आने वाले नए महीने को लेकर और उसके बारे में पहले से जानने की उत्सुकता यकीनन ही हम सभी के दिलों में रहती है। आखिर आने वाला नया महीना हमारे लिए क्या कुछ नई सौगात लेकर आने वाला है? क्या इस महीने हमारा स्वास्थ्य उत्तम रहेगा? नौकरी में हमें सफलता मिलेगी? व्यवसाय तरक्की करेगा? पारिवारिक जीवन कैसा रहेगा? प्रेम जीवन में हमें क्या कुछ परिणाम मिलेंगे? इत्यादि। ऐसे कई सवाल हमारे जहन में हर वक्त बने रहते हैं।
ऐसे में यदि आपके दिल और दिमाग पर भी इस तरह के सवालों का साया है तो आप एकदम सही जगह आए हैं क्योंकि ऐस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको सितंबर महीने की हम एक विशेष झलक प्रदान कर रहे हैं।
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
इसके अलावा इस विशेष ब्लॉग में आपको सितंबर महीने में आने वाले सभी महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार, दिन आदि की जानकारी के साथ-साथ इस महीने में जन्मे कुछ मशहूर लोगों के जन्मदिन की जानकारी भी आपको प्रदान की जाएगी। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जान लेते हैं कि यदि आपका भी जन्म सितंबर के महीने में हुआ है तो क्या कुछ कहता है आपका व्यक्तित्व।
तो आइए बिना देरी किए शुरू करते हैं सितंबर महीने पर आधारित इस विशेष ब्लॉग की। सबसे पहले जानते हैं सितंबर में जन्मे लोगों के व्यक्तित्व की कुछ खास बातें।
सितंबर महीने में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व
चलिए सबसे पहले बात करें सितंबर के पैदा में पैदा हुए लोगों के स्वभाव की तो इस महीने में जन्म लेने वाले लोग काफी उदार स्वभाव के होते हैं। हालांकि यह खुद को ज्यादा महत्व भी देते हैं। इन्हें अपने खिलाफ सुनना कुछ भी पसंद नहीं होता है, हजारों की भीड़ में भी अपनी बात बेबाकी से रखते हैं और इन्हें अटेंशन बेहद ही अच्छी लगती है। इसके अलावा इस महीने में जन्मे लोगों का सेंस ऑफ ह्यूमर भी काफी शानदार होता है।
अक्सर देखा गया है कि ऐसे लोग सामाजिक होते हैं और ऐसे ही लोगों की इर्द-गिर्द रहना पसंद करते हैं जिनसे इनकी सोच मेल खाये। बेहद ही रिज़र्व्ड और प्रैक्टिकल होना भी इनके स्वभाव का एक बेहतरीन पहलू होता है। काम को बेहद ही गंभीरता से लेते हैं और जो भी काम शुरू करते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। अक्सर देखा गया है कि इस महीने में जन्मे लोग अच्छे साइंटिस्ट, टीचर, सलाहकार, या राजनैतिज्ञ बनते हैं।
हाँ अब गुण के साथ अवगुणों की भी बात करें तो इस महीने में जन्मे जातक अक्सर देखा गया है कि बेहद ही तुनक मिजाजी होते हैं, बातें खुद तक रखने वाले होते हैं, जिससे कि अक्सर लोग इन्हें समझ नहीं पाते हैं और इन्हें गलत मान लेते हैं। इसके अलावा ऐसे जातक अपने में ही खोए हुए रहते हैं। ऐसे में इनका फ्रेंड सर्कल काफी छोटा होता है।
करियर के साथ-साथ इनके लिए प्रेम जीवन भी उतना ही महत्वपूर्ण रहता है। एक बार प्यार में पड़ने के बाद यह पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपने पार्टनर के साथ बर्ताव करते हैं। यह एक इमानदार पार्टनर भी साबित होते हैं। इन्हें धोखा बर्दाश्त नहीं होता है और अपने और अपने पार्टनर के बीच में किसी तीसरे की दखल भी इन्हें अच्छी नहीं लगती है।
सितंबर के महीने में जन्मे हुए लोगों का पारिवारिक जीवन भी अक्सर शानदार होता है। हर काम को परफेक्शन से करते हैं और अपने रिश्ते को भी बेहद ही परफेक्शन के साथ निभाते हैं। लोगों के बीच में ये काफी लोकप्रिय होते हैं। हालांकि यह बात इनके दिमाग पर हावी नहीं होती है। जिससे यह प्यार करते हैं उन लोगों का यह बहुत ध्यान रखते हैं। यही वजह है कि अपने खास अंदाज और खूबसूरती के चलते यह लोगों के चहेते भी होते हैं।
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली अंक: 4, 5, 16, 90, 29 होता है
