संतान प्राप्ति और क़र्ज़ से छुटकारा दिलाएंगे मकर संक्रांति के ये विशेष उपाय

मकर संक्रांति 14 जनवरी को है। इस त्यौहार को भारत देश के सभी लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। 14 जनवरी 2022 को दोपहर में 2:30 बजे वृषभ लग्न में सूर्य राशि परिवर्तन कर जायेंगे। वृष राशि में रोहिणी नक्षत्र आता है जिसका स्वामी चंद्रमा होता है। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि को छोड़कर अपने पुत्र शनि की राशि में आते हैं। सूर्य और शनि का संबंध मकर संक्रांति के पर्व से होने के कारण काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। 

हमारे विद्वान ज्योतिषी आचार्य हिमांशु शर्मा इस लेख के माध्यम से इस बात की जानकारी प्रदान कर रहे हैं कि इस दिन राशिनुसार किस वस्तु का दान करना हमारे लिए शुभ साबित हो सकता है। तो आइये पढ़ते हैं मकर संक्रांति उपायों पर आधारित यह विशेष ब्लॉग और मकर संक्रांति को बनाते हैं और भी शुभ और ख़ास।

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मकर संक्रांति महत्व

शुक्र ग्रह का उदय भी लगभग इसी समय होता है इसलिए इस पर्व के बाद सभी शुभ और मांगलिक कार्यो की शुरुआत हो जाती है। मकर संक्रांति का यह पर्व दान-पुण्य के लिए बहुत शुभ दिन माना जाता है। इस दिन तिल के दान का अधिक महत्व बताया गया है। 

मकर सक्रांति के दिन मनवांछित फल पाने के लिए अपनी श्रद्धा भाव और यथाशक्ति से दान करना चाहिए। इस दिन चावल, दाल, खिचड़ी, और तिल, गुड़ का दान करना शुभ होता है।

आज अपने इस विशेष ब्लॉग में आचार्य हिमांशु आपको बताने जा रहे हैं कि किस राशि के लोगो को मकर संक्रांति के दिन क्या दान करने से जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही इन उपायों से आरोग्यता, शुभता और सुख-समृद्धि में वृद्धि भी होती है।

अधिक जानकारी: इस दिन दान का विशेष महत्व बताया गया है। यदि  राशि के अनुसार इस दिन दान किया जाए तो इससे फल दोगुना हो जाता है।

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मकर संक्रांति पर राशिनुसार दान की जानकारी

मेष राशि: कंबल का दान करें। अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा तिल, मिठाई, खिचड़ी, दाल, मीठे चावल और ऊनी वस्त्र भी दान कर सकते हैं। 

वृषभ राशि: नए वस्त्रों का दान करें। इसके अलावा उड़द दाल की खिचड़ी, काली उड़द, सरसों का तेल, काला कपड़ा, काला तिल आदि भी दान कर सकते हैं।

मिथुन राशि: कंबल का दान करें। बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा खिचड़ी,  बेसन के लड्डू, सरसों का तेल आदि भी दान कर सकते हैं।

कर्क राशि: नए वस्त्रों का दान करें। इसके अलावा खिचड़ी, चने की दाल, पीला कपड़ा, साबुत हल्दी,  आदि दान कर सकते हैं। 

सिंह राशि:  गुड कंबल का दान करें। अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा मसूर की दाल, खिचड़ी, लाल कपड़ा, रेवड़ी, गजक आदि भी दान कर सकते हैं। 

कन्या राशि: नए वस्त्रों का दान करें। इसके अलावा साबुत मूंग, हरे कपड़े, खिचड़ी, मूंगफली आदि भी दान कर सकते हैं। 

तुला राशि: कंबल का दान करें। अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा खिचड़ी, फल, मिश्री, गरम कपड़े आदि भी दान कर सकते हैं।

