वैदिक ज्योतिष की दुनिया में, शुक्र ग्रह सभी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि इसे प्रेम संबंध, वैवाहिक जीवन, सांसारिक सुख, सुख आदि का कारक माना जाता है। यह संचार कौशल को बढ़ाने, सामाजिक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है। इसके अलावा, वृषभ और तुला राशियों पर भी इस ग्रह का शासन है।
यह मीन राशि में उच्च स्थिति में रहता है, जबकि कन्या राशि में नीच का होता है। कुंडली में शुक्र की मजबूत स्थिति शांति, समृद्धि, खुशी, रिश्ते में सकारात्मक माहौल आदि लाती है। यह व्यक्ति को ऊर्जावान, सामाजिक बनाता है, जबकि उसी ग्रह की कमजोर स्थिति स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती है । विशेष रूप से गुर्दे संबंधित विकार, प्रेम और वैवाहिक जीवन में समस्याएं होती है।
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ज्योतिष के क्षेत्र में बुध और शनि के शुक्र के साथ अच्छे संबंध हैं, जबकि सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु माने जाते हैं। ज्योतिष की दृष्टि से ग्रह को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में 23 दिन लगते हैं।
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शुक्र ग्रह 22 जून, 2021 को दोपहर 2 बजकर 7 मिनट से जुलाई 17, 2021 को सुबह 9 बजकर 13 मिनट तक कर्क राशि में गोचर करेगा, इसके बाद यह सिंह राशि में गोचर कर जाएगा।
यह तो स्वाभाविक है, कि शुक्र का कर्क राशि में गोचर मानव जीवन पर प्रभाव डालेगा… तो आइए जानते है, इस गोचर काल की अवधि के दौरान जातक के जीवन पर कैसा प्रभाव देखने को मिलेगा।
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शुक्र गोचर: मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह है उनके द्वितीय और सप्तम भाव का स्वामी है। यह वर्तमान में आपके आराम, सुख-सुविधाओं, माता आदि के चतुर्थ भाव….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: वृषभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम और छठे भाव का स्वामी ग्रह है और वर्तमान में यह आपके साहस-पराक्रम, छोटे भाई-बहनों और छोटी दूरी की यात्राओं …विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके पंचम और द्वादश भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह आपके द्वितीय भाव में गोचर करेगा, यह भाव आपकी वाणी, धन….विस्तार से पढ़ें
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शुक्र गोचर: कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए, शुक्र चौथे और एकादश भाव का स्वामी है और यह आपके पहले भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव बुद्धिमत्ता, आत्मा और व्यक्तित्व…विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए, शुक्र तीसरे और दसवें घर का स्वामी है और यह विदेशी लाभ, व्यय, हानि आदि के द्वादश भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के…विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए, शुक्र दूसरे और नौवें घर का स्वामी है और आय, लाभ और इच्छाओं के ग्यारह वें घर में इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर के…विस्तार से पढ़ें
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शुक्र गोचर: तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए, शुक्र पहले और आठवें घर का स्वामी है और करियर, नाम और प्रसिद्धि के दसवें घर में इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए, शुक्र बारहवें और छठे भाव का स्वामी है और भाग्य, लंबी दूरी की यात्राओं, गुरु आदि के नौवें घर में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर …विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए, शुक्र छठे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और जीवन में बाधाओं, परिवर्तन, मृत्यु, दुर्घटनाओं आदि के अष्टम भाव में यह गोचर…विस्तार से पढ़ें
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शुक्र गोचर: मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए, शुक्र पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है और आपके विवाह, भागीदारी के सातवें घर में इसका गोचर रहा है। इस गोचर के दौरान….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: कुम्भ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए, शुक्र चौथे और नौवें घर का स्वामी है और विरोधियों, ऋण और शत्रुओं के छठे भाव में इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर के दौरान….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए, शुक्र तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है और प्यार, रोमांस, बच्चों और शिक्षा के पांचवें घर में इसका गोचर हो रहा है। यह अवधि….विस्तार से पढ़ें
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