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रंग: भूरा, नीला और हरा होता है।
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली दिन: बुधवार होता है।
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रत्न: पन्ना रत्न सितंबर के महीने में जन्मे लोगों के लिए शुभ होता है।
उपाय/सुझाव:
- पक्षियों को दाना खिलाएँ और मुमकिन हो तो अपने घर में एक्वेरियम लाएँ और उसमें मछलियों का पालन पोषण करें।
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सितंबर महीने में बैंक अवकाश
अलग-अलग राज्यों को जोड़ कर बात करें तो सितंबर के महीने में कुल 13 दिन बैंक अवकाश होने वाले हैं। हालांकि अलग-अलग राज्यों के हिसाब से इनका पालन क्षेत्र की मान्यताओं और संस्कृति पर निर्भर करता है। नीचे हम आपको महीने के सभी बैंक अवकाशों की संपूर्ण सूची प्रदान कर रहे हैं।
दिन | बैंक अवकाश | कहाँ किया जाएगा पालन |
1 सितंबर | गणेश चतुर्थी (दूसरा दिन) | पणजी में बैंक बंद |
4 सितंबर | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
6 सितंबर | कर्मा पूजा | रांची में बैंक बंद |
7 सितंबर | पहला ओणम | कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में बैंक बंद |
8 सितंबर | थिरूओणम | कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में बैंक बंद |
9 सितंबर | इंद्रजात्रा | गंगटोक में बैंक बंद |
10 सितंबर | शनिवार (महीने का दूसरा शनिवार), श्री नरवण गुरु जयंती | — |
11 सितंबर | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
18 सितंबर | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
21 सितंबर | श्री नरवण गुरु समाधि दिवस | कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में बैंक बंद |
24 सितंबर | शनिवार (महीने का चौथा शनिवार) | — |
25 सितंबर | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
26 सितंबर | नवरात्रि स्थापना/लैनिंगथोऊ सनमाही का मेरा चाओरेन हाउबा | इम्फाल और जयपुर में बैंक बंद |
सितंबर महीने के महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार
1 सितंबर (बृहस्पतिवार)- ऋषि पंचमी: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी के रूप में जाना जाता है। आमतौर पर हरतालिका तीज के 2 दिन और गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद ऋषि पंचमी मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार बात करें तो यह अगस्त या सितंबर के महीने में पड़ती है। ऋषि पंचमी कोई त्यौहार नहीं है बल्कि इस दिन महिलाएं सप्त ऋषियों का सम्मान करने के लिए इस दिन का व्रत रखती हैं।
3 सितंबर (शनिवार)- ललिता सप्तमी, महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ: महालक्ष्मी व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से प्रारंभ होता है। यह व्रत लगातार 16 दिनों तक किया जाता है। उत्तर भारत में जिस पूर्णिमांत कैलेंडर का अनुसरण किया जाता है उसके अनुसार यह व्रत आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पूरा होता है।
4 सितंबर (रविवार)- राधा अष्टमी: राधा अष्टमी भगवान कृष्ण की पत्नी राधा की जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है। राधा अष्टमी के दिन भक्त व्रत रखते हैं। इसके बाद मध्याह्न काल के दौरान देवी राधा की पूजा की जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अगस्त या सितंबर के महीने में राधा अष्टमी मनाई जाती है।
6 सितम्बर (मंगलवार)- परिवर्तनी एकादशी: एकादशी तिथि का सनातन धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है। यह तिथि पूरी तरह से भगवान विष्णु को समर्पित होती है। ऐसे में भगवान विष्णु का आशीर्वाद अपने जीवन में प्राप्त करने के लिए एकादशी व्रत करने की सलाह दी जाती है।
