मंगल का मिथुन राशि में गोचर: ज्योतिषीय विश्लेषण

मंगल का मिथुन राशि में गोचर: 13 मार्च 2023 की सुबह 05 बजकर 47 मिनट पर ताकत, ऊर्जा और जोश के कारक ग्रह मंगल मिथुन राशि में गोचर कर चुके हैं। मिथुन राशि में मंगल 13 मार्च 2023 से लेकर 10 मई 2023 तक बने रहेंगे। इस बीच में 27 मार्च तक मंगल अपने ही नक्षत्र के प्रभाव में रहेंगे जबकि 27 मार्च से 22 अप्रैल के बीच मंगल ग्रह पर राहु का भी प्रभाव रहेगा। वहीं, 22 अप्रैल के बाद मंगल पर गुरु ग्रह प्रभावी हो जाएंगे। हालांकि यदि हम मिथुन राशि के अनुसार देखें तो तात्कालिक और नैसर्गिक दोनों स्थितियों के अनुसार मंगल अति शत्रु के भाव में जा रहे हैं। लिहाजा मंगल का यह गोचर कुछ हद तक उपद्रवकारी कहा जा सकता है। टेलीकॉम सेक्टर इत्यादि में मंगल के इस गोचर के चलते कुछ उथल-पुथल देखने को मिल सकती है। इस अवधि में राजनीतिज्ञों की वाणी में अप्रियता दिखाई दे सकती है। भारतवर्ष के लिए मंगल गोचर आर्थिक और विदेश संबंधी मामलों में उतार-चढ़ाव देने वाला रह सकता है। मंगल के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है? आइए जानते हैं। 

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए मंगल आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके आठवें भाव के स्वामी भी हैं और यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में हम सामान्य तौर पर मंगल से अनुकूल परिणामों की उम्मीद कर रहे हैं। विशेषकर 27 मार्च तक मंगल पूरी तरह से आप के समर्थन में नजर आ रहे हैं। जो आपके पराक्रम में वृद्धि करने का काम करेंगे। भाई बंधुओं का सहयोग भी इस बीच में आपको अच्छी तरह से मिल सकता है। वहीं 27 मार्च से 22 अप्रैल के बीच स्वास्थ्य में थोड़ी सी कमजोरी देखने को मिल सकती है। इस बीच आपको अति आत्मविश्वासी होने से बचने की जरूरत रहेगी। 22 अप्रैल के बाद के गोचर में मंगल आपको अच्छे परिणाम देंगे और आपके आर्थिक मामलों में भी सपोर्ट करते हुए नजर आएंगे। 

उपाय: बाएं हाथ में चांदी का कड़ा पहनना शुभ रहेगा। 

आइए अब जानते हैं कि मिथुन राशि में मंगल का गोचर वृषभ लग्न या वृषभ राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में सातवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ व्यय अर्थात खर्चे के भाव के स्वामी भी हैं। ऐसी स्थिति में इनका दूसरे भाव में गोचर पारिवारिक मामलों में कुछ कमजोरी दे सकता है। साथ ही, मंगल का यह गोचर वृषभ राशि या वृषभ लग्न के लोगों को आर्थिक मामले में भी कुछ कमजोर परिणाम दे सकता है क्योंकि मंगल खर्च के स्थान का स्वामी होकर दूसरे भाव में आया है और दूसरे भाव में मंगल का गोचर वैसे भी अच्छा नहीं कहा जाता है। लिहाजा यह कुछ व्यर्थ के खर्चे उत्पन्न कर सकता है। इस समय आंखों में जलन की शिकायत भी कभी-कभार देखने को मिल सकती है। मंगल के इस गोचर के कारण आपको अपनी वाणी पर विशेष संयम बरतने की जरूरत रहेगी। हर तरह से कोशिश करके आपको अपनी वाणी में विनम्रता बनाए रखना है। विशेषकर 27 मार्च से लेकर 22 अप्रैल के बीच आपको आर्थिक और पारिवारिक मामलों में विशेष सतर्क रहने की जरूरत रहेगी। इस बीच में कोई मूल्यवान चीज खोने न पाए इस बात का भी ख्याल रखना है। साथ ही, ऑनलाइन खरीदारी करते समय बहुत ही सावधानी से काम लेना होगा। यदि ऑनलाइन शॉपिंग करना बहुत जरूरी हो तो किसी विश्वसनीय और रेपुटेशन वाली वेबसाइट से ही खरीदना उचित रहेगा। 22 अप्रैल के बाद का समय तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम दे सकता है। अर्थात वृषभ लग्न या राशि वाले लोगों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर कुछ कमजोर रह सकता है। 

