16 अप्रैल को होगा बुध का गोचर, देश-दुनिया पर पड़ेगा गहरा प्रभाव

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ज्योतिष शास्त्र का मानना है कि ग्रहों का गोचर पृथ्वी से जुड़े हर प्राणी के जिंदगी पर गहरा प्रभाव डालता है। खास कर के अगर गोचर किसी विशिष्ट समय पर हो तो उसके प्रभाव भी फिर विशिष्ट ही होते हैं। 13 अप्रैल से देशभर में चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है और इस पर्व का समापन 22 अप्रैल को होना है। ऐसे में 16 अप्रैल को बुध ग्रह का गोचर होने जा रहा है। जाहीर है कि इस गोचर का सभी जातकों पर शुभ या अशुभ प्रभाव पड़ेगा और साथ ही यह देश और दुनिया को भी प्रभावित करेगा। ऐसे में आज इस लेख में हम आपको बुध के इस गोचर का देश-दुनिया और आप पर कितना और क्या प्रभाव पड़ने वाला है, इसकी जानकारी देंगे। लेकिन उससे पहले एक नज़र बुध ग्रह के ज्योतिषीय महत्व पर डाल लेते हैं।

बुध ग्रह का ज्योतिषीय महत्व

सभी नौ ग्रहों के बीच बुध ग्रह सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह माना गया है। बुध ग्रह आपके जीवन में तर्क शक्ति, बुद्धि, संचार, लेखन, व्यापार, वाणी आदि का प्रतिनिधित्व करता है। अगर किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में है तो वह जातक एक प्रखर वक्ता, हाजिर जवाबी और बहुत अच्छा व्यापारी बन सकता है। साथ ही बुध की कृपा जिस व्यक्ति पर हो वह व्यक्ति दिखने में सुंदर होता है और बुढ़ापा उसके जीवन पर देर से प्रभाव डालता है यानी कि वैसा व्यक्ति अपनी उम्र से कम का दिखता है।

अगर बुध की स्थिति किसी जातक की कुंडली में कमजोर स्थिति में हो तो वैसा जातक हमेशा मानसिक परेशानियों से घिरा रहता है, उसे बात-चीत करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है और गणित में उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही बुध के कमजोर होने पर जातक को चर्म रोग की समस्या, बाल झड़ना, नाक और गले की समस्या आदि रोग भी परेशान करते हैं।

अप्रैल में बुध ग्रह का गोचर कब?

बुध ग्रह के गोचर की अवधि भले ही कम होती है लेकिन इसका प्रभाव गहरा होता है। साधारण परिस्थितियों में यह ग्रह महज 14 दिनों के लिए ही एक स्थान में गोचर करता है लेकिन विशिष्ट परिस्थिति आने पर इसके गोचर की अवधि लंबी भी हो सकती है। बुद्धि और विवेक से जुड़े इस ग्रह का गोचर अब यानी कि 16 अप्रैल 2021 को शुक्रवार के दिन मेष राशि में होने जा रहा है। 16 अप्रैल को बुध मेष राशि में रात के 09 बजकर 05 मिनट पर गोचर करेंगे और अगले महीने 01 मई 2021 को शनिवार के दिन सुबह 05 बजकर 49 मिनट तक उनकी यही स्थिति रहने वाली है। चूंकि मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और बुध और मंगल एक दूसरे के प्रति बैर रखते हैं, इस वजह से इस गोचर का आम जनजीवन पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ने वाला है। क्या प्रभाव पड़ेगा ये आगे देखते हैं।

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देश दुनिया पर बुध के गोचर का प्रभाव

बुध के गोचर के दौरान आपको देश-दुनिया में उथल-पुथल नजर आ सकती है। चूंकि बुध संचार का कारक ग्रह माना जाता है इस वजह से इस गोचर के दौरान आपको टीवी चैनल्स पर कुछ तीखे वाद-विवाद देखने को मिल सकते हैं। ये वाद-विवाद कुछ बेहद ही महत्वपूर्ण मुद्दों पर आधारित होंगे जिसकी वजह से देश और दुनिया पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। लोगों के बीच सहनशीलता की कमी आएगी और वे पहले के मुक़ाबले ज्यादा उग्र नजर आ सकते हैं। विदेशी मुल्क के द्वारा आपस में तीखी बयानबाजी के आसार हैं और इस बयानबाजी का प्रभाव देश की सीमाओं पर पड़ेगा। सीमा पर गतिविधि बढ़ेगी जिसकी वजह से मुल्कों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना है।

राजनीति

चूंकि देश में अभी इस वक़्त चुनाव भी चल रहे हैं ऐसे में बुध का गोचर इस चुनाव पर बहुत गहरा प्रभाव डालेगा। इस गोचर के दौरान राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती नजर आएंगी। राजनीतिक पार्टियों की जुबान में कटुता देखने को मिल सकती है जिसका चुनाव पर भी प्रभाव देखने को मिल सकता है। जब तक इस गोचर की स्थिति यही रहेगी तब तक यह सिलसिला बढ़ता ही दिखेगा।

स्वास्थ्य

स्वास्थ्य के लिहाज से लोगों को इस गोचर के दौरान सजग रहने की जरूरत है। चूंकि बुध का प्रवेश मंगल ग्रह के स्वामित्व वाले मेष राशि में हो रहा है, इस वजह से आम जन-जीवन को चर्म रोग या चर्म संबंधी एलर्जी जैसे रोगों का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान आपको सलाह दी जाती है कि आप स्वच्छ कपड़े पहने और खुद की व घर की साफ-सफाई में आलस ना करें वरना यह समस्या आपको बहुत परेशान करेगी। बालों से जुड़ी समस्या भी देखी जा सकती है।

पारिवारिक जीवन 

बुध बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है और इसका गोचर अग्नि तत्व की राशि मेष में होने जा रहा है। इस वजह से आपको आपके परिवारजनों की वाणी में कटुता का भाव नजर आ सकता है। दाम्पत्य जीवन में गलतफहमियाँ बढ़ सकती हैं और काफी कोशिशों के बावजूद आप अपनी बात जीवनसाथी को समझाने में असफल होते नज़र आएंगे। परिवार के सदस्यों के बीच नोंकझोंक और तक्रार बढ़ता हुआ दिख सकता है। छोटी-छोटी बातों पर लंबी बहस होती नजर आ सकती है। रिश्तों में कड़वाहट बढ़ सकती है जिसकी वजह से परिवार का माहौल तनाव से भरा रह सकता है। इस दौरान आप सभी को  वाणी पर संयम रखने की जरूरत है।

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आर्थिक जीवन 

वैसे क्षेत्र जो कि बुध द्वारा प्रभावित हैं जैसे कि वकालत, पत्रकारिता, लेखन, शिक्षा का क्षेत्र, दूरसंचार आदि पर इस गोचर का बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है। हालांकि गोचर के दौरान शेयर मार्केट में तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं वैसी कंपनियां जो कि आर्थिक क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं जैसे कि बैंकिंग आदि को इस गोचर का फायदा मिल सकता है। कैपिटल इनवेस्टमेंट वाली कंपनीज़ के लिए भी यह समय शुभ रह सकता है। कुल मिला कर आम जन-जीवन के लिए बुध के गोचर की यह अवधि आर्थिक दृष्टिकोण से मिश्रित परिणामों वाली साबित हो सकती है।

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