7 सितंबर (बुधवार)- वामन जयंती, भुवनेश्वरी जयंती: भगवान विष्णु के वामन रूप के अवतरण दिवस को वामन जयंती के रूप में मनाया जाता है। वामन जयंती भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती है। भागवत पुराण के अनुसार कहा जाता है कि भगवान विष्णु के 10 अवतार थे उनमें से पांचवा अवतार वामन रूप था। वामन देव ने भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को अभिजीत मुहूर्त में माता अदिति और कश्यप ऋषि के पुत्र में के रूप में जन्म लिया था।
8 सितम्बर, (गुरुवार)- प्रदोष व्रत (शुक्ल), ओणम: ओणम का त्योहार एक बेहद ही प्रसिद्ध मलयाली त्यौहार है। ओणम का दिन सौर कैलेंडर पर आधारित होता है। यह पर्व भगवान विष्णु के वामन रूप में अवतार लेने और महान सम्राट महाबली के धरती पर पुनरागमन के उपलक्ष्य में बेहद ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहार को लेकर ऐसी भी मान्यता है कि ओणम के दिन दैत्य राज महाबली हर एक मलयाली के घर में जाकर अपनी प्रजा से अवश्य मिलते हैं।
9 सितम्बर, (शुक्रवार)- अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन: गणेश चतुर्थी विसर्जन यानी कि जिस दिन बाप्पा को घर से विदाई दी जाती है। मुख्य तौर पर बहुत से लोग डेढ़ दिन के बाद गणेश विसर्जन करते हैं, तो बहुत से लोग तीसरे दिन, कुछ लोग पांचवें दिन, तो बहुत से लोग सातवें दिन भी गणेश विसर्जन करते हैं। हालांकि गणेश विसर्जन के लिए सबसे शुभ तिथि अनंत चतुर्दशी की मानी जाती है।
इस दिन भगवान की पूजा के समय हाथ में धागा बांधा जाता है। कहते हैं यह धागा व्यक्ति की हर संकट से रक्षा करता है। गणेश उत्सव का प्रारंभ चतुर्थी तिथि से होता है और इसका समापन चतुर्दशी तिथि के दिन होता है। यानी कि गणेश उत्सव भाद्रपद के महीने में 10 दिनों तक मनाया जाता है और अंत में गणेश विसर्जन के साथ इस त्यौहार का समापन हो जाता है।
10 सितम्बर, (शनिवार)- भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, प्रतिपदा श्राद्ध (श्राद्ध आरंभ): भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि को पूर्णिमा श्राद्ध किया जाता है। यह दिन हमारे दिवंगत पितरों को समर्पित होता है। हालांकि यहां विशेष तौर पर इस बात को समझने की आवश्यकता है कि भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध पक्ष से 1 दिन पहले पड़ती है। हालांकि यह पितृपक्ष का हिस्सा नहीं होती है। आमतौर पर पितृपक्ष भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध के अगले दिन से आरंभ होता है।
13 सितम्बर, (मंगलवार)- संकष्टी चतुर्थी: संकष्टी चतुर्थी का यह पावन व्रत भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन विघ्नहर्ता गणपति के भक्त व्रत करते हैं, पूजा करते हैं, और उनका आशीर्वाद अपने जीवन पर सदैव बना रहने के लिए कामना करते हैं।
14 सितंबर (बुधवार)- महा भरणी: भरणी श्राद्ध को ही भरणी चौथ या भरणी पंचमी के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा बहुत सी जगहों पर इसे महा भरणी के रूप में भी जाना जाता है। भरणी नक्षत्र के स्वामी स्वयं यम देवता हैं जिन्हें मृत्यु का देवता कहा गया है इसलिए पितृपक्ष के समय भरणी नक्षत्र को बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
17 सितम्बर, (शनिवार)- कन्या संक्रांति, महालक्ष्मी व्रत पूर्ण, रोहिणी व्रत: कन्या संक्रांति हिंदू सौर कैलेंडर में छठे महीने की शुरुआत का प्रतीक माना गया है। 1 साल में 12 संक्रांति तिथि पड़ती है और यह सभी संक्रांति तिथियां दान पुण्य के लिए बेहद शुभ मानी गई है। जब सूर्य कन्या राशि में गोचर करता है तो इसे कन्या संक्रांति कहते हैं। कन्या संक्रांति के लिए संक्रांति के बाद 16 घाटियों को शुभ या अशुभ माना जाता है। कन्या संक्रांति को विश्वकर्मा पूजा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
