शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का मिथुन राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रभाव से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को शुक्र के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इस ब्लॉग में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे। बता दें कि शुक्र 12 जून 2024 को बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।
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शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: तिथि व समय
वैवाहिक सुख, भौतिक सुख, प्रतिभा, सौंदर्य और समृद्धि के कारक ग्रह शुक्र 12 जून, 2024 की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने के लिए तैयार हैं। ये 07 जुलाई तक मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे और उसके बाद कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मिथुन शुक्र की मित्र राशि हैं और ये इस राशि में बेहतर तालमेल बिठाने में सक्षम होंगे। आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि शुक्र यहां विश्वव्यापी घटनाओं को कैसे प्रभावित करेगा।
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मिथुन राशि में शुक्र: विशेषताएं
मिथुन राशि वालों के दो व्यक्तित्व होते हैं, जो इन्हें बेहद हाजिर जवाब और फुर्तीला बनाती है। ये जातक मिलनसार और संवेदनशील होते हैं। साथ ही, मौज-मस्ती के लिए हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन कई बार अचानक गंभीर, विचारशील और बेचैन हो सकते हैं। ये जातक दुनिया के बारे में जानने की जिज्ञासा रखते हैं और इनको अक्सर ऐसा लग सकता है कि ये जो कुछ भी करना चाहते हैं उसके लिए समय की कमी है।
मिथुन ऐसे लोगों का प्रतिनिधित्व करता है जो बहुत तेज, स्मार्ट, अनुकूलनीय और अति-जिज्ञासु होते हैं। मिथुन राशि में शुक्र की मौजूदगी आपको कला और शिल्प, संगीत, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में आगे लाता है। इसके परिणामस्वरूप जातक का झुकाव रचनात्मक चीज़ों में हो सकता है। इसके प्रभाव से आपका स्वभाव चंचल, मज़ेदार और हंसी मज़ाक करने वाला हो सकता है। ये जातक प्रेम जीवन में कई बार असफल भी हो सकते हैं।
शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होगा। तीसरे भाव में शुक्र के गोचर करने के कारण आप अपने दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताना पसंद करेंगे। उनके साथ पार्टी करना, मौज मस्ती करना, आपको खूब पसंद आएगा। भाई-बहनों के साथ भी निकटता बढ़ेगी और उनसे प्रेम बढ़ेगा।
यह समय आपके प्रेम संबंधों को बढ़ाने वाला होगा। आपकी नज़दीकियां अपने पार्टनर से बढ़ेंगी और आपके बीच रोमांस के योग बनेंगे। शुक्र देव के गोचर के प्रभाव से आप अपने अंदर छिपे किसी स्किल्स को सबके सामने लाने में सफल रहेंगे और उससे धन अर्जित भी करने में कामयाब हो सकते हैं। जिससे आपका आर्थिक स्थिति बहुत अधिक मजबूत होगी।
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वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में होगा। शुक्र का यह गोचर आपके जीवन में अनुकूल परिणाम के साथ-साथ शांति और समृद्धि लेकर लाएगा। इस अवधि आपको अत्यधिक धन लाभ होगा। साथ ही, आप अपने धन की बचत कर पाने में सक्षम होंगे जिससे आपका बैंक बैलेंस बढ़ेगा।
इस अवधि किसी शादी समारोह में सम्मिलित होकर खुशी का अनुभव करेंगे और अनेक लोगों से मिलना-जुलना होगा जिससे सामाजिक दायरा बढ़ेगा। आप लोगों के बीच आकर हल्का और खुश महसूस करेंगे। आपके घर में भी कोई फंक्शन या अच्छा शुभ काम हो सकता है। शुक्र के गोचर के फलस्वरूप वृषभ राशि के जातकों को करियर में अच्छा मुकाम मिलेगा। लोग आपके काम की प्रशंसा करेंगे और आपके प्रयासों के लिए आपको प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। आपका पारिवारिक जीवन शांति और सद्भाव से भरा रहेगा। आप लोगों से मीठा बोलकर अपना काम निकलवाने में सफल रहेंगे। जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं, उन्हें अपने बिज़ेनस में वृद्धि देखने को मिलेगी और साथ ही, अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए, शुक्र आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके पहले भाव यानी आपकी ही राशि में होने जा रहा है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। आप लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेंगे। आपके जो काम पहले किसी भी वजह से रुके हुए थे, वे अब धीरे-धीरे शुरू होने लगेंगे और आपको उससे सुखद महसूस होगा। आपको गाड़ी या मकान का लाभ मिल सकता है इसलिए यदि आप कोई संपत्ति खरीदना चाहते हैं तो इस दौरान प्रयास करने से आपको उससे सुख-समृद्धि प्राप्त होगी। इस अवधि संतान की ओर से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा और उनसे आपको प्रेम भी प्राप्त होगा। विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होने के योग बन सकते हैं। विदेशी संपर्कों से आपके व्यापार में भी उन्नति होगी और आपका बिज़नेस तेज़ी से आगे बढ़ेगा।
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सिंह राशि
