मंगल का तुला राशि में गोचर: शौर्य और पराक्रम के कारक मंगल जो ग्रहों के सेनापति कहे जाते हैं। इनका रक्त, युद्ध, बिजली और तकनीक जैसे क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव रहता है। अब मंगल ग्रह 3 अक्टूबर 2023 को तुला राशि में प्रवेश कर गए हैं। मंगल ग्रह यहां पर 16 नवंबर 2023 तक रहने वाले हैं। मंगल के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा? यह जानने से पहले जान लेते हैं कि मंगल के इस गोचर का भारतवर्ष पर कैसा प्रभाव पड़ेगा।
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मंगल का तुला राशि में गोचर: भारत पर प्रभाव
भारतवर्ष की कुंडली के अनुसार, मंगल का गोचर छठे भाव में होने वाला है। इस भाव में मंगल के गोचर को अच्छा माना जाता है। विशेष बात यह है कि मंगल नैसर्गिक और तात्कालिक दोनों तरह की मित्रता के अनुसार मित्र राशि में रहेगा। ऐसी स्थिति में यह भारतवर्ष के लिए काफ़ी सपोर्ट करने वाला गोचर माना जाएगा। हम देश-दुनिया के सामने इस अवधि में तुलनात्मक रूप से ज्यादा सशक्त रहेंगे। राष्ट्र की सुरक्षा के लिए पिछले कुछ दिनों की तुलना में अब हम अपेक्षाकृत अधिक जागरूक रहने वाले हैं। हालांकि, मंगल के अस्त होने वाले गोचर में हम बता चुके हैं कि अस्त होने के कारण सुरक्षा से संबंधित विभाग कुछ हद तक सुस्त रह सकते हैं, लेकिन मंगल के इस गोचर से राष्ट्रीय सुरक्षा काफ़ी मजबूत होने वाली है। हालांकि, इन सबके बीच भी कभी-कभी कुछ मामलों में उदासीनता देखने को मिल सकती है, लेकिन पहले की तुलना में परिस्थितियां काफ़ी मजबूत होने वाली है। टैक्स या लोन इत्यादि से संबंधित नियमों में कुछ फेरबदल संभव है। जिन राज्यों में चुनाव निकट हैं वहां कुछ दंगे भी संभावित हैं। लेकिन, इन हालातों को थोड़ी सी मेहनत के बाद पूरी तरह से नियंत्रण में कर लिए जाएगा। प्राकृतिक आपदाओं की बात करें, तो मंगल ग्रह पर राहु-केतु के प्रभाव के चलते ज्वालामुखी, भूकंप व आगजनी आदि की घटनाओं में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
मंगल का तुला राशि में गोचर: 12 राशियों पर प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके आठवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में मंगल आपकी कुंडली के सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। सातवें भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। इसके फलस्वरूप, आपके दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ बेवजह के झगड़े बढ़ सकते हैं। ऐसी स्थिति में शांत होकर मामले को संभालना समझदारी का काम होगा। रोजमर्रा के कामों में कुछ व्यवधान देखने को मिल सकते हैं। यदि आप सीधे तौर पर क्लाइंट या कस्टमर के साथ डीलिंग करते हैं तो इस अवधि में स्वयं को शांत रखते हुए सभ्य तरीके से बातचीत करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। मंगल के इस गोचर के चलते मुंह के छाले, दांतों की तकलीफ जैसी शिकायतें भी कभी-कभार देखने को मिल सकती हैं।
उपाय: कन्याओं का पूजन करके उन्हें लाल रंग की मिठाई खिलाना शुभ रहेगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में सातवें तथा द्वादश भाव के स्वामी हैं। वर्तमान समय में मंगल आपके छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। छठे भाव में मंगल के गोचर को अच्छा माना गया है। अतः कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में यह गोचर आपका हित करवाना चाहेगा। आपके पक्ष को मजबूत करवाना चाहेगा। इन सबके बावजूद भी मंगल पर राहु और केतु के प्रभाव के चलते आपको बेवजह के विवादों से बचना होगा। मंगल के इस गोचर के चलते स्वास्थ्य में भी बेहतरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, सातवें भाव के स्वामी का छठे भाव में जाना दांपत्य जीवन के मामलों में छोटी-मोटी विसंगतियां या परेशानियां दे सकता है, लेकिन फिर भी ओवरऑल मंगल के इस गोचर को हम आपके लिए अनुकूल कहना चाहेंगे।
उपाय: मित्रों को नमकीन चीजें खिलाएं।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में छठे तथा लाभ भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे है। पंचम भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे में, मंगल का यह गोचर आपको कुछ हद तक तनाव देने का काम कर सकता है। पेट या कमर के आसपास की तकलीफें भी कभी-कभार परेशान कर सकती हैं। यदि आपको पहले से इस तरह की कोई समस्याएं रही हैं, तो इस अवधि में आपको जागरूक रहना होगा। यदि आप किसी संतान के पिता हैं तो संतान के साथ इस समय बहुत ही विनम्रता से बर्ताव करना होगा। साथ ही, संतान की आदतों व संगति पर भी ध्यान देना होगा। लव लाइफ में विवाद या मतभेद बढ़ न पाए इस बात का भी ख्याल रखना होगा। हालांकि, लाभ भाव का स्वामी लाभ भाव को देखकर कुछ फायदे भी पहुंचना चाहेगा, लेकिन ज्यादातर परिणाम कमज़ोर होने के कारण मंगल के इस गोचर के दौरान आपको सजग रहने की आवश्यकता होगी।