18 सितंबर (रविवार)- जीवितपुत्रिका व्रत: जीवित्पुत्रिका व्रत या जिसे बहुत जगह पर जितिया व्रत भी कहते हैं यह बेहद ही महत्वपूर्ण व्रत होता है। इस दिन महिलाएं अपनी संतान की सुरक्षा, अच्छे स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के लिए पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं। यह व्रत आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर किया जाता है। मुख्य तौर पर भारत के बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, में जीवित्पुत्रिका व्रत या जितिया व्रत किया जाता है। इसके अलावा नेपाल में भी यह व्रत बेहद ही लोकप्रिय है।
21 सितम्बर, (बुधवार)- इंदिरा एकादशी
23 सितम्बर, (शुक्रवार)- प्रदोष व्रत (कृष्ण): प्रदोष व्रत प्रत्येक माह में दो बार किया जाता है। पहला कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में। यह व्रत पूर्ण रूप से भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित होता है और इस व्रत को बेहद ही शुभ फलदाई और पावन माना गया है।
24 सितम्बर, (शनिवार)- मासिक शिव रात्रि: मासिक शिवरात्रि भी प्रत्येक माह में किए जाने वाले व्रतों की श्रेणी में आता है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि 1 साल में 12 मासिक शिवरात्रि के व्रत और एक महाशिवरात्रि का व्रत किया जाता है और यह सभी व्रत बेहद ही पावन होते हैं।
25 सितम्बर, (रविवार)- अश्विन अमावस्या: आश्विन अमावस्या यानी आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि। यह पितृपक्ष का भी अंतिम दिन होता है और इसे सर्वपितृ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन अमावस्या के दिन हुआ हो या फिर जिनके मृत्यु की तिथि की जानकारी ना हो उनका भी श्राद्ध आश्विन अमावस्या के दिन किया जा सकता है।
26 सितम्बर, (सोमवार)- शरद नवरात्रि प्रारंभ: हिंदू धर्म में नवरात्रि व्रत का बेहद ही महत्व बताया गया है। नवरात्रि 9 दिनों तक चलने वाला एक बेहद ही पावन पवित्र त्योहार है जो देवी दुर्गा को समर्पित होता है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है नौ रातें। नौ रातों और 10 दिनों की अवधि में देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। दसवें दिन विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है।
इस दिन देवी दुर्गा की मूर्तियों और प्रतिमाओं को जल में विसर्जित कर दिया जाता है। अधिकांश भारतीय राज्यों में नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है। हालांकि विशेष रूप से गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्य कर्नाटक के पश्चिमी हिस्सों में नवरात्रि बेहद ही धूमधाम से मनाई जाती है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घट स्थापना करते हैं। इसका एक निश्चित मुहूर्त होता है। पश्चिम बंगाल में नवरात्रि को दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है।
सिंतबर माह में पड़ने वाली अन्य महत्वपूर्ण तिथियाँ
5-सितंबर (सोमवार) शिक्षक दिवस (डॉ राधाकृष्णन का जन्मदिन), क्षमा दिवस
8-सितंबर (गुरुवार) विश्व साक्षरता दिवस
14-सितंबर (बुधवार) हिंदी दिवस, विश्व प्रथम वायु दिवस
15-सितंबर (गुरुवार) इंजीनियर दिवस
16-सितंबर (शुक्रवार) विश्व ओजोन दिवस
21-सितंबर (बुधवार) अल्जाइमर दिवस, शांति का अंतर्राष्ट्रीय दिवस
25-सितंबर (रविवार) सामाजिक न्याय दिवस
26-सितंबर (सोमवार) बधिरों का दिवस
27-सितंबर (मंगलवार) विश्व पर्यटन दिवस
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस महीने के गोचर और अस्त ग्रहों की जानकारी
आगे बढ़ें और बात करें ग्रहण और गोचर की तो सितंबर के महीने में 2 ग्रहों का गोचर होने वाले हैं और 2 ग्रह अपना स्थिति परिवर्तन करने वाले हैं जिनकी संपूर्ण जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं:
