शुक्र गोचर 2023: साल 2023 का दूसरा महीना यानी फरवरी माह कई महत्वपूर्ण अवसरों से भरा हुआ है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह माह ग्रह और नक्षत्रों के हिसाब से काफ़ी ख़ास है क्योंकि इस महीने कई ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं। इन्हीं में से एक धन, वैभव, सुख, ऐश्वर्य और विलासिता के कारक ग्रह शुक्र मीन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जब शुक्र गोचर करते हैं तो सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। कुछ के जीवन पर शुभ तो कुछ के जीवन पर अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है लेकिन शुक्र के मीन में गोचर से कुछ राशियों को विशेष लाभ होगा। वहीं, इनकी गुरु के साथ युति भी बन रही है।
एस्ट्रोसेज के इस खास ब्लॉग में हमें इस गोचर से जुड़ी अहम जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, हम उन 6 राशियों के बारे में भी चर्चा करेंगे जिन्हें इस गोचर से लाभदायक परिणाम मिलेंगे। तो आइए बिना देरी किए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और सबसे पहले जान लेते हैं शुक्र के मीन राशि में गोचर की तिथि व समय के बारे में।
विद्वान ज्योतिषियों से बात करें और जानें शुक्र का राशि परिवर्तन का अपने जीवन पर प्रभाव
शुक्र का मीन राशि में गोचर 2023: तिथि और समय
शुक्र का मीन राशि में गोचर 15 फरवरी 2023 बुधवार की शाम 07 बजकर 43 मिनट पर होगा। मीन राशि में शुक्र 12 मार्च तक रहेंगे फिर राशि परिवर्तन करते हुए मेष राशि में चले जाएंगे यानी कि 25 दिनों तक यह 6 राशि के जातकों को बेशुमार धन दौलत प्रदान करेंगे। दरअसल यह एक बहुत ही अनुकूल गोचर माना जाता है क्योंकि शुक्र भौतिक सुख-सुविधाएं प्रदान करते हैं और बृहस्पति शासित मीन राशि में यह अपनी उच्च अवस्था में होते हैं जबकि बुध शासित कन्या राशि में नीच के होते हैं। ऐसे में जब यह अपनी उच्च अवस्था में होंगे तो सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम होते हैं।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह का मीन राशि में गोचर बेहद अहम माना गया है क्योंकि मीन बृहस्पति ग्रह की राशि है। ऐसे में, शुक्र व बृहस्पति दोनों ही ग्रह शुभ माने जाते हैं और जातक को सकारात्मक परिणाम प्रदान करते हैं।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह का महत्व
शुक्र को स्त्री ग्रह माना गया है और इन्हें पश्चिमी सभ्यता में ‘सुंदरता की देवी’ का दर्जा प्राप्त है। वृषभ राशि और तुला राशि पर इस ग्रह का स्वामित्व है। किसी भी जातक के जीवन में संबंध, विवाह और संतान के लिए इसे एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है। इसके अलावा, शुक्र को जातकों के जीवन में भौतिक सुख और भोग विलास का भी कारक ग्रह माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र मजबूत स्थिति में होते हैं वह व्यक्ति जीवन में भौतिक सुखों का आनंद लेता है। शुक्र की कुछ निश्चित क्षेत्रों में युति से शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं जबकि कुछ क्षेत्रों में इसकी युति से अशुभ परिणाम मिलते हैं। शनि, बुध और केतु शुक्र के मित्र ग्रह हैं जबकि सूर्य, चंद्रमा और राहु शुक्र के शत्रु ग्रह माने जाते हैं।
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कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि के नौवें भाव में होगा। यह गोचर भाग्य भाव में होने से और वहां भाग्य स्थान के स्वामी बृहस्पति के मौजूद रहने से आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। लंबे समय से चल रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। कार्यक्षेत्र में भी सफलता प्राप्त होगी और इस दौरान कोई बड़ा अवसर आपको प्राप्त हो सकता है। आपका झुकाव धार्मिक गतिविधियों की ओर अधिक रहेगा। साथ ही परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा।
सिंह राशि