उपाय: सार्वजनिक जगहों पर पानी बांटे। 

आइए जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर मिथुन राशि या मिथुन लग्न वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

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मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में छठे और लाभ भाव के स्वामी हैं। हालांकि, लाभ भाव कुंडली का अच्छा भाव माना जाता है लेकिन जब कभी स्वास्थ्य का विचार करना हो तो इस भाव को कुछ कमजोर माना जाता है। ऐसी स्थिति में मंगल का लग्न में गोचर स्वास्थ्य में कुछ कमजोरी दे सकता है, विशेषकर बुखार आदि का भय रह सकता है। यदि आपका काम आग या बिजली से संबंधित है तो इस समय आपको काफी सावधानी से काम लेने की जरूरत होगी। वाहन चलाते समय भी आपको सावधानी रखने की सलाह हम देना चाहेंगे। यदि विवाहित हैं तो जीवनसाथी या जीवनसंगिनी के साथ सौम्य व्यवहार करना जरूरी रहेगा। हालांकि इन सबके बावजूद भी मंगल के इस गोचर से हम 22 अप्रैल के बाद अच्छे परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। 

उपाय: किसी जरूरतमंद मित्र को लाल रंग की उपयोगी चीजें भेंट करें। 

आइए जानते हैं कि मिथुन राशि में मंगल का गोचर कर्क राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए भले ही मंगल आपकी राशि में नीच का होता है लेकिन पंचम भाव और दशम भाव का स्वामी होने के कारण मंगल आपके लिए अच्छा ग्रह माना जाता है। ऐसी स्थिति में आपकी कुंडली के अच्छे ग्रह का व्यय भाव में जाना कुछ हद तक कमजोर परिणाम दे सकता है। हालांकि जिन लोगों का व्यापार या व्यवसाय किसी भी तरीके से विदेश से कनेक्टेड है उन लोगों को मंगल अच्छे परिणाम दे सकता है। यदि संतान बड़ी है और विदेश जाकर अध्ययन या कोई काम करना चाह रही है तो उस मामले में भी मंगल का यह गोचर आपकी मदद कर सकता है। जिन लोगों को अनिद्रा की शिकायत रहती है उन्हें इस समय तनाव मुक्त रहकर अच्छी नींद लेने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इस अवधि में नींद में कुछ व्यवधान देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान व्यर्थ के खर्चों को रोकने की कोशिश जरूरी रहेगी। जॉब करने वाले लोगों को भी अपने कार्यस्थल में किसी भी तरीके के विवाद से बचने की सलाह हम देना चाहेंगे। इस समय किसी भी तरीके की गलत आदत या गलत काम से जुड़ाव ठीक नहीं होगा। हालांकि, 27 मार्च से 22 अप्रैल के बीच कोई सुनहरा अवसर आपको मिल सकता है लेकिन किसी भी तरीके के शॉर्टकट को अपनाने से बचें। 22 अप्रैल के बाद परिस्थितियां तुलनात्मक रूप से बेहतर होती हुई प्रतीत हो रही हैं। 

उपाय: शहद से शिवलिंग का अभिषेक करें। 

आइए अब जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर सिंह राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?  

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सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में चौथे और भाग्य भाव के स्वामी हैं और गोचर करके यह आपके लाभ भाव में पहुंचा है। ये सारी स्थितियां सामान्य तौर पर आपको लाभ दिलाती हुई प्रतीत हो रही हैं। मंगल के गोचर के कारण आपकी आमदनी में वृद्धि होने की संभावना है। यदि आप व्यापारी हैं तो व्यापार-व्यवसाय में आपको लाभ मिल सकता है। सामान्य तौर पर स्वास्थ्य के लिए भी मंगल का गोचर आपको अच्छे परिणाम दे सकता है। यदि आप जमीन आदि खरीदने के लिए प्रयास कर रहे हैं और आपकी कुंडली की व्यक्तिगत दशाएं भी अच्छी हैं, तो मंगल के इस गोचर के कारण आपको भूमि और भवन का लाभ भी मिल सकता है। भाई बंधु और क्लोज फ्रेंड्स का सहयोग प्राप्त होगा। हर तरह के प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में आपको अनुकूल परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। हालांकि मंगल के इस गोचर से सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इसके बावजूद भी 27 मार्च से 22 अप्रैल के बीच किसी तरीके की गलतफहमी से बचें और न ही बिना किसी तथ्य किसी पर कोई भी आरोप लगाए। यदि आप कुछ सावधानियों को ध्यान में रखेंगे तो मंगल के इस गोचर से आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। 

