वक्री बुध कर रहे हैं तुला राशि में प्रवेश, जानें बुध की इस चाल का आपकी राशि पर असर !

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध को नव ग्रहों का युवराज माना जाता है। बुध एक शुभ ग्रह है, लेकिन अगर ये कभी अशुभ ग्रहों के संपर्क में आ जाए तो फिर यह जातक को बुरे परिणाम देने लग जाता है। 7 नवंबर, 2019 को वक्री बुध ग्रह का तुला राशि में गोचर होने जा रहा हैबुध के इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों के जीवन पर अच्छा और बुरा दोनों रूपों से पड़ने वाला है। तो चलिए जानते हैं कि वक्री बुध का यह गोचर सभी राशियों के जातकों को किस प्रकार प्रभावित करेगा। 

मेष राशि

बुध का यह गोचर मे आपके सातवें भाव में होगा। बुध के इस वक्री गोचर के कारण दांपत्य और व्यवसायिक जीवन में तनाव आ सकती है। इस दौरान आप महत्वपूर्ण निर्णय लेने के समय आप खुद को असहज महसूस करेंगे। छोटी दूरी की यात्राएं संभव है। लेकिन इन यात्राओं के दौरान कष्ट हो सकता है। इस गोचरकाल में अपने विरोधियों के प्रति सावधान रहें। साथ ही इस दौरान किसी से क़र्ज़ न लें और न ही दें।

वृषभ राशि

बुध देव का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होगा। छठे भाव में बुध का वक्री गोचर करना किसी बीमारी की ओर इशारा करता है। इस दौरान आप अपने विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। आपकी संतान के लिए यह समय उन्नति दायक रहेगा। छात्रों को शिक्षा में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। आकस्मिक ख़र्चों के योग बन रहे हैं। इस दौरान आप विदेश यात्रा पर जाने का प्रयास कर सकते हैं। वहीँ इस गोचरकाल में आपके प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति आ सकती है।

मिथुन राशि

बुध ग्रह के इस गोचर के दौरान वक्री गति से आपके पांचवे भाव में प्रवेश करेगा। इस गोचर के कारण आपके मन में नई-नई चीजों को सीखने इच्छा जागेगी। आप अपनी संतान के प्रति काफी गंभीर रहेंगे। इस गोचर के दौरान अच्छी आमदनी होने के योग बनेंगे। आपकी माता जी को इस दौरान कोई विशेष लाभ हो सकता है। 

कर्क राशि

बुध ग्रह के इस गोचर के दौरान वक्री गति से आपके चौथे भाव में प्रवेश करेगा। चतुर्थ भाव में बुध ग्रह की वक्री अवस्था आपके लिए कुछ परेशानियां खड़ी कर सकता है। एक ओर जहां माताजी को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, वहीं दूसरी ओर पारिवारिक जीवन में भी कलह देखने को मिल सकती है। इसदौरान पारिवारिक जीवन थोड़ा तनावपूर्ण रहेगा। हालांकि कार्यक्षेत्र और विदेशी संपर्कों से आपको लाभ हो सकता है।

सिंह राशि

बुध ग्रह वक्री गोचर के दौरान आपके तीसरे भाव में प्रवेश करेगा। इस गोचर के दौरान आप अपने छोटे भाई बहनों की आर्थिक तौर पर मदद भी करेंगे। छोटी दूरी की यात्राएं आपके लिए फायदेमंद रहेंगी। इस गोचर के समय आपके पिता से आपके संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी और माता-पिता का स्वास्थ्य थोड़ा सा कमजोर रह सकता है।

कन्या राशि

बुध ग्रह वक्री गोचर के दौरान आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेगा। वक्री बुध का गोचर आपके पारिवारिक संबंधों में कुछ कड़वाहट उत्पन्न कर सकता है। आपको धन लाभ होने की अच्छी स्थिति रहेगी। हालाकिं इस दौरान आपको मोटापा अपनी चपेट में ले सकता है। आपका सेंस ऑफ ह्यूमर आपको इस दौरान भीड़ से अलग बनाएगा।

तुला राशि

बुध ग्रह वक्री गोचर के दौरान आपके पहले यानि लगन भाव में प्रवेश करेगा। यह गोचर आपको मानसिक रूप से तनाव देगी। विदेशी स्रोतों से आपको कोई लाभ मिल सकता है। और भाग्य आपका साथ देगा। आपके काम में पिता और गुरु का सहयोग आपको मिलेगा। इस गोचर की अवधि में अच्छा-खासा खर्च भी कर सकते हैं।

वृश्चिक राशि

बुध ग्रह का यह गोचर आपकी राशि से बारहवें भाव में होगा। बुध की यह स्थिति आपके ख़र्चों में बेतहाशा वृद्धि कर सकती है। अचानक से कुछ यात्राओं की वजह से आपका बजट भी बिगड़ सकता हैं। इस दौरान किसी से वाद-विवाद में उलझना आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा, इसलिए सतर्क रहें।

धनु राशि

बुध ग्रह वक्री गोचर के दौरान आपके ग्यारहवें भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव में बुध के गोचर करने के दौरान आपको जीवन साथी से कोई लाभ प्राप्त हो सकता है। आप इस समय  किसी अन्य व्यक्ति के प्रेम संबंध में भी पड़ सकते हैं । आपको कार्य क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा और बड़े भाई बहनों के साथ भी आपके संबंधों में सुधार होगा। यह गोचर आपकी संतान के लिए अधिक अनुकूल नहीं होगा।

मकर राशि

बुध ग्रह का यह गोचर आपकी राशि से दसवें भाव में होगा। बुध के प्रभाव के कारण कार्य क्षेत्र में आपकी स्थिति पहले के मुकाबले और भी मजबूत हो जाएगी। पारिवारिक जीवन में भी सुख शांति की वृद्धि होगी। इस गोचर के दौरान आपने जो आज तक मेहनत की है, उसका उचित प्रतिफल आपको प्राप्त होगा। यह समय अधूरे पड़े कार्य को पूरा करने के लिए भी बहुत सही है।

कुंभ राशि

बुध ग्रह का गोचर वक्री अवस्था में आपके नवें भाव में होगा। इस दौरान आपको अचानक से धन लाभ हो सकती है। पिता के स्वास्थ्य पर इस समय प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। छात्रों की इच्छा इस दौरान पूरी हो सकती है। यह समय संतान के लिए भी काफी उन्नतिदायक रहेगा। आपको प्रेम प्रसंगों में भी सफलता प्राप्त होगी। 

मीन राशि

बुध का गोचर आपकी राशि से आठवें भाव यानि आयुर्भाव में हो रहा है। इस गोचर से एक ओर जहाँ आपको आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त होगा, तो वहीं दूसरी ओर आपकी मानसिक चिंताओं में वृद्धि होगी और दांपत्य जीवन में भी परेशानियां रहेंगी। इस दौरान आपका अपने ससुराल पक्ष के लोगों से मन-मुटाव हो सकता है, जिसका प्रभाव आपके दांपत्य जीवन पर पड़ेगा। अनचाही यात्राओं और स्वास्थ्य कष्ट होने की संभावना है।

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