मंगल का कर्क राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको मंगल का कर्क राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रभाव से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को मंगल के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा इस ब्लॉग में मंगल ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे। बता दें कि मंगल 20 अक्टूबर 2024 की दोपहर 03 बजकर 04 मिनट पर चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि कर्क में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।
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ज्योतिष में, मंगल को क्रिया और इच्छा का ग्रह माना जाता है, जो ऊर्जा, महत्वाकांक्षा और खुद को मुखर करने की क्षमता को नियंत्रित करता है। जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति बताती है कि व्यक्ति अपनी शारीरिक ऊर्जा को कैसे व्यक्त करता है, प्रतिस्पर्धा से कैसे निपटता है और चुनौतियों का सामना कैसे करता है। इसके अलावा, मंगल आपकी प्रेरणा और आप अपने लक्ष्यों को कैसे प्राप्त करते हैं इस बात को भी दर्शाता है। यह हमारे भीतर की ‘लड़ाई’ का प्रतिनिधित्व करता है, जो हमारे आक्रामकता, दृढ़ संकल्प और हमारी इच्छाओं को पूरा करने के तरीके को प्रभावित करता है। आपकी जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति यह बताती है कि आप इन गुणों को कैसे व्यक्त करते हैं। उदाहरण के लिए, मेष राशि में मंगल साहसी और मुखर होता है, जबकि मीन राशि में मंगल अधिक अप्रत्यक्ष और सहज हो सकता है।
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मंगल का कर्क राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल महाराज आपके पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल का कर्क राशि में गोचर आपके चौथे भाव में होगा, जो सुख, माता, संपत्ति, वाहन और अचल संपत्ति का भाव है। इस दौरान आपको मन पर काबू रखने की सलाह दी जाती है। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उनके हाथ से लाभ कमाने के अनेक अवसर निकल सकते हैं। नौकरीपेशा जातक यदि पदोन्नति की उम्मीद लगाए हुए हैं, तो उन्हें निराशा प्राप्त हो सकती है। इस अवधि आपको मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में गिरावट आ सकती है क्योंकि मंगल पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं तथा करियर, नाम और प्रसिद्धि और इच्छाओं के दसवें और ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं।
चूंकि मंगल कर्क राशि के चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं, इसलिए आपको इस दौरान अपने माता-पिता के स्वास्थ्य का विशेष रूप से अपनी मां के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें कुछ समस्याओं का अनुभव हो सकता है। सातवें भाव पर मंगल की दृष्टि के कारण आपके जीवनसाथी के साथ कुछ अनबन भी हो सकती है। इस अवधि आशंका है कि आप तनाव की वजह से अधिक परेशान हो जाए। साथ ही, आप बेचैन भी रहेंगे और मन में शांति की कमी रहेगी।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों की कुंडली में मंगल देव को सातवें और बारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब मंगल का कर्क राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा है। मंगल आपके दसवें भाव को देख रहा है, इसके परिणामस्वरूप आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा और कार्यक्षेत्र में पदोन्नति भी प्राप्त होगी। लेकिन साथ ही, साथ यह गोचर आपके कार्य जीवन में कुछ तनाव भी पैदा कर सकता है और आपको कार्यक्षेत्र में परेशानी भी दे सकता है।
आशंका है कि इस दौरान आपको आर्थिक जीवन में लाभ प्राप्त न हो और बिज़नेस में भी आपके द्वारा बनाई गई योजना काम न आए। चूंकि मंगल बारहवें भाव के स्वामी हैं, इसलिए इस अवधि के दौरान खर्च बढ़ने की संभावना है। चूंकि मंगल तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं, इसलिए आपके छोटे भाई-बहनों के साथ बहस होने की संभावना है या आपके छोटे भाई-बहन भी इस अवधि के दौरान स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से पीड़ित हो सकते हैं। आप रक्त संबंधी समस्या से भी पीड़ित हो सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल महाराज आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब मंगल का कर्क राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में हो जाएगा, जो संचार, धन और परिवार का भाव है। इस गोचर के दौरान आप अपने कार्यों या अपने शब्दों से किसी को चोट पहुंचा सकते हैं। इसलिए, आपको सलाह दी जाती है कि अपने शब्दों पर नियंत्रण रखें। आर्थिक रूप से, अनावश्यक खर्चों के कारण धन की कुछ कमी हो सकती है।
