ज्योतिष में तमाम तरह के राजयोग बताए गए हैं। ये राजयोग जिन जातकों की कुंडली में हो उन्हें रंक से राजा बनने में देर नहीं लगती है। राजयोग कुंडली में मौजूद एक बेहद ही शुभ योग होता है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपकी कुंडली में क्या कोई राजयोग है और अगर है तो यह कब से आपको फल देगा या दे रहा है तो इसकी जानकारी विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर परामर्श लेकर प्राप्त कर सकते हैं।
अब हम बात करते हैं उस विशेष राजयोग की जो कि 6 अप्रैल से बनने जा रहा है और साथ ही जानते हैं कि किन चार राशि के जातकों को इस राजयोग का विशेष फल प्राप्त होने वाला है।
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6 अप्रैल से इन जातकों को मिलेगा महालक्ष्मी राजयोग का लाभ
ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि 6 अप्रैल से महालक्ष्मी राजयोग बनने वाला है। इसे राजलक्ष्मी राजयोग भी कहते हैं। यह राजयोग या योग कुंडली में तब बनता है जब भाग्येश मजबूत हो और धन के कारक यानी कि गुरु और शुक्र की कुंडली में स्थिति शुभ हो। इसके साथ ही जब नवम भाव का स्वामी केंद्र में हों और गुरु और शुक्र भी केंद्र में हो तब ऐसे जातकों की कुंडली में लक्ष्मी योग का निर्माण होता है।
यह अति शुभ योग माना गया है और यह इस वर्ष 6 अप्रैल को बनने जा रहा है। ऐसे में 12 में से कुल चार ऐसी राशियां हैं जिन्हें इस राजयोग का विशेष फल प्राप्त होगा। कौन कौन सी है यह राशियाँ आइए जान लेते हैं।
महालक्ष्मी राजयोग
ज्योतिष की जानकार लक्ष्मी योग को एक बेहद ही शुभ योग मानते हैं। कहा जाता है यह योग व्यक्ति के जीवन को सुख, समृद्धि, और ऐश्वर्य से भर देने वाला होता है। जिन जातकों की कुंडली में इस योग का निर्माण होता है उन जातकों के जीवन में धन संपदा का आशीर्वाद आजीवन बना रहता है। इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति के भाग्य से अन्य लोगों का कल्याण होता है और व्यक्ति को आजीवन धन, धान्य और खुशहाली मिलती रहती है।
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कब बनता है लक्ष्मी योग?
- वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब व्यक्ति की कुंडली में केंद्र और त्रिकोण भाव का संगम एक दूसरे की सुविधा के साथ बनता है तब लक्ष्मी योग का निर्माण होता है।
- इसके अलावा कुंडली में लग्न का स्वामी मजबूत हो तो भी लक्ष्मी योग बनता है।
- कुंडली का नवम भाव और उसका स्वामी अपनी उच्च राशि में हो तो लक्ष्मी योग का निर्माण होता है।
- कुंडली में नवम लग्न का स्वामी उच्च राशि में हो या अपनी स्वराशि में हो तो भी लक्ष्मी योग का निर्माण होता है।
- इसके अलावा यदि भाग्य भाव का स्वामी केंद्र में अपनी मूल त्रिकोण राशि में हो तो लक्ष्मी योग बनता है।
- अगर नवम भाव का स्वामी केंद्र भाव में उच्च राशि में स्थित हो तो लक्ष्मी योग बनता है। और यदि कुंडली में लग्न के स्वामी और नवम भाव के स्वामी की युति हो तो भी लक्ष्मी योग का निर्माण बनता है।
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लक्ष्मी राजयोग से मालामाल होंगी यह 4 राशियां
वृषभ राशि : महा-लक्ष्मी योग वृषभ राशि के जातकों को मालामाल कराने वाला साबित हो सकता है। क्योंकि इस दौरान वृषभ राशि के जातकों के नवम भाव का स्वामी दशम स्थान यानी केंद्र में बैठा हुआ है। इसके अलावा आपकी कुंडली में शुक्र लग्न भाव में 6 तारीख को आ जाएंगे। ऐसे में आपकी कुंडली में शश, मालव्य और लक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है। इन योगों के प्रभाव स्वरूप आपको अपने पार्टनर का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा और आपका पार्टनर इस दौरान तरक्की भी करेगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यदि आप कहीं निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो यह समय बेहद शुभ रहने वाला है। यदि आप लंबे समय से नौकरी की तलाश में है तो इस दौरान आपको शुभ समाचार मिल सकते हैं।
कन्या राशि: दूसरी जिस राशि के जातकों के लिए यह राजयोग वरदान साबित होगा वह है कन्या राशि। कन्या राशि के जातकों के नवम भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और यह 6 अप्रैल को नवम भाव में ही भ्रमण करेंगे और यह धन के स्वामी भी हैं इसलिए आपको कहीं से अचानक धन प्राप्ति होने के आसार बन रहे हैं। इसके अलावा इस समयावधि में आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। विशेष तौर पर उनको जो फिल्म लाइन, संगीत, होटल, या शराब से संबंधित काम करते हैं। इस समय अवधि में आपको विदेश जाने का शुभ मौका भी प्राप्त हो सकता है।
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मकर राशि: तीसरी जिस राशि के लिए लक्ष्मी योग का निर्माण होने जा रहा है वह है मकर राशि। इस दौरान आपको इस योग का शुभ परिणाम प्राप्त होगा क्योंकि यह आपकी कुंडली के भाग्य का स्वामी बुध केंद्र में मौजूद है। इसके अलावा शुक्र ग्रह भी केंद्र में 6 अप्रैल को आ जाएंगे। ऐसे में इस दौरान आपको आकस्मिक धन लाभ के प्रबल संकेत मिल रहे हैं। इस राशि के कारोबारी जातकों को अच्छी डील्स प्राप्त होगी और जो लोग अविवाहित हैं उन्हें विवाह के प्रस्ताव मिल सकते हैं।
कुम्भ राशि: चौथी और आखिरी जिस राशि के लिए लक्ष्मी योग अति शुभ साबित होगा वो है राशिचक्र की आखिरी राशि कुम्भ। कुम्भ राशि के जातकों के लिए शुक्र भगयेश है ऐसे में इस दौरान आपकी कुंडली में मालव्य और केंद्र त्रिकोण राजयोग बनने जा रहा है। जिसके फलस्वरूप आपको भाग्य का साथ, आर्थिक लाभ, व्यवसाय में लाभ और उच्च शिक्षा के संदर्भ में शुभ परिणाम मिलने की प्रबल संभावना बन रही है।
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