आपकी जानकारी के लिए बता दें की पिछले कुछ वर्षों में दुनिया में प्रदूषण के स्तर में करीबन आठ फ़ीसदी का इजाफ़ा हुआ है। डब्लूएचओ के रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में दुनिया के करीबन तीन शहर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। इस वजह से दुनिया की कुछ ऐसी सुंदर जगहें हैं जिनका वजूद आने वाले कुछ सालों में मिटा सकता है।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर का ये है मुख्य कारण
आपको जानकर हैरानी होगी कि बीते बीस सालों में अब तक करीबन 1500 करोड़ से भी ज्यादा पेड़ काटे जा चुके हैं। आज दुनिया में बढ़ते प्रदूषण के लेवल का मुख्य कारण यहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि पेड़ पौधे इसी हिसाब से कटते रहें तो वो दिन दूर नहीं जब दुनिया के कुछ मुख्य जगह विश्वपटल से हमेशा के लिए गायब हो जाएंगे। प्रदूषण के बढ़ते स्तर का प्रभाव विशेष रूप से दुनिया के कुछ खूबसूरत जगहों पर प्रभावी रूप से पड़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ये चेतावनी जारी की है कि या तो प्रदूषण के स्तर को कम करने का प्रयास किया जाय या फिर इन खूबसूरत जगहों के गायब होने से पहले आप एक बार वहां घूम आये क्योंकि संभव है की आने वाले दिनों में आपको इन जगहों पर घूमने का अवसर ना प्राप्त हो।
इन जगहों का मिट सकता है नामो निशान
डेड सी : इजरायल और जॉर्डन की सीमा पर स्थित मृत सागर पिछले करीबन बीस सालों में 80 फ़ीसदी तक घट चुका है। इस वजह से आने वाले कुछ सालों में ये डेड सी या मृत सागर गायब हो सकता है।
वेनिस : इटली का सबसे खूबसूरत शहर माना जाने वाला वेनिस पिछले कुछ सालों से बाढ़ का शिकार हो रहा है। अगर बाढ़ की ये रफ़्तार रुकी नहीं तो आने वाले कुछ सालों में इस सुंदर शहर का नामो निशान मिट सकता है।
ग्लेशियर नेशनल पार्क : मोंटाना शहर का का मशहूर ग्लेशियर नेशनल पार्क में करीबन 150 ग्लेशियर थे जिनमें से अब केवल 25 बचें हैं। प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर की वजह से आने वाले दिनों ये ग्लेशियर पार्क गायब होने की कगार पर आ सकता है।
इसके अलावा पेटागोनिया ग्लेशियर, माचू-पीचू, सुंदरबन, मिरडोर बेसिन आदि कुछ ऐसे नाम हैं जो आने वाले कुछ सालों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर की वजह से दुनिया से मिट सकते हैं। पैटागोनिया ग्लेशियर्सः अर्जेंटीना के ये ग्लेशियर्स कम बारिश और तेजी से बढ़ते तापमान की वजमृत सागरः जॉर्डन और इजरायल की सीमा पर स्थित मृत सागर (डेड सी) 40 सालों में 80 फीट घट गया है. लोग जिस तरह से जॉर्डन नदी के पानी का उपयोग कर रहे हैं, मृत सागर 50 सालों में खत्म हो जाएगा.