वृश्‍चिक राशि: खिचड़ी और फल का दान करें। इससे शनि महाराज प्रसन्न होंगे। इसके अलावा खिचड़ी, कंबल, तिल-गुड़ आदि का भी दान कर सकते हैं। 

धनु राशि: खिचड़ी और फल का दान करें। इससे शनि महाराज प्रसन्न होंगे। इसके अलावा मूंगफली, तिल, लाल चंदन, लाल कपड़ा आदि भी दान कर सकते हैं।

मकर राशि: काले तिल और कंबल का दान करना चाहिए। इससे राहु के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं। इसके अलावा खिचड़ी, कंबल, कपड़े आदि दान कर सकते हैं। 

कुंभ राशि: काले तिल और कंबल का दान करना चाहिए। इससे राहु के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं। इसके अलावा खिचड़ी, तेल और गर्म कपड़ों का दान कर सकते हैं।

मीन राशि: खिचड़ी और फल का दान करें। इससे शनि महाराज प्रसंन्न होंगे। इसके अलावा मूंगफली, तिल, गुड़, खिचड़ी आदि का भी दान कर सकते हैं।

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मकर संक्रांति पर क़र्ज़ मुक्ति और संतान प्राप्ति के उपाय 

  • अगर आपके जीवन में कर्ज अधिक हो चुका है तो मकर संक्रांति के दिन आप लाल मसूर की दाल का दान करें और ऋण मुक्ति की प्रार्थना करें।
  • अगर राहु कुंडली में नकारात्मक प्रभाव दे रहा है तो इस मकर संक्रांति काले तिल और कंबल का दान जरुर करें।
  • जिन लोगों को लंबे समय से संतान नहीं हुई और सभी तरह के उपाय और इलाज करवा कर आप निराश हो चुके हैं उन दंपतियों के लिए मकर संक्रांति विशेष दिन होता है। आपकी अपनी संतान पाने की इच्छा पूरी हो सकती है। इस दिन आप अपने घर पर या मंदिर में विधिपूर्वक व्रत रखकर जप, हवन करें और योग्य ब्राह्मण को भोजन कराएं तथा यथाशक्ति दान करें। ऐसा करने से दंपती को मनवांछित पुत्र संतान की प्राप्ति होती है। आपने अगर इस दिन पूजा अनुष्ठान करवा लिया तो यह अनुष्ठान पूर्ण होते ही कुछ दिनों के बाद ही वह माहौल बनना शुरू हो जाता है और फिर आप कहीं से भी उपचार करेंगे वह असर करेगा। साथ ही जीवन में हर तरह से रास्ते खुलने शुरू हो जाते हैं और सभी दिक्कत दूर होती हैं। 

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हालांकि इस अनुष्ठान से कुछ और भी लाभ प्राप्त होते हैं। जैसे,

  • घर में सुख एवं अन्य भी  खुशियां मिलती हैं। 

लेकिन यह सभी कुछ मकर सक्रांति तक ही संभव है। क्योंकि तब तक पृथ्वी पर और प्रकृति में आर्द्रता मौजूद होती है। इस काल में श्री कुल की देवीयों की विशेष कृपा रहती है और यह समय उनका समय होता है। इस काल में श्री कुल की देवीयों से विशेष आशीर्वाद प्राप्त करने से तुरंत लाभ प्राप्त किया जा सकता है। 

मकर सक्रांति के बाद शुष्क काल शुरू हो जाएगा। तब काली कुल की देवीयों का पहरा होगा। तब नकारात्मकता, जादू-टोना, नजर दोष, ग्रहों की क्रूर दृष्टि, दुख तकलीफ, लड़ाई झगड़े तथा जीवन की बड़ी मुश्किलों को रोकने के लिए उपाय किये जाते हैं।

हम आशा करते हैं कि मकर संक्रांति उपाय और दान विशेष हमारा यह लेख आपको अवश्य ही पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य लेख पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। 

आचार्य हिमांशु शर्मा और एस्ट्रोसेज की तरफ से आपको मकर संक्रांति की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

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