शुक्र का मीन राशि में गोचर सिंह राशि के जातकों के आठवें भाव में होगा। यह आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। इस भाव में शुक्र का गोचर आपके लिए काफी अनुकूल साबित होगा। इस दौरान उम्मीद से अधिक धन लाभ की संभावना है। साथ ही पूर्व में किए गए निवेश का भी अच्छा फल आपको प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। धर्म-कर्म के कामों में आपका मन लगेगा। आप इस अवधि में अपने ससुराल पक्ष के लोगों और अपने परिवार के लोगों के बीच सामंजस्य बनाने का प्रयास करेंगे, जिसमें काफी हद तक सफल भी रहेंगे। व्यापार में उन्नति के योग बनेंगे। हालांकि स्वास्थ्य को लेकर सावधानी बरतनी होगी।
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कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि के सातवें भाव में होगा। ऐसे में आपका वैवाहिक जीवन बेहद शानदार रहने वाला है। जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध स्थापित होंगे। यदि आप पूर्व में कोई समस्या का सामना कर रहे हैं तो वह भी दूर होगी। इस दौरान आप खुशी महसूस करेंगे। अपने पार्टनर के नाम से यदि आप कोई बिज़नेस करते हैं या उनके साथ मिलकर कोई काम कर रहे हैं तो इस दौरान उस कार्य में अपार सफलता मिलने की संभावना है। इसके अलावा अपने साथी के साथ कहीं घूमने की भी योजना बना सकते हैं। नौकरी में पदोन्नति की स्थिति बन सकती है। इस अवधि में आपका स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहेगा।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पांचवें भाव में गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते मधुर होंगे। यदि आप सिंगल हैं तो इस दौरान आपके जीवन में कोई खास व्यक्ति दस्तक दे सकता है और उनसे आपका संबंध मजबूत बनेगा। यदि आप पहले से ही किसी रिश्ते में हैं तो आपका रिलेशन और बेहतर होगा। आपका विवाह इस दौरान पक्का हो सकता है और आपके लिए लव मैरिज के योग बनेंगे। आप शिक्षा के लिए विदेश का रुख भी कर सकते हैं। इस दौरान छात्रों की मेहनत रंग लाती दिखाई देगी। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए बेहद शानदार रहने वाला है।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि शनि के स्वामित्व वाली राशि है और शुक्र आपके चौथे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। यह एक योगकारक ग्रह हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि के दूसरे भाव में होगा। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको कई कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात होगी। पारिवारिक जीवन भी बेहतर बना रहेगा। हालांकि इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी क्योंकि संभव है कि स्वादिष्ट खाने के चक्कर में असंतुलित भोजन करने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ जाए। आपको पाचन तंत्र से संबंधित समस्या हो सकती है। ऐसे में खानपान पर विशेष ध्यान दें। इसके अलावा इस अवधि में लंबी यात्राओं से धन लाभ के योग बनेंगे जिससे आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी ही राशि में यानी कि आपके पहले भाव में होगा। शुक्र के इस गोचर से आप खुद में बड़ा बदलाव महसूस करेंगे। लोग आपके बोलने के तरीके से प्रसन्न होंगे। यदि आप किसी पुरानी
बीमारी से जूझ रहे थे तो अब आपको उससे निजात मिल जाएगी। प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो जीवनसाथी से आपके संबंध बेहतर होंगे। आप इस दौरान बाहर कहीं पहाड़ों में घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं।
इन आसान उपायों से शुक्र ग्रह को करें मजबूत
- कुंडली में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए 11 या 21 शुक्रवार का व्रत रखें।
- हर शुक्रवार को दूध, दही, चीनी, आटा, सफेद मिठाई और घी आदि का दान करें।
- शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र धारण करके ‘ओम द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।
- शुक्र को मजबूत करने के लिए भोजन में चीनी, चावल, दूध, दही और घी जरूर शामिल करें। अगर इससे सेहत को कोई समस्या हो तो परहेज करें।
- शुक्र के लिए हीरा, सोना, स्फटिक भी धारण किया जाता है लेकिन इसके लिए ज्योतिषी से राय जरूर ले।
- यदि आपका शुक्र कमजोर है तो महिलाओं का सम्मान करें और अपने आसपास साफ-सफाई रखें।
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