इसी साल बीते 14 फ़रवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए भीषण आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। अब एक बार फिर से आतंकवादी पुलवामा में हाईवे पर तैनात सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साज़िश रच रहे हैं। भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी ने भारत सरकार को अपनी रिपोर्ट भेज इस हमले की आशंका जताई है। इसके बाद से पुलवामा में हाई अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
अपने आका की बरसी पर हमले की रच रहे हैं साज़िश
आपको बता दें कि 8 जुलाई 2016 को सुरक्षाबलों द्वारा एक ऑपरेशन में मारे गए खूंखार आतंकी बुरहानवानी की बरसी पर आतंकी एक बार फिर से पुलवामा को दहलाने की साज़िश में जुटे हैं। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी आतंकी इसी दिन पुलवामा सहित आसपास के इलाके में तैनात सुरक्षाबलों पर हमला करने की साज़िश रच सकते हैं। ख़ुफ़िया एजेंसी को मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादी इस बार आईईडी और स्नाइपर के जरिये हमले की फ़िराक में है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने करीबन छह से आठ पाकिस्तानी आतंकियों के इस हमले की तैयारी को इंटरसेप्ट किया है।
इस हमले को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने अपने नाम भी बदल डालें
ख़ुफ़िया एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हमले की साज़िश रच रहे पाकिस्तानी आतंकी अपने नाम बदलकर कश्मीर घाटी में रह रहें हैं। वो खासकरके सुरक्षाबलों द्वारा मारे गए आतंकी बुरहानवानी की बरसी के दिन ही इस हमले को अंजाम देना चाहते हैं। हालाँकि खुफ़ियाँ एजेंसियों की इस रिपोर्ट के बाद पुलवामा सहित आस पास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
14 फ़रवरी को आतंकियों ने बनाया था सुरक्षाबलों को अपना निशाना
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हाईवे पर सुरक्षाबलों से तैनात एक बस को पाकिस्तानी आतंकियों ने बीते 14 फ़रवरी को अपना निशाना बनाया था जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। भारत ने पाकिस्तान की इस ओछी हरकत का जवाब देते हुए 26 फ़रवरी को एयर स्ट्राइक के जरिये पकिस्तान के बालकोट में आतंकी संगठन जैश के ठिकाओं का खात्मा किया था। अब एक बार फिर से पाकिस्तानी आतंकी इस तरह के हमले का प्लान बना रहे हैं जिसमें उन्हें सफलता मिलने की उम्मीद ना के बराबर है क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह खुद कश्मीर में सुरक्षा को लेकर मुआयना कर रहे हैं और हर वक़्त उनकी नजर कश्मीर पर है। उन्होनें बीते दिनों कड़े शब्दों में कहा भी था की किसी भी प्रकार के आतंकी हमले को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।
लिहाजा हम उम्मीद कर सकते हैं की कश्मीर में आतंकवादी हमलों से बचाव के लिए पुख्ता इंतजामात किये जा सकते हैं और आतंकियों उनके मंसूबों पर पानी फेरा जा सकता है।