उपाय: मंगलवार के दिन गाय के घी में मिला सिंदूर हनुमान जी को चोला के रूप में चढ़ाना शुभ रहेगा। 

आइए अब जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर कन्या राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

कन्या राशि

कन्या राशि वालो के लिए मंगल आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी हैं। साथ ही, आठवें भाव के भी स्वामी हैं और दशम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। वैसे तो, जन्म कुंडली में छठे और दशम भाव में मंगल की स्थिति को अच्छा कहा गया है लेकिन गोचर के नियमों के अनुसार दशम भाव में मंगल का गोचर मिले-जुले परिणाम देने वाला माना जाता है। हालांकि, मंगल आपके शारीरिक क्षमता को बढ़ाने का काम करेगा। अतः आप हर काम को पूरे जोश और एनर्जी के साथ करने की कोशिश करेंगे। यदि आप जोश के साथ साथ धैर्य, संयम और समझदारी का भी सहयोग लेंगे, तो मंगल की इस ऊर्जा के कारण आप कई असाध्य कार्यों को भी संपन्न कर सकते हैं। वहीं, यदि आप मंगल के द्वारा दी जा रही ऊर्जा को सही ढंग से इस्तेमाल करने में चूक गए है, तो मंगल के इस गोचर के कारण आपके क्रोध का लेवल बढ़ सकता है और अधिक जोश के चलते आप कामों को संपन्न करने के लिए नियमों को ताक पर रख सकते हैं। इसके फलस्वरूप आपके काम बिगड़ भी सकते हैं। अतः मंगल के इस गोचर का सदुपयोग करने के लिए आपको अपने मैनेजमेंट पार्ट को बेहतर करने की जरूरत होगी। हालांकि, 22 अप्रैल के बाद आपका मैनेजमेंट पार्ट अच्छा होने वाला है लेकिन उसके पहले का समय विशेष का 27 मार्च से 22 अप्रैल के बीच का समय थोड़ा सा कमजोर रह सकता है। बाकी की अवधि को हम मिला-जुला या औसत कह सकते हैं। 

उपाय: किसी नि:संतान व्यक्ति की मदद करना शुभ रहेगा। 

आइए जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर तुला राशि वाले या तुला लग्न वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

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तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में सातवें भाव का स्वामी होने के साथ-साथ दूसरे भाव का भी स्वामी है। वर्तमान में मिथुन राशि अर्थात आपके भाग्य भाव में गोचर कर रहा है। मंगल का गोचर आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। यद्यपि भाग्य कुछ हद तक आपके साथ रहेगा लेकिन भाग्य के भरोसे बैठना ठीक नहीं रहेगा। संतान या शिक्षा के मामले में भी लापरवाही दिखाना सही नहीं रहेगा। यह अवधि संतान के लिए कुछ कष्टप्रद रह सकती है। विशेषकर यदि संतान का स्वास्थ्य इत्यादि पहले से ठीक नहीं है, तो इस अवधि में उसकी अधिक केयर करने की जरूरत होगी। यदि आपको पहले से कमर दर्द की शिकायत है तो इस बीच में कमर दर्द की तकलीफ थोड़ी सी ज्यादा हो सकती है। हालांकि मंगल के इस गोचर के चलते आपका कॉन्फिडेंस बेहतर रहेगा और आप अपने दैनिक कामों को बेहतर ढंग से अंजाम देने की कोशिश करेंगे। इन सबके बावजूद भी 27 मार्च से 22 अप्रैल के बीच आपको ओवर कॉंफिडेंट होने से बचने की सलाह हम देना चाहेंगे। इस दौरान व्यापार और व्यवसाय के मामले में कोई नया प्रयोग करने से भी आपको बचना चाहिए। निजी जीवन में भी यह समय अवधि थोड़ी सी तकलीफ देने वाली साबित सकती है। विशेषकर यदि आप विवाहित हैं तो आपसी गलतफहमियां अधिक रह सकती हैं। हालांकि 22 अप्रैल के बाद का समय तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम देगा। खासकर जो लोग जॉब करते हैं उन्हें काफी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। 