- बुध कन्या राशि में वक्री (10 सितंबर 2022): बुध कन्या राशि में वक्री 10 सितंबर 2022, शनिवार को सुबह 8 बजकर 42 मिनट पर होगा और उसके बाद 2 अक्टूबर 2022, रविवार को बुध कन्या राशि में ही अपनी मार्गी गति शुरू करेंगे।
- शुक्र सिंह राशि में अस्त (15 सितंबर 2022): शुक्र सिंह राशि में अस्त की अवधि 15 सितंबर 2022 को सुबह 02 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगी और फिर 2 दिसंबर को सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर सिंह राशि में शुक्र अस्त की अवस्था समाप्त हो जाएगी।
- सूर्य का कन्या राशि में गोचर (17 सितंबर 2022): सूर्य देव एक बार फिर 17 सितम्बर 2022, शनिवार को अपनी स्वराशि सिंह से निकलकर बुध देव की राशि कन्या में सुबह 07:11 बजे विराजमान हो जाएंगे।
- शुक्र का कन्या राशि में गोचर (24 सितंबर 2022): शुक्र का कन्या राशि में गोचर 24 सितंबर 2022, शनिवार को रात 8 बजकर 51 मिनट पर होगा जब वो सिंह राशि से निकलकर बुध की कन्या राशि में गोचर करेंगे।
गोचर के बाद बात करें ग्रहण की तो, 2022 के सितंबर महीने में कोई भी ग्रहण नहीं लगने वाला है।
सभी 12 राशियों के लिए सितंबर महीने की महत्वपूर्ण भविष्यवाणी
मेष राशि
- सितंबर के महीने में मेष राशि के जातकों को करियर के लिहाज से मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे। नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं जो लोग मल्टीनेशनल कंपनी से जुड़े हैं उन्हें सितंबर के महीने में लाभ के योग बनेंगे।
- व्यवसाई जातकों को लाभ मिलेगा।
- शिक्षा के लिहाज से बात करें तो सितंबर का महीना छात्रों के लिए बेहद ही शुभ रहेगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को विशेष परिणाम प्राप्त होंगे।
- पारिवारिक जीवन भी शानदार रहेगा। इस दौरान आपके घर से वाद-विवाद दूर होने लगेंगे।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो इस महीने में आपको उत्तम फल की प्राप्ति होगी। सलाह केवल इतनी दी जाती है कि, इस समय अपने प्रेमी से बात करते समय अपनी वाणी का विशेष ध्यान रखें।
- आर्थिक पक्ष उत्तम रहेगा। साथ ही आप विभिन्न स्रोतों से कमाई करने में भी कामयाब रहने वाले हैं।
- स्वास्थ्य के लिहाज से कुछ परेशानियां जीवन में आ सकती हैं। ऐसे में इसका विशेष ध्यान रखें।
- उपाय के तौर पर नियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करें।
वृषभ राशि
- वृषभ जातकों को सितंबर के महीने में करियर के लिहाज से भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी पेशा जातकों की उन्नति होगी और साथ ही आपको कार्यक्षेत्र में अपने वरिष्ठ लोगों का सहयोग प्राप्त होगा।
- व्यापारी जातक अपने व्यापार का विस्तार करने में कामयाब रहेंगे। साथ ही मार्केट में आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा।
- शिक्षा के संदर्भ में आपको मिश्रित परिणाम मिलेंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातक को शुभ परिणाम मिलेंगे।
- पारिवारिक जीवन के लिहाज से मिश्रित परिणाम मिल सकते हैं। घर में आपको भाई-बहनों का सहयोग तो मिलेगा लेकिन वाद-विवाद की स्थिति निरंतर बनी रहेगी।
- अपने प्रेमी से बात करते समय अपनी वाणी का विशेष ध्यान रखें।
- आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी।
- स्वास्थ्य के संदर्भ में सितंबर का महीना परेशानी लेकर आ सकता है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि जरा सी भी तकलीफ हो तो सीधे डॉक्टर से परामर्श करें।
- उपाय के तौर पर नियमित रूप से अर्गला स्त्रोत का पाठ करें।
मिथुन राशि
- सितंबर के महीने में मिथुन राशि के जातकों को करियर पक्ष के लिहाज से शानदार परिणाम प्राप्त होंगे। आपके प्रमोशन और वेतन वृद्धि के योग बनेंगे और आपका मानसिक तनाव कम होगा।
- व्यापारी जातक भी इस अवधि का लाभ उठाएंगे। इस दौरान आप काम से जुड़ी किसी विदेशी यात्रा पर भी जाने वाले हैं।
