297 दिनों के बाद शुक्र और केतु का कन्या राशि में होगा मिलन, तीन लोगों को हर काम में मिलेगी सफलता

297 दिनों के बाद शुक्र और केतु का कन्या राशि में होगा मिलन, तीन लोगों को हर काम में मिलेगी सफलता

ज्योतिष में शुक्र ग्रह को असुरों का गुरु बताया गया है। शुक्र प्रेम, सौभाग्य और भौतिक सुविधाओं के कारक हैं। शुक्र लगभग 28 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं। वहीं छाया ग्रह केतु 18 महीने में राशि परिवर्तन करते हैं। इस तरह केतु को सभी राशियों में गोचर करने में तीन साल का समय लगता है। ग्रहों के गोचर करने के दौरान अन्य ग्रहों के साथ युति भी होती है और इस बार अगस्त में कन्या राशि में शुक्र और केतु की युति हो रही है।

इन दो ग्रहों के एक ही राशि में एकसाथ आने से कुछ राशियों के लोगों का सोया हुआ भाग्य जाग सकता है। इस ब्लॉग में हम आपको बता रहे हैं कि कन्या राशि में शुक्र और केतु की युति होने पर किन राशियों के जातकों के अच्छे दिन शुरू होने वाले हैं।

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किस तिथि पर होंगे गोचर

25 अगस्त को शुक्र 01 बजकर 24 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में पहले से ही केतु विराजमान हैं। ऐसे में 18 सितंबर तक दोनों ग्रह युति में रहेंगे। इसके बाद शुक्र तुला राशि में गोचर कर जाएंगे।

आगे जानिए कि शुक्र और केतु की युति होने पर किन राशि के लोगों की किस्मत खुलने वाली है।

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ये राशियां रहेंगी खुशनसीब

कर्क राशि

इस राशि के तीसरे भाव में शुक्र और केतु की युति हो रही है। इस समय आपको खूब लाभ मिलने वाला है। अगर लंबे समय से आपका काम अटका हुआ है, तो अब वह पूरा हो सकता है। इससे आप चैन की सांस ले पाएंगे। आपकी धन दौलत में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। 

आपको अपनी मेहनत का फल प्राप्त होगा और आपका जीवन खुशियों से भर जाएगा। आपको इस समय अपने परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा। वहीं आपको अपनी संतान की ओर से कोई अच्छी खबर मिल सकती है। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा और इसे देखकर आप बहुत प्रसन्न महसूस करेंगे। आपके अपने भाई बहनों के साथ भी अच्छे संबंध बनेंगे। आपकी अपने पुराने दोस्तों से मुलाकात हो सकती है।

नौकरीपेशा जातकों का अपने काम पर पूरा फोकस रहने वाला है। आप अपने कार्यक्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करेंगे।

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सिंह राशि

यदि आपकी राशि सिंह है तो आपकी राशि के दूसरे भाव में शुक्र और केतु की युति हो रही है। आपको अपने जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। आपको खूब धन कमाने का मौका मिलेगा। आप अपने लिए वाहन या प्रॉपर्टी आदि भी खरीद सकते हैं। प्रेम संबंध के मामले में आपको सफलता मिलने के योग हैं। अगर आप संतान प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं तो अब आपकी यह चाहत पूरी हो सकती है।

छात्रों के लिए भी यह समय अनुकूल साबित होगा। उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को मनचाहा परिणाम मिल सकता है। आप अपने अनोखे व्यक्तित्व के दम पर शिखर तक पहुंचने में सफल होंगे। कला और संगीत के प्रति आपकी रुचि बढ़ेगी। आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच सकते हैं।

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वृश्चिक राशि

शुक्र और केतु की युति वृश्चिक राशि के ग्यारहवें भाव में होने वाली है। आपको इस समय विशेष लाभ मिलने की संभावना है। आपको नौकरी में प्रमोशन मिलने के योग हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए सकारात्मक समय है। आपका किसी और जगह पर ट्रांसफर भी हो सकता है। आपको अपनी पसंद की जगह पर नौकरी मिल सकती है।

व्यापारियों के लिए भी अच्छा समय है। आपको खूब मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। आप अपनी भावनाओं को वश में करने का प्रयास करेंगे। आप अपने परिवार के साथ किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। आप जिस काम पर मेहनत कर रहे हैं, उसमें आपको सफलता जरूर मिलेगी।

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ज्योतिष में शुक्र का महत्व

ज्योतिषशास्त्र में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, प्रेम और सुंदरता एवं वैवाहिक सुख का कारक बताया गया है। शुक्र के शुभ प्रभाव देने पर जातक को अपने जीवन में सभी तरह की सुख सुविधाएं मिलती हैं और उसका जीवन ऐशो आराम के साथ बीतता है। जिंदगी में प्यार और सुख की प्राप्ति के लिए शुक्र का मजबूत होना बहुत जरूरी है।

ज्योतिष में केतु का प्रभाव

केतु छाया ग्रह है और इसे पापी ग्रह के रूप में भी जाना जाता है। केतु हमेशा उल्टी चाल चलता है। इस ग्रह को किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है। केतु के प्रकोप के कारण किसी व्यक्ति का जीवन समस्याओं से घिर सकता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. शुक्र का रत्न कौन सा है?

उत्तर. शुक्र का भाग्य रत्न ओपल है।

प्रश्‍न. शुक्र कितने दिनों में गोचर करता है?

उत्तर. शुक्र का गोचर 28 दिनों के अंदर होता है।

प्रश्‍न. तुला राशि के स्वामी कौन से ग्रह हैं?

उत्तर. इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं।

प्रश्‍न. ज्योतिष के अनुसार शुक्र किसके गुरु हैं?

उत्तर. शुक्र असुरों के गुरु हैं।

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