शरीर पर मौजूद तिल से जानिए आपका आने वाला जीवन कैसा रहने वाला है

आप में से कई ऐसे लोग होंगे जो अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर तिल देखकर सोचते होंगे कि आखिर इस तिल का मतलब क्या है या फिर ये तिल होते क्यों हैं। सामुद्रिक शास्त्र आपके इन्हीं सारे सवालों का जवाब देता है। इस शास्त्र के मुताबिक शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर मौजूद तिल आपके और हमारे भविष्य व स्वभाव के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। आज के इस लेख में हम आपको सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर मौजूद तिल का अर्थ बताने वाले हैं।

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सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार तिल का अर्थ 

  • यदि किसी जातक के दायें कान पर तिल हो तो उसे प्रसन्न हो जाना चाहिए क्योंकि सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार दायें कान पर तिल होना बेहद शुभ माना गया है। ऐसे जातक भाग्यशाली माने जाते हैं और इन्हें कम मेहनत में भी सम्पूर्ण फल की प्राप्ति होती है।
  • यदि किसी जातक के बायें कान पर तिल हो तो सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार इसे अच्छा नहीं माना गया है। ऐसे जातक शारीरिक तौर पर काफी दुर्बल होते हैं और ये स्वभाव से भी काफी आलसी होते हैं जिसकी वजह से ऐसे जातक हाथ आए मौकों को भी अक्सर गंवा देते हैं। यही वजह है कि इन्हें आम लोगों के मुक़ाबले थोड़ी देर से सफलता मिलती है।
  • सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे जातक जिनके माथे पर तिल होता है, उन्हें अपने जीवन में आर्थिक तौर पर गंभीर होने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे जातक अपने जीवन में धन तो खूब अर्जित करते हैं लेकिन अपने फिजूलखर्ची के स्वभाव की वजह से कभी भी धन संचय नहीं कर पाते हैं जिसका इन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ता है।
  • यदि किसी जातक के दायें गाल पर तिल हो तो सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार यह एक बहुत ही शुभ संकेत है। ऐसे जातकों पर माता लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं और इन्हें अपने जीवन में कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। वहीं बायें गाल पर तिल होने पर जातकों को जीवन भर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • क्या आपके पैर पर तिल मौजूद है? अगर जवाब है हाँ तो इसका अर्थ है कि आप एक घुमक्कड़ स्वभाव के व्यक्ति हैं। आपको एक जगह किसी कमरे में बंद रहना पसंद नहीं आता है और आप पूरी दुनिया देखने की इच्छा रखते हैं। ऐसे लोग अपने घुमंतू प्रवृत्ति पर फिजूलखर्ची भी बहुत करते हैं। हालांकि इस तिल का एक और अर्थ यह भी होता है कि ऐसे जातक अपने जीवन में आसानी से ठहराव नहीं पाते हैं। अपने करियर और परिवार को लेकर ये काफी देर से सोचना शुरू करते हैं।
  • सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक के निचले होंठ पर तिल हो तो यह अच्छा नहीं है। ऐसे जातकों को जीवन भर आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। धन संचय करने में इन्हें परेशानी होती है और जीवन में कभी-कभी कर्ज या लोन लेने की भी नौबत आ जाती है।
  • कमर पर तिल होना भी सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अच्छा नहीं माना गया है। ऐसे जातकों को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातकों को उनके मेहनत के अनुरूप फल नहीं मिलता है जिसकी वजह से ये अक्सर मानसिक तनाव से गुजरते हैं।

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