानकारी, साथ ही जानेंगे शुक्र ग्रह से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प और रोचक बातें।

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शुक्र ग्रह का सिंह राशि में गोचर: समय और अवधि  

बात करें शुक्र के इस गोचर की तो, शुक्र का यह गोचर 7 जुलाई को सुबह 3 बजकर 59 मिनट पर होगा। इस दौरान शुक्र चंद्रमा के आधिपत्य वाली कर्क राशि से बाहर निकलकर सूर्य के आधिपत्य वाली सिंह राशि में गोचर कर जाएंगे। यहां जाने वाली बात यह भी है कि शुक्र सिंह राशि में ही 23 जुलाई को अपनी वक्री चाल प्रारंभ कर देंगे और अगस्त में शुक्र की वक्री चाल समाप्त होगी और यह वापस कर्क राशि में पहुंच जाएंगे। इसके अलावा यहां यह भी जानना दिलचस्प है कि शुक्र से ठीक 6 दिन पहले इस सिंह राशि में ही मंगल का भी गोचर हुआ है। ऐसे में इस अवधि के दौरान सिंह में मंगल और शुक्र की युति हो रही है।

ज्योतिष में शुक्र ग्रह 

ज्योतिष में शुक्र को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है। इसे ‘देवताओं का गुरु’, ‘भोर का तारा’, अंग्रेजी में ‘वीनस’ आदि नामों से जाना जाता है। शुक्र ग्रह भोग विलास की वस्तुओं का कारक ग्रह भी है। यह व्यक्ति के जीवन में प्रेम और अंतरंग संबंध प्रदान करता। सभी राशियों में वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व शुक्र को प्राप्त है। जहां कन्या में यह नीच का हो जाता है वहीं मीन में शुक्र उच्च का होता है। इसके अलावा कहते हैं कि शुक्र ग्रह को भगवान शिव से मृत संजीवनी विद्या भी प्राप्त है। यही वजह है कि शुक्र प्रधान व्यक्ति के अंदर कलात्मक गुणों की अधिकता देखने को मिलती है।

जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ, मजबूत, और प्रबल स्थिति में होता है उनके जीवन में तमाम सुख सुविधाएं आजीवन बनी रहती हैं। वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कमजोर अवस्था में होता है ऐसे जातकों को प्रेम की कमी, धन का अभाव, एवं रोग आदि परेशानियों से जूझना पड़ता है। 

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सूर्य और चंद्रमा से शुक्र की शत्रुता है और अपने इस गोचर के दौरान शुक्र सूर्य के ही आधिपत्य वाली राशि में गोचर करने वाले हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सभी 12 राशियों के जीवन पर शुक्र के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ता है। अपनी राशि पर इस गोचर का विस्तृत प्रभाव जानने के लिए यह लेख अंत तक अवश्य पढ़ें।

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शुक्र का सिंह राशि में होना- कैसा रहेगा प्रभाव?

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि शुक्र ग्रह जब सिंह राशि में जाता है तो इसे बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। मान सम्मान, आर्थिक संपन्नता, विजय की प्राप्ति, आदि इस गोचर से जातकों को प्राप्त होती है। सिंह राशि में शुक्र की स्थिति कई वजह से खास होती है। इसमें से एक महत्वपूर्ण कारण यही है कि सिंह राशि अग्नि तत्व की राशि है और शुक्र को शीतलता से संबंधित ग्रह माना जाता है। सिंह राशि का स्वामी सूर्य है जो खुद अग्नि का स्त्रोत माना जाता है। ऐसे में प्रेम भावनाओं के कारक शुक्र का राशि में होना जातकों के जीवन में मिश्रित परिणाम लेकर आता है। शुक्र ग्रह और सिंह राशि के राजसिक गुण विस्तार पाते हैं जिसके फलस्वरूप जातक के जीवन में सुख सुविधाओं की चीजों की वृद्धि होती है।

  • बात करें सिंह राशि की तो यह राशि आत्मसम्मान से भरपूर होती है। 
  • इस राशि के जातक भीड़ से हटकर चलने और अपनी पहचान बनाने और नेतृत्व के गुणों वाले होते हैं इसीलिए शुक्र का सिंह राशि में गोचर जब होता है तो व्यक्ति की आत्मा अभिव्यक्ति तीव्र होने लगती है। 
  • शुक्र ग्रह जब सिंह राशि के साथ जुड़ता है या सिंह राशि में गोचर करता है तो व्यक्ति के जीवन में उमंग और लास्य प्राप्त होता है। 
  • सिंह राशि दिल और दिमाग पर राज करती है ऐसे में शुक्र का इस राशि में गोचर होना जातकों के जीवन में कई पक्षों पर शुभ साबित होता है। 
  • जहां शुक्र एक सकारात्मक ग्रह है वहीं सिंह को भी एक सकारात्मक राशि माना गया है इसीलिए सिंह में शुक्र का गोचर जातकों को अच्छी अनुभूति उत्पन्न कराने में सहायक साबित होता है।

