सावन के पवित्र माह की शुरुआत हो चुकी है जो 15 अगस्त तक चलेगा। सावन के माह में खासतौर से शिव जी की पूजा अर्चना पर विशेष जोर दिया जाता है। इस महीने में लोग शिव जी की आराधना में लीन होकर उनसे अपने अच्छे जीवन के लिए आशीर्वाद मांगते हैं। विवाह हर किसी के जिंदगी का एक अहम हिस्सा होता है। कुछ लोगों की शादी बहुत ही आसानी से हो जाती है लेकिन कुछ लोगों के विवाह में बहुत सी अड़चनें आती है। आज हम आपको सावन के माह में शिव जी के कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर आप विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर कर सकते हैं।
विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर करने के उपायों के बारे में जानने से पहले ये जान लेना आवश्यक है की आखिर विवाह में रुकावट आती क्यों है। आइये सबसे पहले जान लेते हैं विवाह में आने वाली रुकावट के कारण।
विवाह में रुकावट आने के ये कारण हो सकते हैं
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मौजूद पांच तत्वों में अग्नि या वायु तत्व की मात्रा ज्यादा हो तो ऐसे में अमूमन विवाह में देरी हो सकती है।
- यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा, शुक्र और बृहस्पति की स्थिति कमजोर हो तो ऐसे में विवाह में रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है।
- अगर कोई व्यक्ति मांगलिक हो या कुंडली में ग्रहण के योग हो तो ऐसे व्यक्ति के विवाह में रुकावट आ सकती है।
- यदि आपकी कुंडली के दूसरे और आठवें घर में कोई अशुभ ग्रह मौजूद हो तो ऐसी स्थिति में भी आपकी शादी में रुकावट आ सकती है।
विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए अपनी आयु अनुसार करें ये उपाय
18 से 24 वर्ष
- विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए सावन के महीने में जितना हो सकें पीले वस्त्र धारण करें।
- नियमित रूप से शिव और पार्वती की पूजा करें एवं उन्हें एक ही माला चढ़ाएं।
- शाम के वक़्त प्रतिदिन शिव जी और माता पार्वती की संयुक्त आराधना करने के साथ ही “ॐ गौरी शंकराय नमः” मंत्र का जाप करें।
- सावन के महीने में प्रतिदिन इन उपायों को करने से आपको लाभ मिल सकता है।
25 से 30 वर्ष
- प्रतिदिन नियमित रूप से पीले वस्त्र धारण कर ही शिव अर्चना के लिए बैठे।
- शिव जी की पूजा करते समय उनकी शिवलिंग पर सबसे पहले इत्र चढ़ाएं और उसके बाद शिवलिंग का जलाभिषेक करें
- सावन में नियमित रूप से रोजाना कम से कम 108 बार “ॐ पार्वतीपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- विधिवत रूप से सावन के माह में इस उपाय को करने से आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है और विवाह में आने वाली रुकावट दूर हो सकती है।
30 वर्ष से ज्यादा आयु वाले
तीस वर्ष से ज्यादा आयु वाले युवक या युवतियों को विवाह में आने वाली रुकावट को दूर करने के लिए सबसे पहले 108 बेलपत्र लेना चाहिए। उन बेलपत्रों पर चंदन से राम लिखें और बाद में बारी बारी से शिवलिंग पर “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हुए एक -एक बेलपत्र को चढ़ाएं। बता दें की सावन के प्रत्येक सोमवार को इस उपाय को करने से विवाह में होने वाली देरी दूर होती है।