जैसा सभी जानते हैं कि नवरात्रि का पर्व देवी शक्ति मां दुर्गा की उपासना के लिए सबसे बड़ा उत्सव होता है। जिस दौरान लोग नौ दिनों में देवी शक्ति के नौ अलग-अलग रूप की सच्ची श्रद्धा-भाव से पूजा-आराधना करते हैं। हर वर्ष में पांच बार नवरात्र पर्व आता हैं, जिनमें चैत्र, आषाढ़, अश्विन, पौष और माघ नवरात्र शामिल होती हैं। इनमें से ही चैत्र और अश्विन यानि शारदीय नवरात्रि को हिन्दू धर्म में मुख्य माना गया है।
28 सितंबर से शारदीय नवरात्रि का होगा शुभारंभ
वर्ष 2019 में शारदीय नवरात्रि रविवार, 28 सितंबर से प्रारंभ होगी, जिसकी समाप्ति विजयदशमी के साथ होगी। ये नवरात्रि प्रत्येक वर्ष के अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है। जिस दौरान देवी शक्ति माँ दुर्गा के भक्त उनके विभिन्न नौ रूपों की विधि-विधान पूर्वक तरीके से पूजा-अर्चना करते हैं। माना जाता है कि 9 दिवसीय इस उत्सव पर भक्त मां से सिद्धि प्राप्ति तथा अपनी सभी समस्याओं के निवारण के लिए उनसे प्रार्थना करते हैं। ऐसे में आज हम अपने इस लेख में आपको उन विशेष मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका प्रयोग आप इस नवरात्रि करते हुए मां को प्रसन्न कर उनकी कृपा हासिल कर सकते हैं।
आश्विन माह विशेष : इस दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां !
नवरात्रि पर इन मन्त्रों से होगा आपकी हर समस्या का समाधान
- किसी भी क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए या अपने तेज में वृद्धि करने हेतु ‘ॐ हुं फट्’ मंत्र का जप नवरात्रि में हर दिन करें। इस दौरान इस मन्त्र की 51 मालाओं का उच्चारण करके अंत में अपना हाथ चेहरे पर फेरें और उसके बाद ही घर या ऑफ़िस से निकले। माना जाता है कि ऐसा करने से आपका हर कार्य पूरा होगा।
- यदि आपके जीवन में धन की कमी हैं तो इस नवरात्र के दिनों में ‘ॐ श्रीं श्रियै नम:’ मंत्र की 101 माला रोज जप करते हुए माता लक्ष्मीजी का पूजन करें। इस मंत्र को जप करने के लिए कमल गट्टे की माला का ही प्रयोग करें। ऐसा करने से घर की दारिद्रय दूर हो जाती है।
- नवग्रह को शांत करने या उनकी पीड़ा को दूर करने के लिए ‘ॐ नमो भास्कराय मम् सर्वग्रहाणां पीड़ा नाशनं कुरु कुरु स्वाहा।’ मंत्र की 11 माला जप करें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में मौजूद महादारिद्रय योग समाप्त होता है।
- रोग से मुक्ति पाने हेतु ‘ॐ परात्मन परब्रह्म मम् शरीरं, पाहि-पाहि कुरु-कुरु स्वाहा’ मंत्र का 108 बार जप करने से मां सदैव आपकी रक्षा करती हैं।
- खुद में किसी भी प्रकार के भय का नाश करने के लिए व अपनी आत्मशिक्त की वृद्धि के लिए ‘ॐ हं हनुमते नम:’ मन्त्र की 11 माला रोज जप करें। इस दौरान मंत्र के लिए मूंगे की माला का इस्तेमाल करना बेहद शुभ रहता है।
- अपनी व अपने परिवार की रक्षा के लिए ‘ह्रीं ह्रीं ह्रीं’ मंत्र का 108 बार जप करें। इससे माना जाता है कि आपके सभी उपद्रव शांत हो जाते हैं और इससे आपकी व परिवार की रक्षा होती है।
- अपने जीवन में माता लक्ष्मी-यक्षिणी की कृपा पाने के लिए ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नम:’ मंत्र की 31 माला का नवरात्र प्रतिपदा से 1 माह तक रोज़ाना जप करें इससे आपकी इच्छा पूरी होती है।
- बौद्धिक शक्ति बढ़ाने हेतु और अपार ज्ञान की प्राप्ति के लिए इस नवरात्र रोज़ाना ‘ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र की 5 व ‘ॐ ऐं ह्रीं श्रीं सरस्वत्यै नम:’ मंत्र की 21 माला का जप करें।
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