शुक्र आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मिथुन राशि में शुक्र में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और आपकी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति होगी। कार्यक्षेत्र में आप के वरिष्ठ अधिकारी आपसे प्रसन्न नजर आएंगे और आपके हर काम में आपकी मदद करेंगे। इस अवधि उनका समर्थन आपको प्राप्त होगी, जिसके चलते आप अपने काम को और अधिक बेहतर तरीके से पूरा करने में सक्षम होंगे। वृषभ राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो आप और आपके प्रियतम के बीच मिलने-जुलने, एक दूसरे के साथ अच्छा समय व्यतीत करने और रोमांस के भरपूर अवसर मिलेंगे। सिंह राशि के जातकों का रिश्ता इस अवधि पहले से अधिक मजबूत होगा और आप एक-दूसरे के बेहद करीब आएंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी है। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके दसवें भाव में होगा। इस दौरान आपको हर कार्य में उन्नति प्राप्त होगी और भाग्य का भरपूर साथ मिलेगी। आपके सभी रुके हुए काम एक बार फिर से शुरू हो जाएंगे। आपकी यदि कुछ व्यावसायिक परियोजनाएं थीं तो वे भी अब आगे बढ़ने लगेंगी जिससे आपको प्रबल धन लाभ होने के योग बनेंगे। अगर आप नौकरी करते हैं तो आपको किसी अच्छी जगह स्थानांतरित किया जा सकता है जहां आपका पद और वेतन पहले के मुकाबले अधिक हो सकता है। यह समय आपके करियर के लिए अनुकूल रहेगा और आपको भाग्य की कृपा से बहुत कुछ प्राप्त होगा। व्यापार करने वाले लोगों के लिए भी यह अवधि बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी और आपके व्यवसाय को नए लोगों के साथ मिलकर आगे चलाने का अवसर मिलेगा। पारिवारिक जीवन में सुख और शांति रहेगी। कुल मिलाकर शुक्र का गोचर आपको ढेर सारी खुशियां प्रदान करेगा।
धनु राशि
शुक्र आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होगा। इस दौरान आपका अपने जीवनसाथी से प्रेम बढ़ेगा। आपके बीच रोमांस के योग बनेंगे। आप एक-दूसरे को भरपूर समय देंगे और एक-दूसरे के सच्चे जीवनसाथी बनकर अपनी सभी जिम्मेदारियां बहुत अच्छे से पूरा करेंगे। व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए यह अवधि अनुकूलता लेकर आएगी और आपके व्यवसाय में अच्छी वृद्धि देखने को मिलेगी। जीवनसाथी को धन लाभ मिल सकता है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति भी बढ़िया होगी।
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शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए, शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में होगा। शुक्र के इस गोचर के परिणामस्वरूप अपने अप्रत्याशित खर्चों में बढ़ोतरी देखकर आप परेशान हो उठेंगे लेकिन आपको तनिक भी घबराने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसी बारहवें भाव में स्थित शुक्र महाराज आपको प्रबल धन लाभ भी देंगे। आप अपनी सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के लिए कुछ नई चीजें खरीद कर ला सकते हैं। अपने अतिरिक्त परिवार की साज-सज्जा पर भी धन खर्च कर सकते हैं। घर में रिनोवेशन का कार्य करा सकते हैं और पारिवारिक जरूरत के सामानों के साथ-साथ सुख-सुविधाओं की वस्तुओं में बढ़ोतरी कर सकते हैं। यदि कोई मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो उस पर खर्च करना पड़ सकता है। आपके वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ने के योग बनेंगे।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होगा। शुक्र का यह गोचर आपके निजी संबंधों में उतार-चढ़ाव लेकर आएगा। इस अवधि जहां एक ओर आप गुपचुप तरीके से अपने प्रेम संबंधों को आगे बढ़ाने पर ध्यान देंगे और अपने अंतरंग संबंधों में बढ़ोतरी महसूस करेंगे। गुप्त सुख पाने की चाह में आप जी भर कर पैसा खर्च करेंगे जो बाद में आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। हालांकि आर्थिक दृष्टि से यह गोचर आपके लिए लाभकारी रहेगा क्योंकि आपको धन लाभ होने के प्रबल योग बन रहे हैं। अगर आपने शेयर बाजार में पहले से निवेश किया हुआ है तो उसका अच्छा प्रतिफल इस दौरान आपको प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इस दौरान ससुराल में किसी के विवाह या फंक्शन में शामिल होने का मौका मिल सकता है जिससे घर-परिवार में प्रेम और उत्साह का वातावरण रहेगा और सभी खुश नजर आएंगे। जीवनसाथी से कहासुनी हो सकती है। वाद-विवाद को ज्यादा बढ़ने न दें, इसी में आपका हित होगा। व्यापार में उन्नति होगी और नौकरी करने वाले लोगों को अपने काम के लिए अच्छी पहचान मिलेगी।
शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: उपाय
- शुक्रवार का व्रत करें और सफेद चीजें जैसे चावल, चीनी आदि का दान करें।
- शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी या देवी दुर्गा की पूजा करें और लाल फूल चढ़ाएं।
- प्रतिदिन सुबह महालक्ष्मी अष्टकम का पाठ करें।
- अक्सर अधिक सफेद और गुलाबी कपड़े पहनने की कोशिश करें और अच्छी स्वच्छता रखें।
- शुक्र के मंत्र “ओम द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का जाप करें।
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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर 1. शुक्र का मिथुन राशि में गोचर 12 जून, 2024 की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर होगा।
उत्तर 2. मिथुन राशि शुक्र की मित्र राशि है और इस राशि में शुक्र आमतौर पर अच्छे परिणाम प्रदान करता है।
उत्तर 3. शुक्र मीन राशि में उच्च का होता है।
उत्तर 4. यह बुध की अपनी राशि है और इस राशि में बुध मजबूत स्थिति में विराजमान रहते हैं।