वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह का गोचर एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है, क्योंकि इसका सीधा असर हमारी व्यवहारिकता और हमारे जीवन जीने के ढंग पर पड़ता है। वैसे तो सभी ग्रहों की चाल हमारे जीवन को किसी न किसी ढंग से प्रभावित करती ही है। ऐसे में अगर आप भी इन ज्योतिषीय घटनाओं की वजह से अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो एस्ट्रोसेज की व्यक्तिगत और विस्तृत बृहत् कुंडली रिपोर्ट इसमें आपकी मदद कर सकती है।
ऐसे में जहाँ पूरी दुनिया में एक महामारी ने उठापटक मचाई हुई है, इसी दौरान मार्गी बुध, जो पहले से ही मिथुन राशि में स्थित है उसकी वक्री चाल शुरू होने वाली है। जायज़ है इस बात से आपके मन में भी तरह-तरह के सवाल उठने लगे होंगे। ऐसी स्थिति में इस गोचर से सम्बंधित या फिर जीवन में अगर किसी भी अन्य समस्या से परेशान हैं और लाख जतन के बाद भी आपको उसका कोई हल नहीं नज़र आ रहा है तो, अभी हमारे विशेषज्ञ ज्योतिष से परामर्श हेतु यहाँ क्लिक करें और पाएं अपनी किसी भी समस्या का सरल और सटीक समाधान।
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आइये अब बात करते हैं बुध किस समय मिथुन राशि में वक्री होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि, बुध ग्रह 18 जून 2020 को सुबह 09:52 बजे, मिथुन राशि में वक्री हो जायेगा, और 12 जुलाई 2020 तक 13:29 बजे तक वो इसी स्थिति में रहेगा। यहाँ से, यह फिर से इसी राशि में अपनी मार्गी गति में आगे बढ़ेगा।
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ऐसा माना जाता है कि बुध के वक्री होने का प्रभाव सीधे तौर पर व्यक्ति के व्यवहार और उसके सोचने समझने की क्षमता पर पड़ता है। बुध वक्री अवस्था में अत्यंत मजबूत स्थिति में माना जाता है और पृथ्वी के निकट प्रतीत होता है। यही वजह है कि इसका प्रभाव काफी बढ़ जाता है। बुध के वक्री होने पर व्यक्ति के बोलने की क्षमता, सोचने का सामर्थ्य और व्यक्ति के बौद्धिक स्तर में वृद्धि होने की संभावना होती है।
आइये अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि, बुध की इस वक्री चाल का सभी 12 राशियों पर क्या और कैसा प्रभाव पड़ने वाला है।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें चंद्र राशि कैल्कुलेटर
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए वक्री बुध ग्रह उनके तीसरे भाव में गोचर करेगा, जो कि सीधे तौर पर इस तरफ इशारा करता है कि, यह समय…आगे पढ़ें
वृषभ राशि
वक्री बुध का यह गोचर, वृषभ राशि के दूसरे घर में होगा, जो वित्त, संचित धन, भाषण और परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। इस राशि के जातकों के…आगे पढ़ें
मिथुन राशि
बुध आपके लग्न ग्रह में वक्री हो रहा है, जो व्यक्तित्व, आत्म, छवि और कार्रवाई का प्रतिनिधित्व करता है। जैसा कि यह आपके प्रथम भाव में होने जा रहे हैं ऐसे में …आगे पढ़ें
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कर्क राशि
वक्री बुध का यह गोचर कर्क राशि के बारहवें घर में हो रहा है, जो विदेश यात्रा और व्यय का प्रतिनिधित्व करता है। यह इस बात को इंगित करता है कि विदेश में बसने…आगे पढ़ें
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए वक्री बुध का यह गोचर उनके ग्यारहवें घर में होगा जिसे लाभ, सफलता और मुनाफ़े का प्रतिनिधि माना गया है, जो इस तरफ इशारा करता है कि …आगे पढ़ें
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए वक्री बुध का यह गोचर उनके दसवें घर में होगा जिसे पेशे, कैरियर, पिता और स्थिति, का प्रतिनिधि माना गया है। यह बात इस तरफ इशारा करती है कि…आगे पढ़ें
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए वक्री बुध का यह गोचर उनके नौवें घर में होने जा रहा है, जिसे विश्वास, गुरु, भाग्य और किस्मत का घर माना जाता है। इसके अलावा यह घर कला का भी…आगे पढ़ें
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वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए वक्री बुध का यह गोचर उनके आठवें घर में होगा, जो उनके परिवर्तन, बदलाव और स्वास्थ्य के घर का प्रतिनिधित्व करता है। यह बात इस तरफ इशारा करती है कि…आगे पढ़ें
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए वक्री बुध का यह गोचर उनके सातवें घर में होने जा रहा है, जो इस बात की तरफ इशारा करता है कि अपने पार्टनर के साथ किसी भी पुरानी मतभेद या लड़ाई …आगे पढ़ें
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को इस समय अवधि के दौरान पैसे की लेन-देन के मामले में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि वक्री बुध का यह गोचर उनके छठे घर में होने जा रहा है। इस समय व्यवसायी जातकों…आगे पढ़ें
कुम्भ राशि
कुम्भ राशि के जातकों के लिए 18 जून को होने वाला वक्री बुध का यह गोचर थोड़ा चुनौती पूर्ण रहने वाला है क्योंकि इस दौरान वो अपने भीतर आत्मविश्वास, रचनात्मकता और आत्म अभिव्यक्ति की…आगे पढ़ें
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए वक्री बुध का यह गोचर उनके चौथे घर में होगा, जो घर, माँ, जमीन-जायदाद, संपत्ति, अंतरात्मा और ख़ुशियों का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए जमीन-जायदाद …आगे पढ़ें
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