- शिक्षा के संदर्भ में यह महीना आपके पक्ष में नहीं रहने वाला है। इस अवधि में विद्यार्थियों का ध्यान भटक सकता है।
- पारिवारिक जीवन के संदर्भ में बात करें तो भी आपको मिश्रित परिणाम मिलेंगे क्योंकि भाई बहनों का साथ तो मिलेगा हालांकि घर में कुछ तनाव बना रहने की आशंका है।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन अनुकूल रहेगा हालांकि गलतफहमियां और वाद-विवाद से बचें।
- आर्थिक पक्ष के संदर्भ में बात करें तो यह महीना आपके लिए उत्तम परिणाम लेकर आएगा।
- आपके स्वास्थ्य की बात की जाए तो सितंबर का महीना यहाँ बेहद ही अनुकूल रहेगा। आपको उच्चतम परिणाम मिलेंगे।
- उपाय के तौर पर नियमित रूप से हनुमान भगवान की पूजा करें और मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कर्क राशि
- करियर के लिहाज से यह महीना शुभ रहेगा। इस दौरान आपको करियर से संबंधित कुछ बेहतरीन अवसर प्राप्त होंगे।
- व्यापारी जातकों के लिए सितंबर का महीना सामान्य से उत्तम रहेगा। आप अपने व्यापार के विस्तार की योजना बना सकते हैं।
- शिक्षा के लिए भी यह महीना अनुकूल रहने वाला है। इस दौरान इस राशि के विद्यार्थी जातकों को उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम प्राप्त होगा।
- पारिवारिक जीवन में भी अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इस अवधि में आपको आपके घर के लोगों का भरपूर सहयोग मिलेगा।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो सितंबर के महीने में कर्क जातकों को मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। मुमकिन है कि इस दौरान आपको आपके साथी से दूरियां भी उठानी पड़े।
- वहीं आर्थिक पक्ष की बात करें तो यहां आपको शुभ फल मिलने की उम्मीद है। ऐसे में इस दौरान आर्थिक तंगी दूर होगी और आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
- स्वास्थ्य जीवन की बात करें तो आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। हालांकि कोई गंभीर परेशानी नहीं होगी। छोटी मोटी समस्याएं बनी रहेंगी।
- उपाय के तौर पर भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
सिंह राशि
- सिंह जातकों को सितंबर के महीने में करियर के लिहाज से शुभ फल मिलेंगे। इस दौरान आपकी आय में वृद्धि और प्रमोशन के प्रबल योग बन रहे हैं।
- व्यापारी जातकों को भी लाभ मिलेगा। हालांकि कोई भी बड़ा कदम उठाने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य ले लें।
- शिक्षा के लिए यह महीना मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
- पारिवारिक जीवन भी मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान छोटे-मोटे मतभेद होने की आशंका बन रही है। हालांकि आप उनसे पार पा लेंगे।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन शुभ रहेगा। आप अपने पार्टनर या जीवन साथी के साथ अनुकूल लम्हों का लुफ्त उठाते नजर आएंगे।
- आर्थिक जीवन की बात करें तो यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। ऐसे में इस दौरान निवेश करने से बचें या बेहद आवश्यक हो तो किसी जानकार से परामर्श लेकर ही कदम आगे बढ़ाए।
- स्वास्थ्य के संदर्भ में मिश्रित परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपको एसिडिटि, अपच आदि की समस्या दिक्कत में डाल सकती है।
- उपाय के तौर पर नियमित रूप से अपने माथे पर केसर का तिलक लगाएं।
कन्या राशि
- सितंबर का महीना करियर पक्ष के लिहाज से कन्या जातकों के लिए उत्तम रहेगा। इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा और करियर में आपको ढेरों सफलता मिलेगी।
- व्यापारी जातकों के लिए भी यह महीना शुभ रहने वाला है।
- शिक्षा के संबंध में बात करें तो कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती है। मुमकिन है कि इस दौरान आपका ध्यान भटका रहे।
