वैदिक ज्योतिष में मंगल को लाल ग्रह या उग्र ग्रह के रूप में जाना जाता है। मंगल ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण है और वैज्ञानिकों के नजरिए से भी यह बेहद ही अहम ग्रह माना जाता है। अंग्रेजी में मंगल ग्रह को मार्स के नाम से जाना जाता है। जहां एक तरफ रोमन में इन्हें युद्ध का देवता मानते हैं वही हिंदू पौराणिक ग्रंथों में मंगल को पृथ्वी का पुत्र माना जाता है।
बात करें वैदिक ज्योतिष के अनुसार तो मंगल को ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। सभी 12 राशियों में मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी का दर्जा मंगल ग्रह को प्राप्त है। सूर्य, चंद्रमा, और बृहस्पति जहां मंगल के मित्र हैं वहीं बुध और केतु मंगल के शत्रु माने गए हैं। शुक्र और शनि के साथ मंगल के संबंध तटस्थ होते हैं।
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कहा जाता है जिन व्यक्तियों की कुंडली में मंगल से संबंधित दोष होता है, या जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर अवस्था या पीड़ित अवस्था में होता है ऐसे जातकों को अपने वैवाहिक जीवन में तमाम परेशानियां और धन का अभाव उठाना पड़ता है। आपकी राशि में मंगल ग्रह की क्या स्थिति है? क्या यह शुभ है या अशुभ बनके आपके जीवन में मंगल दोष की वजह बन रही है? यह जानने के लिए आप अभी विद्वान ज्योतिषियों से संपर्क कर सकते हैं।
मंगल गोचर 2023: समय और अवधि
बेहद महत्वपूर्ण दर्जा रखने वाला यह मंगल ग्रह है 1 जुलाई, 2023 को 1 बजकर 52 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करने वाला है। इसके बाद मंगल ग्रह 18 अगस्त को कन्या राशि में गोचर करेंगे। यानी तकरीबन 1 महीने अट्ठारह दिन की अवधि के लिए मंगल ग्रह सिंह राशि में रहने वाले हैं और यहीं से सभी राशियों को शुभ अशुभ परिणाम प्रदान करते रहेंगे।
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मंगल ग्रह से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- मंगल ग्रह को सभी ग्रहों का सेनापति कहा जाता है।
- इसके अलावा मंगल ग्रह को भूमि पुत्र कहा जाता है।
- वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह भूमि, रक्त, शक्ति, युद्ध, और क्रोध के कारक माने गए हैं।
- शुभ मंगल के प्रभाव से व्यक्ति बुद्धिमानी, प्रतापी, और ऊर्जावान होते हैं।
- अशुभ मंगल के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में उत्साह की कमी देखने को मिलती है।
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मंगल से बनता है मंगल दोष: जानें फायदे और नुकसान और उपाय
मंगल ग्रह से व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष का निर्माण होता है। हालांकि कई बार या अक्सर ही मंगल दोष सुनते ही लोगों के मन में डर बैठ जाता है लेकिन ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि ऐसा जरूरी नहीं है कि मंगल दोष हर जातक को अशुभ परिणाम ही प्रदान करें। उदाहरण के तौर पर,
- जब मंगल व्यक्ति के प्रथम भाव में दोष बनाता है तो इससे व्यक्ति के चेहरे पर चमक बनती है। वहीं नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो, मंगल दोष प्रथम भाव में होने से व्यक्ति के माता और जीवन साथी के साथ रिश्ते खराब होने लगते हैं। ऐसे में ऐसे जातकों को नियमित रूप से गुड़ का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
- इसके अलावा मंगल दोष जब चतुर्थ भाव में बनता है तो इससे व्यक्ति शक्तिशाली और पराक्रमी होते हैं। नुकसान के तौर पर देखें तो इससे व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में समस्याएं आती हैं। उपाय के तौर पर ऐसे जातकों को नियमित रूप से हनुमान भगवान की पूजा करने की सलाह दी जाती है।
- सप्तम भाव में मंगल दोष से व्यक्ति को संपत्ति और संपत्ति से संबंधित कार्यों में लाभ मिलता है। नुकसान के तौर पर ऐसे जातक वैवाहिक जीवन में हिंसक प्रवृत्ति के हो सकते हैं। उपाय के तौर पर मंगलवार का व्रत करने की सलाह ऐसे जातकों को दी जाती है।
- अष्टम भाव में मंगल दोष हो तो ये व्यक्ति को आकस्मिक धन लाभ के योग देता है। वहीं नुकसान के तौर पर ऐसे व्यक्ति वैवाहिक जीवन में अपने जीवन साथी से अलग हो सकते हैं। उपाय के तौर पर ऐसे जातकों को सुबह जल्दी उठकर मंगल मंत्र का पाठ करना शुभ रहता है।
- द्वादश भाव में मंगल दोष बनना सुख और विलासिता का लाभ कराता है। नकारात्मक पक्ष की बात करें तो ऐसे व्यक्तियों का वैवाहिक जीवन अहंकार से भरा रहता है। ऐसे में जातकों को मंगलवार का उपवास करने की सलाह दी जाती है।
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2023 में मंगल गोचर कब-कब?
नीचे हम आपको इस वर्ष में होने वाले सभी मंगल गोचर की सम्पूर्ण सूची प्रदान कर रहे हैं।
18 अगस्त कन्या राशि में गोचर
3 अक्टूबर को तुला राशि में गोचर
16 नवंबर को वृश्चिक राशि में गोचर
28 दिसंबर को धनु राशि में गोचर
मंगल गोचर प्रभाव और उपाय
योद्धा और सेनानायक ग्रह का दर्जा प्राप्त मंगल ग्रह अपने इस गोचर से सभी 12 राशियों के जीवन को किस तरह से प्रभावित करेगा और क्या कुछ उपाय करके आप मंगल गोचर के प्रतिकूल परिणामों को अपने जीवन से दूर या कम कर सकते हैं आइए इसकी विस्तार से जानकारी जान लेते हैं।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल आपके पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं जो आध्यात्मिक रुचि और संतान पक्ष को दर्शाते हैं। अब मंगल पहले और आठवें भाव के स्वामी के रूप में आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। पहले भाव के स्वामी के तौर पर मंगल की पांचवें भाव में स्थिति बड़े फैसले लेने के लिए…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके चौथे भाव में गोचर करेंगे। मंगल का सिंह राशि में गोचर के दौरान जातकों को स्वास्थ्य संबंधित…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। मंगल का सिंह राशि में गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। मंगल का सिंह राशि में गोचर होने से इन जातकों का…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए मंगल आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों का ध्यान परिवार …..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कन्या राशि के जातकों को जीवन में परेशानियों और बाधाओं का…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए मंगल आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और जो अब आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। मंगल का सिंह राशि में गोचर जातकों के लिए…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल आपके पहले और छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दसवें भाव में गोचर करेंगे। इस राशि के जातक अपने द्वारा किये जा रहे प्रयासों के…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए मंगल आपके बारहवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके नौवें भाव में गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के दौरान जातकों को…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए मंगल आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे।मकर राशि वालों को जीवन में…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
कुम्भ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में गोचर करेंगे। मंगल गोचर के दौरान जातकों को कार्यक्षेत्र में…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए मंगल आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। मंगल का सिंह राशि में गोचर जातकों को…..(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
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