हिंदू धर्म में एकादशी के दिन का विशेष महत्व बताया जाता है। इस दिन दान पुण्य करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। बात करें मोक्षदा एकादशी की तो यह दिन व्यक्ति के इस जन्म के सभी पापों के साथ पिछले जन्म के भी पाप आदि दूर करने के लिए बेहद ही उपयुक्त माना गया है। मोक्षदा एकादशी के दिन सभी तरह की मनोकामना पूर्ति के लिए व्रत किया जाता है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की 11वीं तिथि के दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत किया जाएगा। बताया जाता है कि यह वही दिन है जिस दिन भगवान कृष्ण ने मानव जीवन को नई दिशा देने के लिए भागवत गीता का उपदेश दिया था।
जिस किसी व्यक्ति को भी अपने पूर्व जन्म में किए गए पाप और अधर्म का पश्चाताप करना हो और उसकी ग्लानि से बाहर आने की इच्छा जो व्यक्ति रखता हो उसके लिए मोक्षदायिनी एकादशी का व्रत करना सबसे अधिक लाभकारी माना गया है। यूँ तो एक साल में 26 एकादशी तिथि पड़ती है लेकिन इनमें से मोक्षदा एकादशी को सबसे शुभ और फलदाई माना गया है।
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वर्ष 2021 में कब है मोक्षदा एकादशी?
इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 14 दिसंबर 2021 यानी मंगलवार के दिन पड़ रही है। एकादशी तिथि 13 दिसंबर 2021 को रात 9 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगी और 14 दिसंबर को रात 11 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी।
मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, मोक्षदा एकादशी और भागवत गीता के बीच एक बेहद गहरा संबंध है। जिसके अनुसार बताया जाता है कि इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को प्रवचन दिया था। भारत के दक्षिणी हिस्सों में मोक्षदा एकादशी को बैकुंठ एकादशी के नाम से जाना जाता है और इस दिन को बेहद ही शुभ और लाभदायक माना गया है।
मोक्षदा एकादशी व्रत और पूजा के नियम
- इस दिन के व्रत में भगवान कृष्ण की पूजा करें।
- एकादशी से एक दिन पहले दोपहर के समय दशमी तिथि पर भोजन करें।
- एकादशी तिथि के दिन सुबह स्नान करके व्रत का पालन करें।
- इस दिन भगवान कृष्ण की फूलों से पूजा करें।
- पूजा में इस दिन दिये शामिल करें और भगवान कृष्ण को प्रसाद अर्पित करें।
- अपनी यथाशक्ति के अनुसार गरीबों और जरूरतमंद लोगों को भोजन खिलाएं।
- इस दिन की पूजा में भगवान कृष्ण के साथ तुलसी पूजन अवश्य करें। इसे बेहद ही शुभ माना गया है।
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मोक्षदा एकादशी का ज्योतिषीय महत्व
इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 14 दिसंबर मंगलवार के दिन पड़ रही है जोकि अश्विनी नक्षत्र में मेष राशि में आता है। यहां पर अश्विनी नक्षत्र का शासक बुद्धि का ग्रह केतु होता है जो व्यक्ति को मोक्ष प्रदान करता है और अब केतु मंगल द्वारा शासित वृश्चिक राशि में स्थित है। जानकारी के लिए बता दें कि मेष और वृश्चिक इन दोनों ही राशियों पर मंगल ग्रह का शासन होता है।
मोक्षदा एकादशी के दिन बन रहा शुभ योग
भगवान विष्णु बुध ग्रह के स्वामी हैं। इस वर्ष 14 दिसंबर 2021 के दिन बुध मंगल के साथ वृश्चिक राशि के बारहवें भाव में स्थित है। यहां बारहवां भाव मोक्ष का भाव माना जाता है।
राशि अनुसार भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के उपाय
मेष राशि
- भगवान नरसिम्हा की पूजा करें।
- अपाहिज लोगों को भोजन दान करें।
- 27 बार “ॐ नमो नारायण” मंत्र का जप करें।
वृषभ राशि
- श्री सूक्त का पाठ करें।
- गरीब लोगों को मीठी वस्तु या मिठाई दान करें।
- “ॐ ह्रीं श्री लक्ष्मीभ्यो नमः” मंत्र का 15 बार स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जप करें।
मिथुन राशि
- इस दिन का व्रत करें और बिना नमक वाले भोजन का सेवन करें।
- श्री भागवतम का जप करें।
- इस दिन बालाजी के मंदिर जाएं और दर्शन अवश्य करें।
कर्क राशि
- मोक्षदा एकादशी का व्रत करना आपके लिए शुभ साबित हो सकता है।
- “ॐ नमो नारायण मंत्र” का 11 बार जप करें।
- अपनी माँ का आशीर्वाद लें।
सिंह राशि
- इस दिन आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।
- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
- सूर्य देवता की पूजा करें।
कन्या राशि
- भगवत गीता का पाठ करें।
- गरीब लोगों को हरे चने का दान करें।
- 41 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें।
तुला राशि
- इस दिन सौंदर्य लहरी का पाठ करें।
- मोक्षदा एकादशी के दिन विकलांग लोगों को दही चावल खिलाएं।
- भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करें।
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वृश्चिक राशि
- भगवान नरसिम्हा के मंदिर जाकर इस दिन उनकी पूजा अवश्य करें।
- ‘श्रीं’ मंत्र का जाप करें।
- इस दिन उपवास अवश्य करें।
धनु राशि
- किसी ब्राह्मण से इस दिन आशीर्वाद अवश्य लें।
- किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं या भोजन का दान दें।
- भगवान नरसिम्हा की पूजा करें।
मकर राशि
- इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करें।
- 7 बार “ॐ कें केतवे नमः” का जाप करें।
- इस दिन गरीबों को तिल का दान करें।
कुंभ राशि
- विष्णु सहस्त्रनाम का जप करें।
- ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करें।
- किसी बीमार व्यक्ति को भोजन कराएं।
मीन राशि
- श्री सूक्त का पाठ करें।
- श्री विष्णु सूक्त का पाठ करें।
- किसी गरीब को भगवत गीता पुस्तक दान में दें।
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