हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। माघ महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को माघ पूर्णिमा कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि, इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद ज़रूरतमंदों को दान करना बेहद शुभ माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार यदि व्यक्ति माघ पूर्णिमा के दिन दान करता है, तो भगवान विष्णु की उस पर विशेष कृपा होती है और वह किए गए दान का बत्तीस गुना ज्यादा प्राप्त करता है। इसलिए माघ पूर्णिमा पर दान का विशेष महत्व माना गया है।
ऐसी भी मान्यता है कि, माघ पूर्णिमा के दिन स्नान करने से व्यक्ति के जन्मों-जन्मांतर के पाप मिट जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ पूर्णिमा 2021 27 फरवरी को शनिवार के दिन है। हिन्दू धर्म में माघ पूर्णिमा पर स्नान, दान, ध्यान और पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है, लेकिन कुछ ऐसे भी काम है, जो माघ पूर्णिमा के दिन नहीं करना चाहिए।
हिन्दू धर्म में माघ पूर्णिमा के दिन यह काम करना वर्जित माना गया है। तो आइए नीचे दिए गए लेख में जानते है, की माघ पूर्णिमा के दिन भूलकर भी कौन से काम नहीं करने चाहिए ।
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देर तक ना सोएं
पौराणिक मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा स्नान करना चाहिए। माघ पूर्णिमा के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि, माघ पूर्णिमा के दिन देर तक सोने से व्यक्ति के घर का वास्तु बिगड़ने लगता है, और घर में वास्तु दोष उत्पन्न होना शुरू हो जाता है। वास्तु दोष होने से व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह की परेशानियों खड़ी होने लगती है, इसलिए ऐसी मान्यता है कि, माघ पूर्णिमा के दिन प्रात: काल उठकर स्नान करना चाहिए। यदि संभव हो तो पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान करें। हिन्दू मान्यता के अनुसार गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं, और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
घर गंदा ना रखें
माघ पूर्णिमा के दिन घर की साफ-सफाई करें, घर को गंदा ना रखें। घर के मुख्य दरवाज़े पर भी कूड़ा ना रखें। ऐसी मान्यता है कि, यदि माघ पूर्णिमा के दिन घर गंदा रहता है, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है और नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से व्यक्ति के सभी कामों में रुकावट आती है। उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हिन्दू धर्म के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन घर को साफ-सुथरा कर पूजा-पाठ करें। संभव हो तो पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा ज़रूर सुनें।
काले वस्त्र ना पहनें
माघ पूर्णिमा के दिन काले रंग के वस्त्र धारण ना करें । हिन्दू धर्म में माघ पूर्णिमा के दिन काले रंग के वस्त्र धारण करना वर्जित माना गया है। ऐसी मान्यता है, कि माघ पूर्णिमा के भगवान विष्णु की पूजा करना बेहद शुभ होता है, इसलिए इस दिन विष्णु जी के प्रिय पीले रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए।
बाल व नाखून ना काटें
माघ पूर्णिमा के दिन बाल काटने, नाखून काटने और शेविंग करने से बचना चाहिए । हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि पर बाल काटना, नाखून काटना और शेविंग करना वर्जित माना गया है इसलिए पूर्णिमा तिथि से एक दिन पहले या एक दिन बात इन सभी कामों को पूर्ण कर लेना चाहिए।
निंदा ना करें, अप-शब्द ना बोलें
माघ पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को पूजा-पाठ में मन लगाना चाहिए। किसी की निंदा नहीं करना चाहिए, ना ही किसी से कठोर वचनों में बात करनी चाहिए। हिन्दू धर्म में माघ पूर्णिमा के दिन निंदा करना किसी का अपमान करना वर्जित माना गया है, इस दिन जितना संभव हो भलाई और परोपराक का कार्य करें। ग़रीबों को दान करें, बुजूर्गों का सम्मान करें, घर में क्लेश ना करें, और परिवार के साथ मिलकर पूजा – पाठ और अच्छे काम में सहयोग करें।