इन लोगों पर नहीं होता है शनि की साढ़ेसाती का बुरा असर, जानें इसके पीछे की वजह

ज्योतिष के जानकार मानते और बताते हैं कि, प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शनि की साढ़ेसाती का दौर अवश्य आता है। यह बात यकीनन आपने भी सुनी होगी। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि, कुछ ऐसे जातक भी होते हैं जिन पर शनि की साढ़ेसाती का बुरा असर नहीं पड़ता है? अब इसके पीछे की वजह क्या है और किन लोगों के जीवन पर नहीं होता है शनि की साढ़ेसाती का बुरा असर आइए इन सवालों का जवाब जानने की कोशिश करते हैं।

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शनि की साढ़ेसाती

शनि को न्याय कारक ग्रह माना गया है। यानी कि शनिदेव व्यक्ति के कर्मों के आधार पर ही उसे फल देते हैं। शुभ कर्म करने वालों को जहां शनि देव शुभ फल प्रदान करते हैं वहीं जो लोग गलत काम करते हैं उन्हें शनिदेव की कु-दृष्टि का सामना भी करना पड़ता है।

इस दौरान नहीं पड़ता है शनि की साढ़ेसाती का नकारात्मक प्रभाव

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि, जब व्यक्ति की कुंडली में किसी शुभ ग्रह की दशा या फिर महादशा चल रही हो और इसी दौरान व्यक्ति की शनि की साढ़ेसाती भी प्रारंभ हो जाए ऐसी दशा में व्यक्ति के जीवन पर शनि की साढ़ेसाती का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। बल्कि ऐसी स्थिति में शनि देव ऐसे व्यक्तियों के जीवन में सफलता की वजह बनते हैं।

किन लोगों के जीवन पर रहती है शनि देव की विशेष कृपा

जैसा कि, आपने पहले भी बताया कि शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं ऐसे में जो लोग अपनी मेहनत के दम पर काम करते हैं, दूसरों के साथ कुछ गलत नहीं करते हैं, आत्मनिर्भर होते हैं, ऐसे लोगों के जीवन में हमेशा शनिदेव की कृपा बनी रहती है। इनके अलावा जो लोग अपने जीवन में लालच, छल, कपट और हर बुरी आदतों से दूर रहते हैं उनके जीवन में भी शनिदेव अपनी विशेष कृपा बनाए रखते हैं।

शनिदेव की कृपा से व्यक्ति को हासिल होती है हर एक बुलंदियां

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के जीवन में शनि देव की विशेष कृपा होती है ऐसे व्यक्ति अक्सर 35 वर्ष की आयु के बाद अपने जीवन में बड़ी सफलता हासिल करते हैं। इसके अलावा यदि शनि की शुभ दृष्टि आपके जीवन पर है तो आपके जीवन में हर काम शुभ होता है। आपको जीवन में सफलता प्राप्त होती है पर आपको कभी भी रुकावट का सामना नहीं करना पड़ता। इसके अलावा जिन के जीवन पर शनिदेव की शुभ दृष्टि होती है ऐसे व्यक्ति न्यायप्रिय होते हैं और इनका झुकाव वैराग की तरफ ज्यादा होता है। ऐसे में यह लोग शादी के बंधन में बंधने से बचना चाहते हैं।

शनिदेव को बेहद प्रिय है यह राशियां

शनि देव को कौन सी राशि सबसे ज्यादा प्रिय है? यदि इसके बारे में बात करें तो ज्योतिष के अनुसार कहा जाता है कि शनिदेव को तुला राशि सबसे ज्यादा प्रिय होती है। इसके अलावा कुंभ राशि भी शनि देव को बेहद ही प्रिय होती है। ऐसे में इन दोनों ही राशि के जातक अधिकांश तौर पर देखा गया है कि, सच्चे, ईमानदार और न्याय प्रिय होते हैं।

शनिदेव को नहीं करना है नाराज तो इन बातों का रखें विशेष ध्यान

  • कहा जाता है मुख्य रूप से शनि देवता के दुष्प्रभाव ऐसे व्यक्तियों को झेलने पड़ते हैं जो अपने जीवन में गलत काम करते हैं या फिर अपनी माता को दुखी करते हैं। ऐसे में अगर आपको शनिदेव के शुभ परिणाम हासिल करने हैं तो सलाह दी जाती है कि, अपनी माता का हमेशा सम्मान करें। 
  • बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें। 
  • गलत काम ना करें। 
  • किसी भी तरह के अनुचित कार्य से दूर रहें। 
  • अपने जीवन को ईमानदारी से जियें।

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