- पारिवारिक जीवन में भी कुछ कष्ट मिलने की आशंका है। इस दौरान आपके घर की शांति भंग हो सकती है।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन में शुभ परिणाम हासिल होंगे। प्यार में पड़े जातकों को अपने पार्टनर की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है वहीं विवाहित जातकों के लिए अवधि खास अनुकूल नहीं रहने वाली है।
- आर्थिक पक्ष की बात करें तो यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा। हालांकि जल्दबाजी करके पैसे कमाने की होड़ में ना शामिल हों।
- स्वास्थ्य पक्ष के संदर्भ में बात करें तो यह महीना मिलेजुले परिणाम लेकर आएगा। कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधित समस्या नहीं होगी। हालांकि अपनी सेहत का ध्यान रखें।
- उपाय के तौर पर सवा किलो साबुत मूंग की दाल भगवान गणेश को अर्पित करें।
तुला राशि
- सितंबर का महीना करियर के लिहाज से तुला जातकों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- व्यापारी जातक भी अपने ग्राहकों को संतुष्ट रखने में असफल हो सकते हैं।
- शिक्षा के संबंध में अनुकूल परिणाम मिलेंगे। विशेष तौर पर उन छात्रों को जो मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैकेनिकल फील्ड से जुड़े हैं।
- पारिवारिक जीवन शानदार रहेगा। आपको घर के लोगों का भरपूर सहयोग मिलने वाला है।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन अनुकूल रहेगा। छोटी-छोटी गलतफहमी और वाद विवाद से बचें।
- आर्थिक पक्ष में मिले-जुले परिणाम इस महीने आपको मिलेंगे। ऐसे में धन खर्च को लेकर विशेष सावधानी बरतें और सोच समझकर ही कोई फैसला लें।
- स्वास्थ्य के बारे में बात करें तो इस दौरान आपको औसत परिणाम मिलेंगे। छोटी-मोटी परेशानियां बनी रहेंगी लेकिन गंभीर परेशानी कोई नहीं होगी।
- उपाय के तौर पर कुंवारी कन्याओं को लाल रंग के वस्त्र का दान करें।
वृश्चिक राशि
- करियर के लिहाज से यह महीना अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र पर आपके सुझावों की और कड़ी मेहनत की प्रशंसा होगी।
- व्यापारी जातकों के लिए भी यह समय शुभ रहेगा। आपकी रणनीतियां कामयाब होती नजर आएंगी।
- शिक्षा के लिहाज से भी यह महीना शुभ रहने वाला है। आपको अपनी अतीत में की गई कड़ी मेहनत का शुभ परिणाम मिलेगा।
- पारिवारिक जीवन में मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। हालांकि घर में शांति देखने को मिलेगी।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन भी अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपके और आपके पार्टनर के बीच प्रेम में वृद्धि होगी।
- आर्थिक जीवन मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आपको धन की कमी से भी जूझना पड़ सकता है।
- स्वास्थ्य की बात करें तो छोटी-मोटी परेशानियां बनी रहेंगी। हालांकि कोई गंभीर दिक्कत नहीं होगी।
- उपाय के तौर पर हनुमान जी को चोला चढ़ाएं।
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धनु राशि
- सितंबर का महीना करियर के लिहाज से धनु राशि के जातकों के लिए फलदाई रहेगा। आपको आपकी मेहनत का शुभ फल मिलेगा।
- साथ ही व्यापारी जातकों को भी लाभ के प्रबल संकेत मिल रहे हैं।
- शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको अधिक मेहनत करने की सलाह दी जाती है।
- पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। घर में कभी अशांति तो कभी खुशियां देखने को मिलेंगी।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा हो सकता है। इस दौरान आपका आपके पार्टनर से कुछ वाद विवाद होने की आशंका है। सलाह दी जाती है उसको धैर्य से सुलझाएं।
- आर्थिक पक्ष शुभ रहेगा। इस दौरान आपको आपकी कड़ी मेहनत के दम पर आय में बढ़ोतरी के कई अवसर प्राप्त होंगे।
- स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो भी यह महीना अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपको अपनी किसी पुरानी बीमारी से छुटकारा मिल जाएगा।
