रक्षाबंधन के लिए भारतीय बाज़ार सज चुके हैं। बाजार में तरह तरह की राखियाँ दुकानों की शोभा बढ़ा रही हैं। 15 अगस्त को आज़ादी के दिन रक्षाबंधन का त्यौहार पड़ रहा है। कामकाजी लोगों के लिए ये मायूसी भरी बात हो सकता है लेकिन वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार का रक्षाबंधन पर्व बेहद ख़ास मौके पर पड़ रहा है।
भद्रा के दोष से मुक्त रहेगा रक्षाबंधन का पर्व
दरअसल, रक्षाबंधन का त्योहार इस बार भद्रा के दोष से मुक्त रहेगा। इस दिन बहनें सुबह से रात तक भाई की कलाई पर राखी बांध सकेंगी। कहा जा रहा है कि श्रावणी पूर्णिमा पर सात 7 साल बाद पंचांग की यह श्रेष्ठ तिथि है। साथ ही रक्षाबंधन गुरुवार को है और इस दिन श्रवण नक्षत्र है। इसके अलावा इस अवसर पर सौभाग्य योग का निर्माण भी हो रहा है। यह स्थिति भी इस पर्व के लिए अति उत्तम है।
राखी बांधने से पहले बहनें इन बातों को रखें ध्यान
- राखी की थाल सजाएं।
- थाल में राखी और दीपक के साथ कुमकुम, अक्षत आदि चीजें रखें।
- इसके बाद भाई को तिलक लगाएं।
- भाई के दाएं हाथ में राखी बांधें।
- इसके उपरांत भाई की आरती उतारें।
- यदि भाई आपसे बड़ा है तो उनके पैरों को छूकर आशीर्वाद लें।
- इसके बाद भाई को मिठाई खिलाएं।
राखी बंधनवाने के दौरान भाईयों को भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे यदि बहन आपसे बड़ी है तो आप उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें और बहनों को उपहार के रूप में कुछ भेंट ज़रुर करें।