13 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि के शुरू होते ही सनातन धर्म के अनुयायी माता भगवती की सेवा और पूजा में पूरी श्रद्धा के साथ जुट चुके हैं। नवरात्रि के दौरान माता के भक्त व्रत रखते हैं। अक्सर यह व्रत दो तरह का होता है। एक वह व्रत होता है जिसमें जातक जल तक अन्न ग्रहण नहीं करता, ऐसे व्रत को निर्जला व्रत कहते हैं। वहीं दूसरा व्रत फलाहार व्रत होता है। फलाहार व्रत के दौरान अन्न और नमक का सेवन वर्जित होता है। लेकिन आपने देखा होगा कि लोग व्रत के दौरान सेंधा नमक का उपयोग करते हैं। ऐसे में आपके मन में कई बार यह खयाल भी आया होगा कि आखिर लोग व्रत के दौरान सेंधा नमक का सेवन क्यों करते हैं।
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दरअसल नमक का सेवन न करना एक दिन के व्रत में फिर भी ठीक है लेकिन लगातार नौ दिनों तक नमक का सेवन न करने से कमजोरी की समस्या उत्पन्न होने लगती है। यही वजह है कि फलाहार व्रत के दौरान कई व्रती सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन सेंधा नमक के फायदे बस यहीं तक सीमित नहीं है। इसलिए आज हम आपको इस लेख में सेंधा नमक के सेवन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व बताएंगे।
व्रत के दौरान क्यों खाया जाता है सेंधा नमक?
सेंधा नमक का धार्मिक महत्व
सनातन धर्म में सेंधा नमक का सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। आम नमक समुद्र से प्राप्त होता है और इसके प्रोसेसिंग के दौरान इसमें कई चीजों और केमिकल्स का प्रयोग होता है। जबकि सेंधा नमक को प्राकृतिक नमक माना जाता है। पहाड़ों से निकालने वाले इस नमक को सनातन धर्म में बेहद शुद्ध माना जाता है। किसी भी तरह की कोई मिलावट न होने की वजह से इस नमक का व्रत के दौरान उपयोग किए जाने की छूट है। भारतीय पौराणिक चिकित्सा पद्धति यानी कि आयुर्वेद में भी सेंधा नमक को स्वास्थ्य रक्षक माना गया है और इसका उपयोग करने से कई तरह की बीमारियों में फायदा पहुँचने की बात बताई गयी है।
सेंधा नमक का वैज्ञानिक महत्व
सेंधा नमक के वैज्ञानिक फायदे भी बहुत हैं। आम नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है लेकिन सेंधा नमक में सोडियम की मात्रा बहुत ही कम होती है। आपको बता दें कि अधिक सोडियम का सेवन करने से किडनी के रोग और रक्तचाप जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सेंधा नमक में जरूरी पोषक तत्वों को सोखने की खूबी होती है जिस वजह से व्रत के दौरान यह हमारे शरीर में ऊर्जा बनाए रखता है। इसमें आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे बेहद जरूरी खनिज पदार्थ पाये जाते हैं।
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सेंधा नमक के सेवन से शरीर दर्द जैसे कि घुटने का दर्द व मांसपेशियों में ऐंठन संबंधी समस्याओं में भी काफी आराम मिलता है। वैसे व्यक्ति जिन्हें साइनस की समस्या है उन्हें सेंधा नमक बहुत फायदा पहुंचाता है। अस्थमा जैसी बीमारी में भी सेंधा नमक के सेवन से आराम पहुंचता है। सेंधा नमक हमारे शरीर में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे हार्मोन्स का लेवल संतुलित रखने में कारगर माना जाता है जिसकी वजह से तनाव संबंधी समस्या दूर होती है। सेंधा नमक को पाचन के लिए भी रामबाण औषधि माना जाता है।
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