उपाय: शिव मंदिर में चावल दान करें। 

आइए जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालो के लिए मंगल आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ छठे भाव के स्वामी हैं। छठे भाव के स्वामी का आठवें भाव में जाना विपरीत राजयोग की श्रेणी में आता है लेकिन गोचर में मंगल का आठवें भाव में होना अच्छा नहीं माना गया है। राशि के स्वामी का आठवें भाव में जाना भी अच्छी बात नहीं है। मंगल ऐसे में थोड़े कमजोर परिणाम दे सकता है। इस अवधि में आपको क्रोधित होने से बचने की सलाह भी हम देना चाहेंगे। यदि आप पित्त प्रकृति के व्यक्ति हैं अर्थात आपको एसिडिटी इत्यादि अधिक रहती है तो इस बीच में एसिडिटी की शिकायत हो सकती है। ऐसे में स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी इस समय जरूरी रहेगा, विशेषकर खानपान का। भले ही आपके पंचम भाव का स्वामी बृहस्पति पंचम भाव में ही है लेकिन आठवें भाव में मंगल के गोचर को पाचन में कमी देने वाला कहा गया है। यदि आप आग या बिजली इत्यादि से जुड़ा काम करते हैं तो सावधानी से काम करने की जरूरत होगी। वाहन इत्यादि चलाते समय भी सावधान रहना है। इस समय जननांगों या गुदा से संबंधित कुछ तकलीफ भी देखने को मिल सकती हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपना खानपान और आचार व्यवहार बहुत ही संयमित रखने की जरूरत रहेगी। 

उपाय: कुत्तों को मीठी रोटी खिलाना शुभ रहेगा। 

आइए जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर धनु राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

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धनु राशि 

धनु राशि वालो के लिए मंगल आपकी कुंडली में द्वादश अर्थात व्यय भाव का स्वामी है। साथ ही, यह आपके पंचम भाव का भी स्वामी है। पंचमेश का सप्तम में आना प्रेम और विवाह से संबंधित मामलों में अच्छा माना गया है लेकिन मंगल का सातवें भाव में गोचर दांपत्य जीवन में तकलीफ देने वाला कहा गया है। यदि इन दोनों स्थितियों को मिलाकर देखें तो हम यह कह सकते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर धनु राशि वाले लोगों को मिले-जुले या औसत से थोड़े कमजोर परिणाम दे सकता है। इस अवधि में विवाहित लोगों को लाइफ पार्टनर के साथ विवाद करने से बचना चाहिए। यदि आपका काम साझेदारी का है तो बिजनेस पार्टनर के साथ संबंध अच्छे बने रहें इस बात की भरपूर कोशिश करनी होगी। यदि बहुत जरूरी न हो तो यह समय यात्राओं को अवॉइड करने का है। यदि पहले से दांत से संबंधित कोई तकलीफ आपको है तो इस अवधि में दांत में पीड़ा भी रह सकती है। इन सबके बावजूद यह समय विदेश से संबंधित मामलों में कुछ अच्छे परिणाम दे सकती है। विशेषकर यदि आप विदेश से कोई वस्तु लाकर के इस देश में बेचते हैं या विदेश में मैन्युफैक्चर होने वाली कोई भी चीज या प्रोडक्ट आप अपने देश में बेचते हैं तो उन तमाम व्यापार में आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। 

उपाय: चांदी की ठोस गोली अपने साथ रखें। 

आइए जानते हैं कि मंगल का मिथुन राशि में गोचर मकर राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

मकर राशि 

मकर राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में चतुर्थ और लाभ भाव के स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहा है। सामान्य तौर पर यह आपको लाभ देता हुआ प्रतीत हो रहा है। मंगल का गोचर आपको आर्थिक रूप से भी समर्थन प्रदान कर सकता है क्योंकि ज्योतिष ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि छठे भाव में मंगल का गोचर स्वर्ण और तांबे का लाभ करवाता है। इसका अप्रत्यक्ष मतलब यह निकलता है कि छठे भाव में मंगल का गोचर आपको आर्थिक मामलों में सहयोग कर सकता है। स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए मंगल का यह गोचर अच्छा माना गया है। यदि किसी तरह के प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में आप भाग लेने जा रहे हैं तो उन कामों के लिए भी मंगल का यह गोचर काफी मददगार हो सकता है। चाहे बात कंपीटीटिव एग्जाम की हो या फिर कोर्ट-कचहरी या अदालत से जुड़े मामलों की, तमाम मामलों में मंगल के इस गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। साथ ही, मंगल का यह गोचर आपके मान सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि भी करवा सकता है। 