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कमजोर शुक्र के लक्षण और उपाय 

कुंडली में जब भी कोई ग्रह अशुभ स्थिति में होता है तो वह उसके अनुरूप ही व्यक्ति के जीवन में तमाम संकेत प्रदान करता है। अगर उन लक्षणों या संकेतों को समझकर व्यक्ति समय रहते उचित उपाय कर ले तो उस ग्रह से मिलने वाले नकारात्मक फल को काफी हद तक कम या दूर किया जा सकता है। 

बात करें शुक्र ग्रह के कमजोर होने के लक्षण की तो जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर अवस्था में होता है तो, 

  • ऐसे जातकों के जीवन में लाख जतन के बावजूद सुविधा नहीं रहती है। 
  • ऐसे जातकों को भोग विलास का मौका नहीं मिलता है। 
  • कमजोर शुक्र के चलते व्यक्ति खाने-पीने, गीत संगीत, या भोग विलास में मन नहीं लगा पाता है। 
  • इसके अलावा कमजोर शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति के प्रेम जीवन में तमाम अड़चनें आने लगती हैं। 
  • उनके बनते बनते रिश्ते बिगड़ने लगते हैं या रिश्तो में कमजोरी और दरार आने लगती है। 

ऐसी परिस्थिति में ज्योतिष के जानकार शुक्र ग्रह को मजबूत करने के उपाय करने की सलाह देते हैं। क्या कुछ है वह उपाय आइए जान लेते हैं।

इन ज्योतिषीय उपायों से शुक्र को करें मजबूत 

  • शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करें। इससे आपके जीवन में धन धान्य में वृद्धि, सुख समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का वरदान बना रहेगा। 
  • शुक्र के मंत्र ”ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:” का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जप करें। ऐसा करने से भी आपको शुक्र से संबंधित शुभ परिणाम मिलने लगेंगे। 
  • नौकरी में तरक्की और व्यवसाय में सफलता के लिए शुक्र यंत्र की स्थापना करें। 
  • इसके अलावा शुक्रवार के दिन शुक्र से संबंधित चीजों जैसे दूध, मोती, दही, चीनी, आटा, घी आदि का दान करें। 
  • इसके अलावा आप गाय को रोज सुबह ताजी रोटी खिलाएं और महिलाओं का सम्मान करें। इन उपायों को करने से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं 

अब आगे बढ़ते हैं जान लेते हैं शुक्र के इस गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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शुक्र का सिंह राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके प्रेम संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगा। हालांकि आपके(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

वृषभ राशि 

शुक्र आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके षष्ठम भाव के स्वामी भी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके पारिवारिक जीवन को खुशहाल बनाएगा। घर की (विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों की बात करें तो शुक्र आपके द्वादश भाव के स्वामी होने के साथ-साथ पंचम भाव के स्वामी भी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ और एकादश भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके व्यक्तित्व में निखार लेकर आएगा। आपकी वाणी में (विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

सिंह राशि 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर सिंह राशि के जातकों के यह गोचर विशेष प्रभावशाली होगा क्योंकि यह आपकी ही राशि में हो रहा है। इस गोचर के प्रभाव से आपका (विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए शुक्र दूसरे और नवम भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके विदेशी संपर्कों में बढ़ोतरी करेगा और विदेशी व्यवसाय को (विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

तुला राशि 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके आर्थिक जीवन को मजबूत बनाएगा, आपको धन प्राप्ति में कोई बाधा नहीं आएगी और आमदनी में लगातार बढ़ोतरी होती(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं। शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके करियर को लेकर बहुत महत्वपूर्ण रहेगा। इस दौरान(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके जीवन में उतार चढ़ाव लेकर आ सकता है। आपके(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव के स्वामी हैं और एक योगकारक ग्रह हैं। शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके जीवन में थोड़ी उथल-पुथल लेकर (विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि शनि की राशि है और इसके लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी हैं आपके लिए एक योगकारक ग्रह हैं। शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके वैवाहिक जीवन में (विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है इसलिए इस(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

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