उपाय: नीम के पेड़ की जड़ों पर जल चढ़ाएं।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए मंगल को हितैषी ग्रह माना गया है। ज्योतिष में इन्हें योगकारक ग्रह कहा जाता है, लेकिन मंगल का चौथे भाव में गोचर अच्छा नहीं माना जाता है। इस कारण से मंगल का यह गोचर कार्यक्षेत्र में छोटी-मोटी विसंगतियां या परेशानियां देने का काम कर सकता है। घरेलू जीवन में भी कुछ उतार-चढ़ाव संभावित हैं। खासकर घर में बिजली से चलने वाले उपकरण बीच-बीच में परेशान करने का काम कर सकते हैं। प्रेम संबंधों में भी कभी-कभार मनमुटाव देखने को मिल सकता है। मंगल के इस गोचर के चलते वाहन इत्यादि सावधानी से चलाने की जरूरत होगी। साथ ही, भूमि और भवन से संबंधित कुछ परेशानियां रह सकती हैं। इस गोचर के दौरान संतान के साथ बेहतर तालमेल बिठाने के लिए थोड़ी अधिक कोशिश करनी पड़ सकती है। उम्मीद है कि इन परिणामों को जानने के बाद आप इन सावधानियों को अपनाकर चीजों को संतुलित करने में कामयाब हो सकेंगे।
उपाय: बरगद की जड़ों पर मीठा दूध चढ़ाना शुभ रहेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में भाग्य भाव तथा चतुर्थ भाव के स्वामी होने के कारण योगकारक हैं अर्थात आपके लिए काफ़ी अच्छे ग्रह माने गए हैं। ऐसी स्थिति में मंगल का तीसरे भाव में गोचर आपको अच्छे परिणाम दिलाने का काम कर सकता है। आर्थिक मामलों में भी आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। आप प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में अच्छा करते हुए देखे जा सकेंगे। आपका अच्छा कॉन्फिडेंस आपको आगे बढ़ाने में मदद करेगा। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। पिता या पिता तुल्य व्यक्ति के सहयोग से कोई बड़ा कार्य संपन्न हो सकता है। भूमि, भवन, वाहन आदि से संबंधित मामलों में भी अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
उपाय: भाई-बंधु व मित्रों के साथ अच्छे संबंध रखें तथा अहंकार से बचें।
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कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके दूसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर मंगल के इस गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। ऊपर से मंगल पर राहु-केतु का प्रभाव होने के कारण आपको पारिवारिक मामलों में कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। इस समय भोजन आदि के मामले में भी आपका स्वाद बिगड़ा रह सकता है। आप अपनी शारीरिक प्रकृति के विरुद्ध जाकर खान-पान कर सकते हैं जिससे मुंह या पेट से संबंधित कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। इस अवधि में ओवर कॉन्फिडेंट होने से बचना होगा। साथ ही, किसी भी प्रकार का बड़ा रिस्क नहीं लेना है। मूल्यवान चीजे टूटने या खोने न पाएं इस बात का ख्याल भी रखना समझदारी का काम होगा।
उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में दूसरे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। पहले भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है, क्योंकि ऐसा गोचर आपके क्रोध और शरीर के अग्नि तत्व को बढ़ाने का काम करता है। इसके फलस्वरूप, इस अवधि में आपके स्वभाव में कुछ चिड़चिड़ापन या गुस्सा देखने को मिल सकता है। बीच-बीच में बुखार और सिर दर्द जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं। मंगल के इस गोचर के चलते आपको आग, बिजली या एसिड जैसी चीजों से सावधान रहना होगा। इस समय बेवजह की यात्राओं को टालना आवश्यक होगा। यदि बहुत जरूरी होने की स्थिति में यात्रा करनी ही पड़े, तो पूरी यात्रा के दौरान सावधान रहें। संभव हो, तो ड्राइव करने के लिए ड्राइवर की मदद लें या फिर सार्वजनिक वाहन का इस्तेमाल करना भी उचित रहेगा।
उपाय: मुफ्त में किसी भी चीज या भेंट को स्वीकार न करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल आपके लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में मंगल आपके द्वादश भाव में हैं। द्वादश भाव में मंगल गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। ऐसी स्थिति में आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल तुलनात्मक रूप से अधिक रखने की आवश्यकता होगी। जहां तक संभव हो अपनी प्रकृति के अनुसार खान-पान करें। साथ ही, बेकार के खर्चों से भी दूर रहने की कोशिश करें। इस अवधि में कुछ बेकार की यात्राएं भी सामने आ सकती हैं। यथासंभव गैर जरूरी यात्राओं को टालें तथा बहुत जरूरी यात्राओं की अवधि में सजग रहें। अपनी पद-प्रतिष्ठा को लेकर किसी भी प्रकार का रिस्क लेना ठीक नहीं रहेगा। जीवन संगिनी या जीवनसाथी के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखें तथा आपस में विवाद करने से बचें। इस दौरान हर तरह के गलत कामों से दूर रहना समझदारी का काम होगा।