उपाय: शनि मंदिर में नमकीन प्रसाद चढ़ाना शुभ रहेगा। 

आइए अब जानते हैं कि मिथुन राशि में मंगल का गोचर कुंभ राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में तीसरे और दशम भाव के स्वामी हैं। मंगल आपके लिए आत्मविश्वास बढ़ाने का काम करता है। साथ ही, आपके कार्यक्षेत्र में तरक्की या कमियां देने का काम भी मंगल का है। हालांकि, पंचम भाव में मंगल के गोचर को ज्योतिष ग्रंथों में अच्छा नहीं कहा गया है क्योंकि पंचम भाव के गोचर को मानसिक अशांति देने वाला, पेट से संबंधित तकलीफ देने वाला, संतान संबंधी मामलों में कष्ट देने वाला, शिक्षा में कठिनाई तथा मन को बुरे कर्मों की ओर लेने जाने वाला माना गया है लेकिन आपके मामले में इस तरह के परिणामों की उम्मीद कम है क्योंकि यहां का मंगल आपके कामों में कठिनाइयों के बाद सफलता देता हुआ प्रतीत हो रहा है। 

आप अपने कॉन्फिडेंस के दम पर कुछ मुश्किल कामों को भी निपटा सकेंगे। हालांकि अति आत्मविश्वास से बचने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। खासकर 27 मार्च से लेकर 22 अप्रैल के बीच आपको बहुत ही सूझबूझ के साथ निर्णय लेने की आवश्यकता रहेगी। 22 अप्रैल के बाद का समय आर्थिक रूप से काफी हद तक मददगार रह सकता है क्योंकि इस समय मंगल पर बृहस्पति का प्रभाव रहेगा और बृहस्पति आपके लाभ भाव का स्वामी है इसलिए लाभ दिलाने की कोशिश करेगा और धन स्थान का स्वामी है। अतः यह लाभ आर्थिक रूप में भी हो सकता है। साथ ही, पारिवारिक मामलों में भी सामंजस्य बने रहने की उम्मीद है। इस तरह से हम पाते हैं कि मिथुन राशि में मंगल का गोचर कुंभ राशि वालों को मिले-जुले परिणाम दे सकता है। 

उपाय: किसी पूर्वज की याद में शरबत बांटना शुभ रहेगा। 

आइए अब जानते हैं कि मिथुन राशि में मंगल का गोचर मीन राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा? 

मीन राशि 

मीन राशि वालों के लिए मंगल आपके भाग्य स्थान के स्वामी हैं तथा धन स्थान के स्वामी भी हैं। मंगल वर्तमान में मिथुन राशि के चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। इसको मानसिक शांति देने वाला कहा गया है। आपको बेवजह के विवाद से बचना चाहिए। संभव है कि घर में आने के बाद अकारण गुस्सा जैसी स्थिति निर्मित हो, तो ऐसी स्थिति में खुद को शांत बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। वाणी पर संयम रखना भी जरूरी होगा। आपका खान-पान बहुत संयमित होना चाहिए और आपके प्रकृति के अनुरूप होना चाहिए। यदि आप इन तमाम सावधानियों को ध्यान में रखते हैं तो मंगल के इस गोचर से मिले-जुले परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं। वहीं लापरवाही की स्थिति में स्वजनों से नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। जमीन-जायदाद को लेकर भी कोई विवाद संभावित है। अतः घर-परिवार के लोगों के साथ पूरी तरह से सामंजस्य बनाकर रखना होगा।  

उपाय: बरगद की जड़ों पर मीठा दूध चढ़ाना शुभ रहेगा।

उम्मीद है मंगल के इस गोचर के परिणामों के पूर्वानुमान को जानकर आप परिस्थितियों के अनुसार खुद को और बेहतर बनाए रखने की कोशिश करेंगे और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। भगवती सबका कल्याण करें। 

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