आठवें भाव पर मंगल की दृष्टि के कारण, संभावना है कि आपको पैतृक संपत्ति या अधिक प्राप्त न हो। आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि के दौरान आपको पैसे उधार देने या ऋण लेने से बचना चाहिए। व्यावसायिक रूप से, जातकों को विकास के मामले में अपनी नौकरी में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, विरोधी और प्रतिस्पर्धी आपकी छवि खराब करने के की कोशिश कर सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से, आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके पहले/लग्न भाव में गोचर करने जा रहे हैं, जो व्यवहार, स्वास्थ्य, आत्म-ज्ञान और सौंदर्य को दर्शाता है। इस गोचर के दौरान आप कुछ कारणों से तनावग्रस्त रह सकते हैं और अपने आवेगी स्वभाव के कारण अधिक आक्रामक हो सकते हैं।
आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। व्यावसायिक रूप से, यह गोचर आपके लिए धन के साथ-साथ विकास के अवसर भी लेकर आएगा। आर्थिक रूप से, यह अवधि आपके लिए औसत रहेगी क्योंकि आय तो होगी लेकिन कई बाधाएं भी सामने आएंगी। सातवें भाव पर मंगल की दृष्टि के कारण आप आक्रामक हो सकते हैं और ऐसे में, वैवाहिक जीवन में कुछ गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से, आपको सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि पैदल या वाहन चलाते समय दुर्घटना होने की संभावना है।
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सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल का कर्क राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में होने जा रहा है, जो विदेशी लाभ, खर्च, आध्यात्मिकता और मोक्ष को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान आपको कुछ अनिश्चितताओं और काम से संबंधित तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
आर्थिक रूप से, अस्वस्थता या अस्पताल में भर्ती होने के कारण आपके खर्च बढ़ सकते हैं। रिश्तों के लिहाज से, आपको अपने वैवाहिक जीवन के साथ-साथ अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति भी सावधान रहने की आवश्यकता है। पेशेवर रूप से, इस अवधि आपको अपनी योग्यता साबित करने के लिए बहुत प्रयास करने पड़ सकते हैं। आशंका है कि आपको अपनी कड़ी मेहनत और प्रयासों के बावजूद अपने कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों या सहकर्मियों से कोई सहयोग न मिले। ऐसे में, आपको विवादों और बहस में पड़ने से भी दूर रहने की सलाह दी जाती है।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए मंगल देव आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल कर्क राशि में गोचर करके आपके ग्यारहवें भाव में जा रहे हैं। यह गोचर कन्या राशि के जातकों के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है और कुछ कमियां हो सकती हैं। आर्थिक रूप से बात करें तो, आप अपनी ज़रूरतों और खर्चों में वृद्धि देख सकते हैं, जो आपको मानसिक रूप से चिंतित कर सकती है।
व्यावसायिक रूप से बात करें तो, नौकरीपेशा जातकों को अपने काम को स्थिर करना चाहिए और इस समय के दौरान अपनी स्थिति में कोई भी बदलाव करने या योजना बनाने से बचना चाहिए। खुद का व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह समय संतोषजनक रहेगा। इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण निवेश न करने की सलाह दी जाती है क्योंकि वे लाभदायक नहीं होंगे।
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तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं, जो करियर, नाम और प्रसिद्धि को दर्शाता है। इस समय के दौरान आप कार्यस्थल पर या बिज़नेस में एकाग्रता बनाए रखने और पूरी मेहनत करते हुए दिखाई देंगे।
हालांकि, आशंका है कि आपको भाग्य का साथ मिले और आपको काम पर बहुत अधिक दबाव और तनाव का अनुभव हो। इस गोचर के दौरान आप अपने करियर या व्यवसाय पर नकारात्मक प्रभाव का अनुभव कर सकते हैं। आपके आर्थिक जीवन की बात करें तो आपको औसत परिणाम मिलने की संभावना है। ऐसे में, यह सलाह दी जाती है कि आप अपने खर्च की निगरानी करें। आप अपने वैवाहिक जीवन में बहुत परेशानी में पड़ सकते हैं या चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
मंगल का कर्क राशि में गोचर: प्रभावशाली उपाय
- नियमित रूप से हनुमान मंदिर जाएं।
- नियमित रूप से मंगल यंत्र की पूजा करें।
- चमेली के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- गरीबों को लाल या केसरिया रंग के कपड़े दान करें।
- तांबे के गिलास में पानी पिएं। तांबे की धातु का किसी न किसी तरह से इस्तेमाल करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कर्क राशि में मंगल अत्यधिक आक्रामक, प्रतिशोधी और सुस्त हो जाता है।
मकर राशि
हां