उपाय: हनुमान जी के मंदिर में लाल मिठाई चढ़ाएं और प्रसाद लोगों में बांटे।
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धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके लाभ भाव में गोचर कर रहे हैं। यहां पर मंगल के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः मंगल हर तरह से आपकी मदद करना चाहेंगे। आपकी आमदनी में इजाफ़ा देखने को मिल सकता है। आपके द्वारा किए गए प्रयास आसानी से सफल हो सकेंगे तथा आप उनका लाभ भी ले सकेंगे। मंगल का यह गोचर न केवल नौकरीपेशा लोगों को अच्छे परिणाम देना चाहेगा, बल्कि व्यापार-व्यवसाय से जुड़े लोग भी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी मंगल ग्रह का यह गोचर अच्छे परिणाम देगा। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों में भी अच्छे परिणाम मिलने चाहिए। अलबत्ता पारिवारिक, आर्थिक और संतान से संबंधित मामलों में कभी-कभार छोटी-मोटी विसंगतियां आ सकती हैं, लेकिन आप समझदारी दिखाकर उन मामलों पर विजय प्राप्त कर सकेंगे।
उपाय: शिव जी का दूध से अभिषेक करना शुभ रहेगा।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में चौथे तथा लाभ भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में मंगल आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। ज्योतिष के सामान्य नियम के अनुसार, मंगल का दशम भाव में गोचर अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन आपके मामले में मंगल का संबंध लाभ भाव तथा कर्म भाव से बन रहा है। ऐसी स्थिति में यदि आप अपनी ऊर्जा और उत्साह का सदुपयोग करेंगे तो आप अपने कामों को सफल बना सकेंगे। साथ ही, उससे अच्छा लाभ भी प्राप्त कर सकेंगे। वहीं, जिन लोगों को अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करना नहीं आता है, उनके लिए मंगल का यह गोचर क्रोध, लड़ाई-झगड़ा और वरिष्ठों से अनबन करवाने का काम कर सकता है। बीच-बीच में स्वास्थ्य से संबंधित कुछ परेशानियां भी दे सकता है। ऐसी स्थिति में आपको समझदारी दिखाकर मंगल से सकारात्मक परिणाम पाने की कोशिश करनी होगी।
उपाय: निसंतान व्यक्तियों की सहायता व सेवा-सत्कार करना शुभ रहेगा।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में तीसरे तथा दशम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं। हालांकि, सामान्य तौर पर मंगल के इस गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन आपके मामले में भाग्य और कर्म भाव का कनेक्शन होने के कारण कुछ मामलों में भाग्य साथ देगा और आपके कर्म फलीभूत होंगे। इतना ही नहीं, मंगल आपके कॉन्फिडेंस को बेहतर करने की कोशिश भी करेगा, परंतु राहु-केतु के प्रभाव के चलते आपको ओवर कॉन्फिडेंट होने से बचने की सलाह हम देना चाहेंगे। अर्थात मंगल आपके आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहेगा, लेकिन ध्यान रखें कि कॉन्फिडेंस इतना न बढ़ जाए कि आप ओवर कॉन्फिडेंट हो जाएं। इन बातों का ख्याल रखेंगे तो आप कम दूरी की यात्राओं में किसी परेशानी का अनुभव नहीं करेंगे और कॉन्फिडेंस को मेंटेन करके आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
उपाय: शिव जी का दूध मिश्रित जल से अभिषेक करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में दूसरे तथा भाग्य भाव के स्वामी हैं तथा वर्तमान में मंगल आपके आठवें भाव में गोचर कर रहे हैं। आठवें भाव में मंगल गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसी स्थिति में मंगल गोचर की अवधि में आपको अपनी बातचीत के तौर-तरीके को काफ़ी सभ्य और सौम्य रखने की आवश्यकता होगी तथा वाणी में मिठास बनाए रखना जरूरी होगा। आर्थिक मामलों में भी किसी तरीके का रिस्क नहीं लेना है। साथ ही, परिजनों के साथ संतुलित बातचीत भी आवश्यक होगी। खान-पान पर संयम रखने की स्थिति में विशेषकर तला-भुना या मिर्च-मसाले वाली चीज़ें न खाने की स्थिति में आप अपने स्वास्थ्य को मेंटेन कर सकेंगे। भाई-बंधुओं और पड़ोसियों के साथ संबंध अच्छे बने रहें, इस बात की कोशिश करनी होगी। इन सावधानियों के पश्चात आप किसी बड़े नुकसान को टालने में सफल रहेंगे।
उपाय: मंदिर में चने की दाल का दान करें।
हम आशा करते हैं कि मंगल के इस गोचर से मिलने वाले परिणामों को जानकर आप आने वाले समय को बेहतर ढंग से प्लान कर सकेंगे और बेहतर परिणाम भी प्राप्त कर सकेंगे। भगवती आप सब का कल्याण करें।
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