शनि गोचर 2023: ज्योतिष के अनुसार, निश्चित समयांतराल पर सभी ग्रह किसी न किसी राशि में प्रवेश करते हैं। ग्रहों के गोचर से सभी राशियां प्रभावित होती हैं, जिसका अनुकूल या प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। ग्रह सदैव गतिशील रहते हैं, इसलिए कभी भी एक राशि में नहीं रहते। सूर्य से लेकर केतु तक सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन की अवधि अलग-अलग होती है। चंद्रमा सबसे जल्दी राशि बदलते हैं और इनकी गति सबसे तेज मानी जाती है। यह केवल सवा 2 दिन के आसपास राशि बदल देते हैं। वहीं सूर्य एक महीना तो बुध 24 दिन और शुक्र 23 दिनों के आसपास राशि परिवर्तन करते हैं। मंगल जैसे ग्रह लगभग 45 दिन का समय लेते हैं। राहु और केतु का गोचर 18 महीने के आसपास होता है जबकि शनि और बृहस्पति जैसे ग्रहों को राशि बदलने में काफी लंबा वक्त लगता है। शनि ग्रह को सबसे मंद गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है, क्योंकि यह लगभग ढाई साल में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। लगभग 30 साल बाद शनि ने अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में गोचर किया है।
बता दें कि शनि देव 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं और यह 2025 तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप ढाई साल तक सभी 12 राशि वालों के जीवन पर सकारात्मक व नकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा लेकिन 3 राशि वालों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहेगी। इन लोगों के लिए 2025 तक का समय फलदायी साबित होगा।
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ज्योतिष में शनि ग्रह का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में शनि का विशेष महत्व है। यह मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। तुला राशि शनि की उच्च राशि है जबकि मेष इसकी नीच राशि मानी जाती है। यह पाप, रोग, भय, गोपनीयता को आयु, दुख, तकनीकी, लोहा, खनिज तेल, कर्मचारी, आदि के कारक हैं। शनि का नाम लेते ही लोगों के अंदर भय पैदा हो जाता है क्योंकि लोगों के मन में शनि को लेकर नकारात्मक धारणा बनी हुई है लेकिन वास्तव में शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं इसलिए इन्हें कर्मफल दाता कहा जाता है। यदि व्यक्ति की कुंडली में शनि पीड़ित व अशुभ स्थिति में हो तो उन्हें अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा व्यक्ति दुर्घटनाओं का शिकार हो सकता है। अगर आपकी कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में है तो आप एक कर्मठ व मेहनती व्यक्ति हो सकते हैं। इसके अलावा आप अनुशासन प्रिय होंगे और आपके अंदर कष्ट सहन करने की एक अद्भुत क्षमता होगी।
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साल 2025 तक इन 3 राशियों पर रहेगी शनिदेव की कृपा
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शनि का कुंभ में प्रवेश बेहद फलदायी है। इस दौरान शनिदेव की कृपा आप पर 2025 तक रहेगी। आपकी राशि में शनि के गोचर से शश राजयोग भी बन रहा है इसके फलस्वरूप आपको नौकरी में पदोन्नति मिलेगी और व्यापार में बढ़ोतरी होने के भी योग बनेंगे। काम के सिलसिले में विदेश यात्रा की संभावनाएं प्रबल होंगी और आप विदेश जाकर काम को और ज्यादा बढ़ा पाएंगे। मीडिया, फिल्म इंडस्ट्री, कला-संगीत से जुड़े लोगों को इस अवधि में बहुत अधिक लाभ होगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा और जीवनसाथी के साथ का भरपूर सहयोग मिलेगा। आप अपने पार्टनर के साथ कहीं बाहर घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं और अपने साथी के साथ मजबूत रिश्ते और खुशनुमा पल का आनंद उठाएंगे।
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मिथुन राशि
शनि का राशि परिवर्तन मिथुन राशि वालों को बहुत लाभ देगा। आपको 2025 तक अपने करियर में खूब तरक्की देखने को मिलेगी और आप खूब पैसा कमाने में भी सक्षम होंगे। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आपको नौकरी में पदोन्नति मिलने के प्रबल योग बनेंगे साथ ही वेतन में वृद्धि भी होगी। आपके वरिष्ठ और सहकर्मी आपके काम की सराहना करेंगे। जो लोग व्यापार कर रहे हैं वे इस दौरान अधिक से अधिक लाभ अर्जित करने में सफल होंगे। व्यापार के सिलसिले से विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। निजी संबंधों में शनि का गोचर आपको खुशखबरी दे सकता है। यदि आप विवाहित हैं तो दांपत्य जीवन में तनाव में कमी आएगी और आप अपने जीवन साथी के और अधिक निकट आ जाएंगे। आप अपने मन की इच्छा पूरी कर पाएंगे और अपने प्रिय से दिल की बात कह पाएंगे।
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तुला राशि
शनि गोचर तुला राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहेगा। आप पर शनि की ढैय्या चल रही थी लेकिन शनि के कुंभ राशि में गोचर करते ही यह शनि की ढैय्या समाप्त हो गई है। आपको इस दौरान सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। प्रेम संबंधों में यह अवधि अच्छी रहेगी। आपके लिए प्रेम विवाह के योग भी बन सकते हैं। जीवनसाथी का सहयोग और समर्पण दोनों आपके प्रति रहेगा तथा आप दोनों साथ मिलकर सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन बड़े अच्छे से करेंगे। इस दौरान मामा और उनके परिवार के साथ आपके संबंध अधिक मधुर होंगे। करियर में आपके लिए तरक्की के योग बनेंगे। आर्थिक तौर पर यह अवधि आपको अचानक से कुछ धन लाभ दे सकती है। आप यदि किसी बैंक लोन/ऋण के लिए आवेदन करते हैं तो उसमें आपको सफलता मिल सकती है। साथ ही, आपके लिए अचानक धन प्राप्ति के योग हो सकते हैं या कोई फंसा हुआ पैसा आपको वापस मिल सकता है।
शनि ग्रह को इन उपायों से करें मजबूत
- यदि आपकी कुंडली में शनि ग्रह कमजोर स्थिति में विराजमान हैं तो आपको कम से कम 19 या 21 शनिवार का व्रत रखना चाहिए।
- इसके अलावा शनिवार के दिन काला कपड़ा पहनें और शनि के मंत्र का जाप करें। मंत्र- ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:’।
- प्रतिदिन शनिवार को तांबे के लोटे में जल, दूध, चीनी, काला तिल और गंगाजल भरकर पीपल के जड़ को अर्पित कर दें। ऐसा करने से भी शनि ग्रह मजबूत होता है।
- शनि को प्रबल करने के लिए आप कंबल, जूता, चप्पल, सरसों का तेल और लोहे का सामान का दान करें।
- जिन लोगों का शनि कमजोर होता है, उन लोगों को नीलम पहनना चाहिए। हालांकि इसके लिए आप किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- शनि की स्थिति को मजबूत करने के लिए शनि देव, हनुमान जी और भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. शनि का गोचर सकारात्मक व नकारात्मक दोनों तरह के हो सकते हैं। कुंडली में 12 भावों में किसी भाग में बैठे शनि उसके अनुसार परिणाम देते हैं।
उत्तर. शनि के एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश को शनि गोचर कहते हैं। शनि के गोचर की अवधि सबसे अधिक होती है।
उत्तर. शनि 17 जनवरी, 2023 को अपनी मूल राशि कुंभ में प्रवेश कर चुके हैं।
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