- उपाय के तौर पर बृहस्पतिवार के दिन पीली वस्तुओं का दान करें और केले के पेड़ की पूजा करें।
मकर राशि
- करियर के लिहाज से सितंबर का महीना मकर जातकों के लिए ज़्यादा अनुकूल नहीं रहेगा। इस दौरान आपको कुछ रुकावटों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि धैर्य से काम लें।
- व्यापारी जातकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
- शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को उत्तम परिणाम मिलेंगे। आप आपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में कामयाब रहेंगे।
- पारिवारिक जीवन शुभ रहेगा। इस दौरान आपके घर के लोगों के बीच के रिश्ते बेहद ही मधुर रहने वाले हैं।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन के संदर्भ में भी यह महीना शुभ रहेगा। आपके और आपके पार्टनर के बीच रिश्ते में मजबूती देखने को मिलेगी।
- आर्थिक पक्ष की बात करें तो इस महीने आपको कोई बड़ा धन लाभ होने की प्रबल संभावना बन रही है। साथ ही आप की वेतन वृद्धि भी होगी। जिससे आप धन संचित करने में भी कामयाब रहने वाले हैं।
- स्वास्थ के संदर्भ में मिश्रित परिणाम मिलेंगे। हालांकि किसी पुरानी बीमारी से निजात मिलने के भी योग बन रहे हैं।
- उपाय के तौर पर शनि के बीज मंत्र का जाप करें।
कुंभ राशि
- करियर के लिहाज से सितंबर का महीना कुंभ राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा। इस दौरान आपका करियर रफ्तार पकड़ेगा और आपको शुभ परिणाम मिलेंगे।
- व्यापारी जातकों को भी शुभ अवसर मिलेंगे और आपके व्यापार के लिए यह समय गोल्डन पीरियड साबित होगा।
- शिक्षा के संदर्भ में भी यह महीना अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। यदि आप विदेश जाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं तो इसमें आप कामयाब होंगे।
- पारिवारिक जीवन अनुकूल रहने वाला है। इस दौरान आपका ध्यान आध्यात्मिक और धार्मिक गतिविधियों की तरफ देखने को मिलेगा।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। आपके बीच प्रेम में वृद्धि होगी और आप अपने पार्टनर के साथ कहीं घूमने जाने की योजना बना सकते हैं।
- आर्थिक पक्ष भी अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपको आर्थिक लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। ऐसे में आप अपने किसी पुराने कर्जे से मुक्त हो सकते हैं।
- स्वास्थ्य के लिए यह महीना थोड़ा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। ऐसे में बदलते मौसम के साथ अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
- उपाय के तौर पर नहाने के पानी में काला तिल डालकर उससे स्नान करें।
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मीन राशि
- मीन राशि के लिए सितंबर का महीना करियर के लिहाज से शुभ फल लेकर आ रहा है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपकी छवि बेहद ही मजबूत बनेगी।
- व्यापारी जातकों को भी उत्तम लाभ और अवसर मिलने की संभावना है।
- शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को मिश्रित परिणाम मिलेंगे, यानी कि कुछ रुकावटें आएंगी तो हाँ लेकि सफलता भी मिलेगी।
- पारिवारिक जीवन अनुकूल रहेगा। इस दौरान कभी घर में कलह क्लेश देखने की स्थितियां बन सकती हैं तो कभी घर के लोगों में प्रेम और सौहार्द देखने को मिलेगा।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन अनुकूल रहेगा।
- आर्थिक पक्ष के संदर्भ में मिश्रित परिणाम मिलेंगे। इस महीने आपके खर्चों में वृद्धि होने के भी संकेत मिल रहे हैं।
- स्वास्थ्य पक्ष उत्तम रहेगा। आप अपने जीवन का इस महीने खुलकर आनंद उठाएंगे।
- उपाय के तौर पर किसी धार्मिक स्थान पर जाकर भंडारा कराएं।
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