ग्रहों के सेनापति का दर्जा प्राप्त मंगल ग्रह 27 जून सोमवार को मेष राशि में गोचर कर चुके हैं। मंगल ग्रह का यह गोचर कई मायनों में खास माना जा रहा है। पहला इसलिए क्योंकि मेष राशि मंगल की अपनी राशि है और कोई भी ग्रह जब अपनी स्वयं की राशि में गोचर करता है तो संपूर्ण प्रभाव दे पाने में सफल होता है।
मंगल गोचर को महत्वपूर्ण माने जाने का दूसरा महत्वपूर्ण कारण यह है कि मंगल के इस गोचर के चलते मेष राशि में 37 वर्षों बाद अंगारक योग बन रहा है। यहां विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कि यह अंगारक योग कई राशियों के लिए मुश्किलें लेकर आ सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि 27 जून को जहां पर मंगल का मेष राशि में प्रवेश हुआ है वहीं इस राशि में राहु पहले से ही मौजूद हैं। ऐसे में 37 वर्षों बाद मेष राशि में मंगल राहु की युति होने से अंगारक योग का निर्माण हो रहा है।
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अंगारक योग 10 अगस्त तक रहने वाला है। ऐसे में इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि कौन सी है वह राशियां जिन्हें इस दौरान सावधान रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही जानेंगे मंगल और राहु की युति का क्या कुछ प्रभाव पड़ता है। आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जान लेते हैं मंगल राहु की युति का प्रभाव।
मंगल राहु युति का प्रभाव
ज्योतिष में ग्रहों की युति को विशेष महत्व दिया जाता है। कई बार दो शुभ ग्रह साथ मिलकर युति करते हैं तो इससे लोगों को शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं, वहीं कई बार अशुभ ग्रहों की युति प्रतिकूल परिणाम लेकर आती है, इसके अलावा कई बार शुभ और अशुभ ग्रहों की युति से भी अलग-अलग तरह के और दिलचस्प प्रभाव देखने को मिलते हैं।
नोट: ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव मुख्यरूप से कुंडली में उनकी स्थिति पर निर्भर करता है।
ऐसे में बात करें मंगल और राहु की युति की तो मंगल और राहु की युति ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक अशुभ प्रभाव लेकर आती है। जैसा कि हमने पहले भी बताया कि मंगल और राहु की युति से अंगारक योग बनता है जिससे जातकों के धन हानि, वाद-विवाद, कलह, परेशानी, उधारी, और तमाम समस्याओं के होने की आशंका बढ़ जाती है। यही वजह है कि जब मंगल और राहु की युति होती है तो लोगों को ज्यादा सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
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अंगारक योग: सावधानियां और उपाय
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक जिन लोगों की जन्म कुंडली में अंगारक योग बनता है उन्हें अग्नि और वाहन से विशेष रूप से सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा ऐसे लोगों को लड़ाई झगड़ों से दूर और परिवार में बड़े बुज़ुर्गों को नाराज ना करने की भी सलाह दी जाती है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब अंगारक योग का निर्माण होता है तो ऐसे में व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता आ जाती है, ऐसे लोगों को बहुत जल्दी और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने लगता है, और यह बिना वजह भी लड़ाई झगड़े पर उतर जाते हैं। ऐसे में यदि आपको भी अंगारक योग के दुष्प्रभाव से बचना हो तो आप नीचे दिए गए उपायों को अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं।
- ‘ॐ अंग अंगारकाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
- तामसिक भोजन और नशे आदि से दूर रहें।
- जितना हो सके अपनी वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखें और शांति बनाए रखें।
- भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करें।
- नकारात्मक विचारों को अपने दिमाग में ना आने दें।
- अपने घर परिवार के लोगों और प्रेमी और जीवन साथी के साथ विनम्रता से पेश आएं।
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मंगल राहु युति का देश दुनिया पर प्रभाव
- सैन्य तंत्र, पुलिस बल, चक्रवात, तीव्र वायु और वायुयान की दुर्घटना के योग बन सकते हैं।
- भारत के पूर्वोत्तर हिस्सों में बाढ़ और जान और धन हानि की आशंका बन रही है।
- देश की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल होने की संभावना है।
- इसके अलावा इस अवधि में भूकंप और अग्निकांड जैसी दुर्घटना भी घटित हो सकती है।
- जनता में नेताओं के प्रति विरोध देखने को मिल सकता है।
- इसके अलावा मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
- बारिश में कुछ कमी देखने को मिल सकती है जिससे खेती में समस्या आ सकती है।
- इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां जैसे हृदय रोग, चोट, आग से जलना और ब्लड प्रेशर की परेशानियां बढ़ सकती है।
- देश की राजनीति में अस्थिरता देखने को मिलेगी।
- जनता में असंतोष की भावना रहेगी।
- देश के वातावरण को अस्थिर करने की साजिश की जा सकती है।
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मंगल राहु युति से विशेष तौर पर सावधान रहें ये 3 राशियां
वृषभ राशि: वृषभ राशि के बारहवें भाव में अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस अवधि के दौरान आपके खर्चे बढ़ने की आशंका है जिससे आपका आर्थिक बजट बिगड़ सकता है। इसके अलावा भाई बहनों के साथ आपके बेवजह के झगड़े हो सकते हैं। ऐसे में अपनी वाणी पर संयम रखें। आपके विरोधी आपके खिलाफ कोई साजिश कर सकते हैं। साथ ही नौकरी में भी आपको सतर्क रहने की सलाह दी जाती है और व्यापार में कोई महत्वपूर्ण डील करने से इस वक़्त रुकने की सलाह दी जाती है अन्यथा आपको नुकसान हो सकता है।
उपाय के तौर पर रोजाना हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
सिंह राशि: सिंह राशि के नवम भाव में अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस दौरान आपका भाग्य आपसे कुछ उखड़ा हुआ रह सकता है। व्यापार में कोई बड़ी डील होते होते रुक सकती है जिससे आपके जीवन में तनाव बढ़ने की आशंका है। आप यदि किसी विदेश यात्रा या किसी महत्वपूर्ण यात्रा की योजना बना रहे थे तो उसमें भी कुछ रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। वाहन चलाते समय विशेष ध्यान रखें। साथ ही स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है अन्यथा पाचन संबंधी परेशानी आपको दिक्कत में डाल सकती हैं।
उपाय के तौर पर लाल मसूर की दाल का दान करें।
तुला राशि: तुला राशि के लिए अंगारक योग आपके पांचवें भाव में बन रहा है। ऐसे में इस दौरान प्रेम और वैवाहिक जीवन में आपको निराशा और असफलता मिलने की उच्च आशंका बन रही है। इस राशि के शिक्षा से जुड़े छात्रों को उच्च शिक्षा में कुछ रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। आपकी वाणी इस समय ज्यादा खराब रहने वाली है जिसके चलते परिवार और प्रिय जनों के साथ आपके वाद विवाद और झगड़े होने की आशंका बढ़ रही है। कार्यस्थल पर और व्यापार में आपको विशेष सावधान रहने की सलाह दी जाती है। अन्यथा आपकी वाणी और क्रोध के चलते यहां पर आपको तमाम परेशानियां उठानी पड़ सकती है।
उपाय के तौर पर मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर बजरंगबली को लाल सिंदूर का चोला चढ़ाएं।
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