भगवान् शिव को समर्पित सावन के पवित्र माह का समापन यूँ तो आने वाले 15 अगस्त को रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ होने जा रहा है लेकिन आज सावन का आखिरी सोमवार है। सोमवार का दिन शिव जी का ख़ास दिन होने की वजह से इस दिन शिव आराधना का महत्व काफी बढ़ जाता है। शिव भक्त सावन माह में प्रत्येक सोमवार को व्रत रखकर और शिव जी का जलाभिषेक कर उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। आज सावन माह के आखिरी सोमवार पर एक ऐसा ख़ास संयोग बन रहा है जो इस दिन को और भी ज्यादा महत्वपूर्ण बनाता है। आइये जानते हैं, आखिर क्यों ख़ास है सावन का ये सोमवार और इस दिन किस प्रकार से करें शिव जी की पूजा अर्चना।
इसलिए ख़ास है सावन का आखिरी सोमवार
आपको बता दें कि आज सावन का आखिरी सोमवार होने के होने के साथ ही प्रदोष व्रत भी है। मान्यता है कि आज प्रदोष व्रत होने की वजह से इस दिन का महत्व काफी बढ़ गया है। चूँकि प्रदोष व्रत में भी भगवान् शिव की पूजा की जाती है और सावन के सोमवार के दिन भी शिव भक्ति में लोग लीन रहते हैं। हालाँकि प्रदोष व्रत हर महीने आता है लेकिन इस बार ऐसा संयोग बना है जब सावन का आखिरी सोमवार और ये व्रत दोनों एक ही दिन पड़ रहे हैं। प्रदोष व्रत शुल्क और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन रखा जाता है। इस व्रत को कई जगहों पर तेरस के नाम से भी जाना जाता है। चूँकि इस बार सोमवार के दिन ही ये ख़ास संयोग बन रहा है इसलिए आज के दिन शिव जी की विशेष पूजा अर्चना कर उनका ख़ास आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
आज इस विधि से करें शिव जी की पूजा
आज सावन के आखिरी सोमवार पर यदि आप व्रत रख रहे हैं तो ये आपके लिए ख़ासा लाभदायक साबित हो सकता है। आज के दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करने के बाद शिव मंदिर जाकर शिव जी का जलाभिषेक करें। विशेष लाभ प्राप्ति के आप दूध से भी शिव जी का अभिषेक कर सकते हैं। आज प्रदोष व्रत होने की वजह से शिव जी की पूजा अर्चना आप शाम के समय भी कर सकते हैं, क्योंकि प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की पूजा खासतौर से शाम के वक़्त ही की जाती है। शाम को गोधूलि बेला के वक़्त प्रदोष व्रत पूजा की शुरुआत की जाती है। शाम के समय शिव जी की पूजा शुरू करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजन से पहले पांच रंगों के प्रयोग से रंगोली बनाएं और शिव जी का अभिषेक करें। शिव जी की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करें और उन्हें बेल पत्र, सफ़ेद फूल, धतूरा और मिठाई आदि अर्पण करें। मान्यता है कि इस बार कई वर्षों के बाद ऐसा संयोग बना है और इस दिन शिव जी की विधि पूर्वक पूजा अर्चना कर आप आर्थिक तंगी और अन्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।